भारतीय सेना द्वारा 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद कुछ तस्वीरें और सैटेलाइट इमेज सामने आई हैं। ये तस्वीरें मुख्य रूप से बहावलपुर और मुरीदके जैसे क्षेत्रों में हुए एयरस्ट्राइक की है।
बहावलपुर (जामिया मस्जिद): मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट तस्वीरों में बहावलपुर में जामिया मस्जिद पर मिसाइल स्ट्राइक से पहले और बाद का नुकसान दिखाया गया है। तस्वीरों में इमारतों को तबाह और आसपास के क्षेत्र में हुए नुकसान साफ देखने को मिल रहा है।
मुरीदके: समाचार एजेंसी ANI ने मुरीदके शहर में स्ट्राइक से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें आतंकी ठिकानों को ध्वस्त होते दिखाया गया है। इनमें लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया गया था। ANI ने बहावलपुर की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें टूटी छतें, बिखरे मलबे दिखाई दे रहे है, जो भारतीय सेना की स्ट्राइक को दर्शाता है।
आतंकी ठिकाने: भारतीय सेना के आधिकारिक X हैंडल (@adgpi) ने कोटली और सियालकोट में नष्ट हुए आतंकी ठिकानों की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कैंप शामिल हैं। बता दे कि ये तस्वीरें ANI, मैक्सार टेक्नोलॉजीज और भारतीय सेना के आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त हुई हैं।
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एयरस्ट्राइक से पहले की तस्वीर जामिया मस्जिद
एयरस्ट्राइक के बाद की तस्वीर जामिया मस्जिद
भारतीय सेना ने किन 9 ठिकानों पर किया एयरस्ट्राइक
भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और Pok में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। ये हमले पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए। लक्षित ठिकानों में शामिल हैं:
पाकिस्तान में (4 ठिकाने)
बाहवालपुर: जैश-ए-मोहम्मद का मरकज सुभान अल्लाह, आतंकी प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र।
मुरीदके: लश्कर-ए-तैयबा का मरकज तैयबा, लाहौर से 30 किमी दूर, 2008 के मुंबई हमले की साजिश का केंद्र।
सियालकोट: हिजबुल मुजाहिदीन का मेहमूना जोया कैंप, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जनन के लिए नियंत्रण केंद्र।
शकरगढ़: जैश-ए-मोहम्मद का तेहरा कलां (सरजल) कैंप।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में (5 ठिकाने)
कोटली: अब्बास आतंकी कैंप, लश्कर-ए-तैयबा का आत्मघाती हमलावरों का प्रशिक्षण केंद्र, नियंत्रण रेखा से 13 किमी दूर।
मसकर राहिल शाहिद, हिजबुल मुजाहिदीन का कैंप।
गुलपुर: लश्कर-ए-तैयबा का कैंप, नियंत्रण रेखा से 30 किमी दूर, पुंछ और राजौरी हमलों की साजिश का केंद्र।
मुजफ्फराबाद: सवाई नाला कैंप, लश्कर-ए-तैयबा का।
बिलाल कैंप, आतंकी गतिविधियों का अड्डा।
भीमबेर: लश्कर-ए-तैयबा का मरकज अहले हदित।
चक आमरू: आतंकी ठिकाना, जैश और लश्कर से जुड़ा।
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एयरस्ट्राइक से पहले की तस्वीर मुरीदके
एयरस्ट्राइक के बाद की तस्वीर मुरीदके
इन हमलों में किन हथियारों का हुआ इस्तेमाल
इन हमलों में भारतीय वायुसेना ने राफेल, मिराज-2000, सुखोई-30MKI विमानों, ब्रह्मोस, स्कैल्प, और स्पाइस 2000 मिसाइलों के साथ-साथ HAROP ड्रोन और LMS ड्रोन का उपयोग किया। भारतीय सेना ने 62-90 आतंकियों के मारे जाने की सूचना दी, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख कमांडर शामिल थे। हमले रात 1:05 से 1:45 बजे के बीच अंजाम दिए गए और सभी भारतीय पायलट और जेट सुरक्षित लौट आए।