अर्जेंटीना के करिश्माई फुटबॉलर लियोनेल मेसी 3 दिवसीय भारत दौरे पर हैं। शनिवार को वह कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में आए लेकिन उनके दौरे पर बवाल हो गया। वह नेताओं और बड़े सितारों से घिरे रहे लेकिन लाखों का टिकट खरीदकर आई जनता उनका दीदार तक नहीं कर पाई। मेसी ने अपनी 70 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और फिर कोलकाता से चले गए। दोपहर 2 बजे वह तो कोलकाता से निकले और शाम करीब 5 बजे तक हैदराबाद पहुंच गए। उनके जाने के तत्काल बाद पश्चिम बंगाल में वह हुआ, जो किसी ने कल्पना नहीं की थी।
कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में मेसी को न देखकर प्रशंसक भड़क गए। उन्हें उम्मीद थी कि मेसी मैदान पर आएंगे, अपना खेल दिखाएंगे, ग्राउंड पर नजर आएंगे। प्रशंसक उन्हें देखने के लिए ही आए थे लेकिन वह 20 से 25 मिनट तक ही स्टेडियम में टिके। उनके साथ नेताओं की कतार लगी रही, उन्हीं के साथ तस्वीरें खिंचवाई। 10-15 लोगों के साथ घिरे मेसी को प्रशंसक देख तक नहीं पाए। मेसी के तत्काल स्टेडियम खोलने की वजह से उनके प्रशंसक भड़क गए। उन्होंने आरोप लगाया कि मेसी को नेताओं ने हाइजैक कर लिया।
यह भी पढ़ें: मेसी लौटे, गुस्साए प्रशंसकों ने स्टेडियम में तोड़फोड़ की, RAF तैनात
मेसी के लिए कोलकाता में बवाल क्यों मचा?
लियोनेल मेसी 'GOAT टूर' पर आए हैं। 3 दिन तक भारत में रहेंगे। उनके दौरे की शुरुआत कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई, लेकिन यह खुशी की बजाय हंगामे में बदल गई। मेसी सिर्फ 20-22 मिनट ही स्टेडियम में रुके और चले गए, जिससे हजारों फैंस गुस्से में आ गए। उन्होंने बोतलें फेंकीं, सीटें तोड़ीं, गोलपोस्ट और नेटिंग को नुकसान पहुंचाया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
प्रशंसक क्यों नाराज हैं?
फैंस ने बताया कि वे 4 हजार से लेकर 12 हजार रुपये तक के टिकट खरीदकर आए थे, कुछ ने ब्लैक में 3 लाख तक टिकट खरीदे। निराशा इस बात की थी कि वे मेसी को ठीक से देख भी नहीं पाए क्योंकि उनके आसपास VIP, नेता और सेलिब्रिटी ही नजर आ रहे थे। मोहन बागान क्लब ने मेसी को अपनी जर्सी भेंट की, लेकिन आम दर्शक दूर से सिर्फ झलक पाने की कोशिश करते रहे।
सब्यसाची घोष, मेसी प्रशंसक:-
'समय और पैसे दोनों बर्बाद हुए। मेसी को स्टेडियम के चारों तरफ घूमने देते तो हम सब देख लेते। विदेश जाकर देखने की औकात नहीं है हमारी। सब बेकार चला गया। हमें रिफंड चाहिए।'
ऐसी ही मांग ज्यादातर प्रशंसकों ने की है।
यह भी पढ़ें: 9 महीने दूर... 2026 FIFA वर्ल्ड कप में नहीं खेलेंगे लियोनेल मेसी?
अजय शाह, फुटबॉल प्रेमी:-
लोगों ने मेसी को देखने के लिए एक महीने की सैलरी खर्च की है। मैंने एक टिकट के लिए 5,000 रुपये दिए। हम मेसी को देखने आए थे, नेताओं को नहीं। इस इवेंट के टिकट की कीमतें 4,500 से लेकर लगभग 20,000 रुपये तक थीं, और कई फैंस फुटबॉल मेसी को करीब से देखने की उम्मीद में सुबह जल्दी आ गए थे। सबको निराश लौटना पड़ा।
मैदान पर प्रशंसकों ने निकाला गुस्सा
जैसे ही खबर फैली कि मेसी चले गए, फैंस मैदान पर उतर आए। होर्डिंग फाड़े, डगआउट तोड़े, यहां तक कि आग लगाने की कोशिश की। एक फैन ने गोल नेट का टुकड़ा घर ले जाते हुए कहा, कम से कम यादगार लम्हा यही है, से ही ले जा सकते हैं।
अब आगे क्या?
इंवेट के आयोजक सतद्रु दत्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर अफसोस जताया और जांच के आदेश दिए। प्रशंसकों से टिकट के पैसे वापस करने का वादा भी किया गया है।
CM ममता बनर्जी ने मांगी माफी
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल:-
सॉल्ट लेक स्टेडियम में अव्यवस्था को देखकर मैं हैरान हूं। मैं हजारों खेल प्रेमियों और प्रशंसकों के साथ उस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्टेडियम जा रही थी, जहां सभी अपने पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने के लिए जुटे थे। समिति इस घटना की विस्तृत जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देगी।
विपक्ष ने क्या कहा है?
अमित मालवीय, IT सेल, चीफ:-
घड़ियाली आंसू बहाना बंद करिए। यह कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार आपकी सरकार के हर काम में फैला हुआ है। तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के लोगों की भावनाओं पर सीधा हमला किया है और हर फुटबॉल प्रेमी का अपमान किया है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने लिखा, 'खेल प्रेमियों और दुनिया भर के लोगों की नजर में पश्चिम बंगाल और भारत को बदनाम करके, नाकाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब मगरमच्छ के आंसू बहाने में लगी हैं। यह धोखा सिर्फ पश्चिम बंगाल के आम नागरिकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में यह बात सब जानते हैं। आपके पूरे कार्यकाल में, एक के बाद एक शर्मनाक और परेशान करने वाली घटनाएं हुई हैं। हर बार आपने जवाबदेही से बचने और खुद को आसानी से दोष से बचाने के लिए उन्हीं पुराने हथकंडों का सहारा लिया है। लोग इस पैटर्न को अच्छी तरह जानते हैं।
यह भी पढ़ें: लियोनेल मेसी कोलकाता क्यों आए हैं? शेड्यूल से मैच तक, सब जानिए
सुकांत मजूमदार:-
मत भूलिए कि राज्य की पुलिस और प्रशासन पर अंतिम अधिकार सिर्फ आपका है। आज आपके कैबिनेट सहयोगी, विधायक, और यहां तक कि आपकी पार्टी के टिकट की कालाबाजारी में शामिल असभ्य तत्व भी साफ तौर पर मौजूद थे। जैसे ही लियोनेल मेस्सी मैदान पर उतरे, हर खेल प्रेमी जिसने टिकट के लिए अच्छी-खासी रकम दी थी, उसने खुद देखा कि किसने उन्हें हाइजैक करने की कोशिश की गई। लोगों ने यह भी देखा कि पश्चिम बंगाल पुलिस प्रशासन की सरासर गैर-पेशेवरता, कुप्रबंधन और नाकामी ने बड़े पैमाने पर अराजकता को कैसे जन्म दिया।
उन्होंने लिखा, 'भारी रकम खर्च करके स्टेडियम में आए हज़ारों लोग पूरी तरह निराश हो गए। इस सामूहिक अपमान और निराशा के लिए, आप और आपकी पार्टी द्वारा पाले-पोसे गए उपद्रवी, बर्बर तत्व सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। आपको इस नाकामी के लिए पूरी नैतिक और प्रशासनिक जिम्मेदारी लेनी होगी। सिर्फ पछतावा जाहिर करने या दिखावटी दुख जताने से अब लोग धोखा नहीं खाएंगे।'
मेसी के तेलंगाना दौरे का क्या हुआ?
लियोनेल मेसी के GOAT इंडिया टूर 2025 के दूसरे चरण में हैदराबाद में शनिवार को सफल आयोजन हुआ। कोलकाता में हुए हंगामे के उलट राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में मेसी ने अपने दोस्त लुइस सुआरेज और रोड्रिगो डी पॉल के साथ करतब दिखाया। बच्चों के साथ फुटबॉल खेला और पेनल्टी शूटआउट में हिस्सा लिया।
तेलंगाना मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मेसी का स्वागत किया और उनके साथ मैदान पर फुटबॉल प्लेयर की तरह नजर आए। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मेसी से मुलाकात की। मेसी ने उन्हें साइन करके एक जर्सी गिफ्ट की। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया तस्वीरें भी शेयर की हैं।
मेसी के दौरे पर एक नजर-
लियोनेल मेसी के भारत दौरे GOAT इंडिया टूर 2025 में प्रशंसकों को उनसे मिलने का मौका मिल रहा है। एक्सक्लूसिव 'मीट-एंड-ग्रीट' टिकट की कीमत 10 लाख रुपये है। 10 लाख देने के बाद कोई एक आदमी उनसे मिल सकता है, हाथ मिला सकता है। प्रोफेशनल ग्रुप फोटो खिंचा सकता है। एक ग्रुप में 6 लोग होते हैं। एक क्यूरेटेड बफे लंच या डिनर हो सकता है। टूर के एक मैच का हॉस्पिटैलिटी टिकट मिल सकता है।
कहां मिलेंगे मेसी?
- 14 दिसंबर: शाम वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई\
- 15 दिसंबर: दोपहर अरुण जेटली स्टेडियम, नई दिल्ली
