कोलकाता और इसके आसपास के इलाकों में रात भर इतनी ज्यादा बारिश हुई है कि जहां-तहां पानी ही पानी दिखता है। इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई है। बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव हो गया, जिससे यातायात, रेल और मेट्रो सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। कोलकाता के बेनियापुकुर, कालीकापुर, नेताजी नगर, गरियाहाट, एकबालपुर, बेहाला और हरिदेवपुर जैसे इलाकों में अलग-अलग हादसों में लोगों की मौत हुई। इनमें से कम से कम तीन लोगों की मौत बिजली के करंट लगने से हुई।
कोलकाता के कई निचले इलाकों में पानी घरों में घुस गया, जिससे लोगों का सामान खराब हो गया। कई स्कूलों में बारिश के कारण छुट्टी घोषित कर दी गई है। शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता अधिक थी। कोलकाता नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, गरिया कमदहारी में कुछ घंटों में 332 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, टॉप्सिया में 275 मिमी और बालीगंज में 264 मिमी बारिश हुई।
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मौसम विभाग का कहना है कि यह भारी बारिश बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण हुई। शहर में और बारिश की आशंका है, जिसके लिए कोलकाता तैयारियां कर रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शहर में कुछ ही घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई।
दुर्गा पूजा से पहले संकट
यह भारी बारिश कोलकाता में दुर्गा पूजा के उत्सव से ठीक पहले आई है। शहर में बनाए गए पूजा पंडाल, जो दुनियाभर से लोगों को आकर्षित करते हैं, तैयार हो चुके हैं। लेकिन बारिश के कारण इन पंडालों को नुकसान होने का खतरा है। आयोजकों को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि महीनों की मेहनत बेकार न जाए।
हवाई अड्डे पर उड़ानें प्रभावित
कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ानें बुरी तरह प्रभावित हुईं। 62 फ्लाइट रद्द कर दी गईं और 42 अन्य फ्लाइट में देरी हुई। जलजमाव के कारण यात्रियों को हवाई अड्डे तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हवाई अड्डे के रनवे पर भी पानी भर गया।
एयर इंडिया और इंडिगो ने यात्रियों के लिए सलाह जारी की है। एयर इंडिया ने कहा, 'कोलकाता में लगातार और भारी बारिश के कारण आज उड़ानों पर असर पड़ सकता है। कृपया हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति जांच लें और यात्रा के लिए अतिरिक्त समय रखें।'
इंडिगो ने भी कहा, 'कोलकाता में भारी बारिश और आंधी के कारण उड़ानों में देरी और यातायात में रुकावट हो सकती है। हम आपके सफर को सुचारू रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। कृपया अपनी उड़ान की स्थिति जांचें और हवाई अड्डे के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय लें।'
यात्रियों को परेशानी
जलजमाव और उड़ानों में देरी के कारण उन लोगों को भी परेशानी हो रही है जो दुर्गा पूजा के लिए कोलकाता आ रहे हैं। खासकर वे लोग जो परिवार के साथ त्योहार मनाने के लिए दूसरे शहरों या देशों से आ रहे हैं, उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या बोले मेयर?
कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने कहा कि उन्होंने शहर में इतना जलजमाव पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा, 'मेरे इलाके में भी इतना पानी है। मैंने ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी। नगर निगम प्रभावित लोगों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था कर रहा है। अगर बारिश और नहीं होती, तो हम उम्मीद करते हैं कि स्थिति आज रात तक सामान्य हो जाएगी।'
बिजली कंपनी की चेतावनी
कोलकाता की प्रमुख बिजली वितरण कंपनी, कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉरपोरेशन ने लोगों से जलजमाव वाली सड़कों पर बिजली के तारों और खंभों से दूर रहने की अपील की है। बारिश के कारण हुए सात लोगों की बिजली के करंट से मौत ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
बीजेपी-टीएमसी में ठनी
इस प्राकृतिक आपदा के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। बीजेपी ने टीएमसी पर भ्रष्टाचार और नागरिक सुविधाओं में विफलता का आरोप लगाया। बीजेपी की बंगाल इकाई ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'कोलकाता की खराब ड्रेनेज सिस्टम के कारण पूजा पंडाल पानी में डूब गए हैं। टीएमसी के 15 साल के भ्रष्टाचार ने बंगालियों को उनके सबसे बड़े त्योहार, दुर्गा पूजा के दौरान भी परेशानी में डाल दिया।'
जवाब में, टीएमसी की राज्य वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, 'कोलकाता में कल एक असामान्य बादल फटने की स्थिति थी। कुछ घंटों में 300 मिमी बारिश हुई, जो किसी भी शहर की बुनियादी संरचना के लिए चुनौतीपूर्ण है। बीजेपी केवल दूसरे के दर्द को हथियार बनाकर नफरत फैलाना चाहती है।'
महिला और बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने भी बीजेपी पर निशाना साधा और कहा, 'जब गुरुग्राम में बाढ़ आती है, तब बीजेपी चुप रहती है। आपदा के समय सहानुभूति दिखाने के बजाय वे बंगाल सरकार का मजाक उड़ा रहे हैं।'
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विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी सरकार और नगर निगम पर 'अक्षमता और लापरवाही' का आरोप लगाया। उन्होंने बिजली के करंट से हुई मौतों को 'आपराधिक लापरवाही' बताया और कहा, 'आपके अधिकारी कहां हैं? सात लोगों की जान चली गई। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।'
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बारिश को अभूतपूर्व बताया और दुर्गा पूजा की छुट्टियों को दो दिन पहले घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। इस बीच लोगों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और जलजमाव वाले इलाकों में सावधानी से चलें।
