भारत के नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) के बाद अब पाकिस्तान ने शनिवार को अरब सागर में नेवल नेविगेशनल वार्निंग जारी की है। पाकिस्तान नौसेना का यह फायरिंग अभ्यास उसी क्षेत्र में होगा, जहां पहले से ही भारत की तीनों सेनाएं त्रिशूल सैन्य अभ्यास कर रही हैं। ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) विश्लेषक डेमियन साइमन ने सबसे पहले अपने एक्स अकाउंट पर यह जानकारी साझा की।
बता दें कि भारत के व्यापाक सैन्य अभ्यास से पाकिस्तान में खलबली मची है। उसने 28-29 अक्टूबर को अपने एयरस्पेस का कुछ हिस्सा बंद कर दिया। दो दिन बाद यानी शनिवार को अरब सागर में नेवल नेविगेशनल वार्निंग जारी की है। खास बात यह है कि पाकिस्तान की नेवल वार्निंग अरब सागर में भारत के नोटम से ओवरलैप हो रही है। उसकी इस हरकत से अरब सागर में तनाव बढ़ सकता है।
पाकिस्तान के नेवल नेविगेशनल वार्निंग के मुताबिक सर क्रीक के नजदीक पाकिस्तान की नेवी फायरिंग अभ्यास करेगी। उसका यह अभ्यास 2 से 5 नवंबर तक चलेगा। पाकिस्तान ने अभ्यास के दौरान वाणिज्यिक और नागरिक जहाजों को लगभग 135 किमी लंबे क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। पाकिस्तान यह अभ्यास भारत के स्पेशल इकॉनामी जोन के पास कर रहा है।
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उधर, भारत ने बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार सीमा से लगे पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में नोटम जारी किया है। इस पूरे क्षेत्र में भारतीय एयरफोर्स बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेगी। नवंबर से जनवरी 2026 तक भारतीय वायुसेना छह अभ्यास करेगी।
इन तरीखों को अभ्यास
- 6 नवंबर
- 20 नवंबर
- 4 दिसंबर
- 18 दिसंबर
- 1 जनवरी
- 15 जनवरी
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कब तक चलेगा त्रिशूल सैन्य अभ्यास?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेनाएं सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास करने में जुटी हैं। सर क्रीक के पास पाकिस्तान से लगती सीमा पर 30 अक्टूबर से त्रिशूल अभ्यास जारी है। यह सैन्य अभ्यान 11 नवंबर तक चलेगा। भारत ने राजस्थान, गुजरात और अरब सागर के एक बड़े हिस्से में नोटम जारी किया है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक त्रिशूल सैन्य अभ्यास में वायुसेना, थलसेना और नौसेना हिस्सा ले रही हैं। इसका लक्ष्य सेनाओं की संयुक्त क्षमताओं, आत्मनिर्भरता और तकनीकी नवाचार का प्रदर्शन करना है। त्रिशूल अभ्यास में 20 हजार से अधिक जवान हिस्सा लेंगे। इसके अलावा राफेल, सुखोई-30 एमकेआई, लड़ाकू हेलीकॉप्टर, अर्जुन टैंक, विध्वंसक और फ्रिगेट इसका हिस्सा होंगे।
