पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। 10 मई की रात को सीजफायर तोड़ने के अब आज यानी सोमवार को जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोनों को देखा गया। हालांकि भारत के सक्रिय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही इन्हें तबाह कर दिया। लोगों ने धमाके की आवाज भी सुनी। पाकिस्तानी ड्रोनों की पहली लहर के बाद सांबा में अब कोई ड्रोन गतिविधि नहीं देखी गई है।

 

उधर, पंजाब के होशियारपुर में कुछ इलाकों में ब्लैकआउट कर दिया गया है। जिले की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने एक वीडियो संदेश में बताया कि हम कुछ समय के लिए दसूहा और मुकेरियां इलाके में एहतियातन आंशिक ब्लैकआउट घोषित कर रहे हैं। मैं होशियारपुर के निवासियों से अपील करती हूं कि वे अपनी ओर से स्वैच्छिक ब्लैकआउट करें और अपने घरों के अंदर रहें। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

 

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पाकिस्तान ने सीजफायर की लगाई थी गुहार

भारत की तगड़ी सैन्य कार्रवाई के बाद 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) से फोन पर बात करके सैन्य कार्रवाई को रोकने की अपील की थी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में खुद कहा कि पाकिस्तान की सेना ने यह गुहार लगाई थी कि भविष्य में कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं किया जाएगा। इसके बाद भारत सरकार ने इस पर विचार किया था। मगर तब तक भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकी ढांचों और उनके आकाओं को तबाह कर दिया था। 

 

भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ ने 10 मई के बाद सोमवार शाम 5 बजे दोबारा बात की। मगर कुछ घंटे बाद ही सांबा में पाकिस्तानी ड्रोन को देखा गया। बातचीत में दोनों पक्षों ने इस बात पर चर्चा कि कोई गोली नहीं चलाएगा और आक्रामक कार्रवाई नहीं करेंगे। दोनों पक्षों ने इस पर भी सहमति जताई कि सीमा और अग्रिम मोर्चे से सैनिकों की संख्या को कम करने पर विचार किया जाएगा।

 

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भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे पहले सीजफायर का खुलासा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी बातचीत की थी। कुछ घंटे बाद ही भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने देश को सीजफायर की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आग्रह पर भारत ने सीजफायर पर विचार किया है। हालांकि विदेश सचिव ने अमेरिकी मध्यस्थता का जिक्र नहीं किया। यहां तक कि उन्होंने अमेरिका का नाम भी नहीं लिया।