जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए क्रूर आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में है। भारत सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। गुरुवार को संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें सत्तापक्ष बीजेपी के साथ में विभिन्न पार्टियों के नेता शामिल हुए। सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। वहीं, बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, कानून मंत्री किरेन रिजिजू मौजूद रहे।

 

आतंकी हमले में मारे गए भारतीय नागरिकों के लिए सर्वदलीय बैठक में 2 मिनट का मौन रखा गया है। मीटिंग में नेताओं ने जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जताई। बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा सांसद रामगोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, आरजेडी के प्रेम चंद गुप्ता, आप के संजय सिंह आदि शामिल हुए। 

 

हमले में 26 लोगों की गई जान

 

केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी, साथ ही उनके विचार सुने। बता दें कि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को दोपहर में आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मरने वालों में ज्यादातर पर्यटक हैं। 

 

 

गुरुवार को ही इस आतंकी हमले को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर और गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। यह उच्चस्तरीय बैठक सुरक्षा स्थिति की गंभीरता और आगामी रणनीतियों पर चर्चा के लिहाज से अहम मानी जा रही है।

 

विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण बैठक

 

जबकि, आज विदेश मंत्रालय में भी एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कई देशों के राजदूतों को तलब किया गया था। इसके मद्देनजर जर्मनी, जापान, पोलैंड, ब्रिटेन और रूस समेत तमाम देशों के राजदूत साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे थे। इन राजनयिकों को पहलगाम आतंकी हमले की विस्तृत जानकारी दी गई और भारत की सुरक्षा चिंताओं से अवगत कराया गया। 

 

इससे पहले विपक्ष ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बैठक की अध्यक्षता करें। पीएम मोदी गुरुवार को बिहार के दौरे पर थे, जहां उन्होंने घोषणा की कि पहलगाम के हत्यारों और उनके समर्थकों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। 

 

जम्मू-कश्मीर में भी सर्वदलीय बैठक

 

उधर, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी गुरुवार को श्रीनगर में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए जघन्य और अमानवीय हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। अब्दुल्ला ने प्रस्ताव पढ़ते हुए अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से पहलगाम हमले के मद्देनजर कश्मीरियों को किसी भी तरह के उत्पीड़न से बचाने की अपील की।