केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार (19 जून) को अंग्रेजी भाषा को लेकर एक बयान दिया जिससे देश का सियासी पारा चढ़ गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमित शाह के ऊपर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर गृह मंत्री को उनके बयान के लिए घेरा।
गृह मंत्री शाह ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारत में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आएगी। इसपर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि अंग्रेजी बांध नहीं बल्कि जीवन में आगे बढ़ने और रोजगार पाने का पुल है।
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अंग्रेजी बाध नहीं, पुल है- राहुल गांधी
उन्होंने लिखा, 'अंग्रेजी बाध नहीं, पुल है। अंग्रेजी शर्म नहीं, शक्ति है। अंग्रेजी जंजीर नहीं- जंजीरें तोड़ने का औजार है।' साथ ही राहुल ने अंग्रेजी को लोगों का हथियार बताया। उन्होंने बीजेपी और संघ पर देश के गरीब बच्चों से अंग्रेजी से दूर रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों नहीं चाहते कि लोग बीजेपी-संघ से सवाल पूछें और आगे बढ़ें।
BJP-RSS नहीं चाहते, गरीब बच्चा अंग्रेजी सीखे
राहुल गांधी ने लिखा, 'BJP-RSS नहीं चाहते कि भारत का गरीब बच्चा अंग्रेजी सीखे क्योंकि वो नहीं चाहते कि आप सवाल पूछें, आगे बढ़ें, बराबरी करें। आज की दुनिया में, अंग्रेजी उतनी ही जरूरी है जितनी आपकी मातृभाषा क्योंकि यही रोजगार दिलाएगी, आत्मविश्वास बढ़ाएगी।'
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इसके साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल ने भारतीय भाषाओं के महत्व पर बल देते हुए अंग्रेजी सीखने को कहा। उन्होंने एक्स पर लिखा, भारत की हर भाषा में आत्मा है, संस्कृति है, ज्ञान है। हमें उन्हें संजोना है और साथ ही हर बच्चे को अंग्रेजी सिखानी है। यही रास्ता है एक ऐसे भारत का, जो दुनिया से मुकाबला करे, जो हर बच्चे को बराबरी का मौका दे।'
अमित शाह ने क्या कहा है?
पूर्व आईएएस अधिकारी आशुतोष अग्निहोत्री की पुस्तक 'मैं बूंद स्वयं, खुद सागर हूं' के विमोचन के मौके पर गुरुवार को अमित शाह ने कहा कि हमें गुलामी के अवशेषों को त्यागना होगा और अपनी भाषाओं को गर्व से अपनाना होगा। इसी दौरान उन्होंने कहा, 'हमारे सबके जीवन में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आएगी। ऐसे समाज का निर्माण अब दूर नहीं है। हमारी देश की भाषाएं, हमारी संस्कृति का गहना हैं। देसी भाषाओं के बगैर हम भारतीय ही नहीं रहते हैं।'