'सुअर'... 'महिला विरोधी'... 'घर तोड़ने वाला'... ऐसे शब्दों को लेकर तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। बात इतनी बढ़ गई कि एक सांसद ने चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा तक दे दिया। यह जुबानी लड़ाई पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा और सीरमपुर से सांसद कल्याण बनर्जी के बीच हो रही है।

 

दरअसल, यह सारा बखेड़ा तब खड़ा हुआ जब महुआ मोइत्रा ने एक न्यूज चैनल के पॉडकास्ट में कथित तौर पर कल्याण बनर्जी को 'सुअर' और 'महिला विरोधी' बता दिया। इसके बाद सोमवार को कल्याण बनर्जी ने X पर एक लंबी पोस्ट की और महुआ मोइत्रा को जवाब देते हुए कहा, 'जो लोग सोचते हैं कि गालियों से मुद्दों को दबाया जा सकता है, उन्हें अपनी राजनीति पर गंभीरता से सोचना चाहिए'

 

महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच टीएमसी की मुखिया और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मोर्चा संभाला। उन्होंने लोकसभा में अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को पार्टी का नेता नियुक्त कर दिया।

क्या और कैसे शुरू हुआ बखेड़ा?

महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच तल्ख रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं। आए दिन दोनों एक-दूसरे पर कुछ न कुछ इल्जाम लगाते रहते हैं या टिप्पणियां करते रहते हैं।

 

हाल ही में एक न्यूज चैनल के पॉडकास्ट में महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर कहा था, 'आप सुअर से नहीं लड़ सकते, क्योंकि सुअर तो यह पसंद है लेकिन इससे आप गंदे हो जाते हैं। भारत में घोर महिला विरोधी, सेक्सुअली फ्रस्ट्रेटेड और भ्रष्ट पुरुष हैं और सभी पार्टियों में ऐसे नेता हैं, जो संसद में बैठे हैं।'

 

महुआ मोइत्रा की इस टिप्पणी को सीधे कल्याण बनर्जी से जोड़कर देखा गया। कल्याण बनर्जी ने भी आरोप लगाया है कि महुआ मोइत्रा ने उन्हें 'सुअर' कहा।

 

दरअसल, महुआ मोइत्रा ने कुछ महीने पहले ही पूर्व लोकसभा सांसद पिनाकी मिश्रा से शादी की थी। इसे लेकर कल्याण बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को 'घर तोड़ने वाली' बताया था। कल्याण बनर्जी ने कहा था, 'उन्होंने आरोप लगाया है कि मैं महिला विरोधी हूं। वह क्या हैं? उन्होंने 40 साल पुरानी शादी तोड़ दी और एक 65 साल के आदमी से शादी कर ली। क्या उन्होंने एक महिला को ठेस नहीं पहुंचाई? देश की महिलाएं इसका फैसला करेंगी'

 

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कल्याण बनर्जी ने क्या कहा?

कल्याण बनर्जी लोकसभा में टीएमसी के चीफ व्हिप थे। उन्होंने सोमवार को इस पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद कल्याण बनर्जी ने X पर एक लंबी पोस्ट की और महुआ मोइत्रा को जमकर घेरा।

 

कल्याण बनर्जी ने लिखा, 'महुआ मोइत्रा ने एक चैनल के पॉडकास्ट में जो कहा, मैंने उसे सुना है। उन्होंने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, जैसे एक सांसद की तुलना 'सुअर' से की, यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि बुनियादी बातचीत की अवहेलना भी है। जो लोग सोचते हैं कि गाल-ी-गलौच और अपमानजनक भाषा तथ्यों की जगह ले सकती है, उन्हें अपनी राजनीति पर गंभीरता से सोचना चाहिए। जब कोई सांसद गाली-गलौज और भद्दे इशारों तक उतर आता है तो यह ताकत नहीं है, बल्कि उनकी इनसिक्योरिटी को दिखाता है।'

 

 

उन्होंने महुआ मोइत्रा पर की गई टिप्पणियों को लेकर कहा, 'मैंने जो भी कहा, वह सार्वजनिक जवाबदेही और व्यक्तिगत आचरण से जुड़े सवाल थे, जिनका सामना हर हस्ती को करना चाहिए, चाहे वह पुरुष हो या महिला। अगर ये बातें असुविधाजनक या असहज हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि 'महिला विरोधी' कहकर इससे बचा जा सकता है'

 

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'यह सरासर अपमान है'

महुआ मोइत्रा की ओर से 'सेक्सुअली फ्रस्ट्रेटेड' कहे जाने को कल्याण बनर्जी ने 'अपमानजनक' बताया है। उन्होंने कहा, 'किसी पुरुष कलीग को 'सेक्सुअली फ्रस्ट्रेटेड' कहना साहस नहीं, बल्कि सरासर अपमान है। अगर ऐसी भाषा किसी महिला के लिए इस्तेमाल की जाती तो पूरे देश में हंगामा मच जाता लेकिन जब पुरुष निशाना होता है तो इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है या तारीफ की जाती है। साफ तौर से कहूं तो यह अपमान है, फिर चाहे वह किस भी जेंडर के खिलाफ हो'

 

उन्होंने कहा, 'ऐसी टिप्पणियां न केवल असभ्य हैं, बल्कि यह डबल स्टैंडर्ड को भी बढ़ावा देती हैं, जहां पुरुषों से उम्मीद की जाते है कि वे चुपचाप सहते रहें'

 

कल्याण बनर्जी ने आखिरी में कहा, 'अगर महुआ मोइत्रा सोचती हैं कि गंदी गालियां देकर वे अपनी नाकामियों को छिपा सकती हैं या अपने रिकॉर्ड पर उठ रहे गंभीर सवालों से ध्यान हटा सकती हैं तो वे खुद को धोखा दे रही हैं। जो लोग जवाब देने की बजाय दूसरों को अपमानित करते हैं, वे लोकतंत्र के चैंपियन नहीं हैं, बल्कि उसकी शर्मिंदगी हैं। इस देश के लोग इस हरकत को समझ सकते हैं'

 

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और चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा

एक तरफ जब महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच जुबानी जंग चल रही थी, तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी एक बैठक कर रही थी। इसी बैठक में अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी लीडर नियुक्त करने का फैसला लिया गया। बताया जा रहा है कि यह बैठक 12 मिनट चली थी।

 

बताया जा रहा है कि इसी मीटिंग में कल्याण बनर्जी से भी चीफ व्हिप का पद छोड़ने को कहा गया था। मीटिंग के बाद कल्याण बनर्जी ने कहा, 'मैंने लोकसभा में पार्टी के चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया है, क्योंकि दीदी (ममता बनर्जी) ने वर्चुअल मीटिंग के दौरान कहा था कि पार्टी सांसदों के बीच तालमेल की कमी है। इसका दोष मुझ पर है। इसलिए मैंने पद छोड़ने का फैसला किया है।'

 

उन्होंने कहा, 'जिन्हें ममता बनर्जी ने सांसद बनाया, वे लोकसभा में आते ही नहीं हैं। साउथ कोलकाता, बैरकपुर, बांकुरा, नॉर्थ कोलकाता... शायद ही कोई संसद आता है। मैं क्या कर सकता हूं? मेरा क्या कसूर है? मुझे ही हर चीज के लिए दोषी ठहराया जा रहा है'

 

बताया जा रहा है कि पार्टी सांसदों के साथ वर्चुअल मीटिंग में ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा कि दिल्ली में बंगाल और टीएमसी की छवि खराब हो रही है। इसलिए एक ऐसे नेता की जरूरत है जो पार्टी की नीतियों को सही तरीके से पेश कर सके। बताया जा रहा है कि यह मीटिंग कल्याण बनर्जी को हटाने के लिए बुलाई गई थी। हालांकि, इसी मीटिंग में लोकसभा में पार्टी लीडर सुदीप बनर्जी को भी हटाने का फैसला लिया गया। इसके बाद अभिषेक बनर्जी को नया नेता नियुक्त किया गया है।