जम्मू-कश्मीर के अवंतीपुरा से बड़ी खबर आ रही है। यहां के नादेर इलाके में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया। हालांकि अभी तक आतंकियों की पहचान नहीं हो पाई है। सेना ने इस अभियान का नाम 'ऑपरेशन नादेर' रखा है। जानकारी के मुताबिक सेना को एक खुफिया इनपुट मिला था। इसके बाद गुरुवार सुबह सेना ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान शुरू किया है। चिनार कोर ने अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर लिखा कि नादेर (अवंतीपोरा) में चल रहे ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है। आतंकवादियों की पहचान की जा रही है।

 

कश्मीर जोन के आईजीपी विधि कुमार बिरदी ने कहा कि सुरक्षा बलों को नादेर में आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में विशेष जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्हें घेरा गया। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद हमने तीन आतंकवादियों के शव देखे हैं। ऑपरेशन अभी जारी है। आतंकवादियों की पहचान और संगठन के बारे में जानकारी ऑपरेशन खत्म होने के बाद दी जाएगी।

 

यह भी पढ़ें: लाल आतंक का गढ़ 'कर्रेगुट्टा पहाड़', जहां जवानों ने ढेर किए 31 नक्सली

 

अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से मिला था इनपुट

चिनार कॉर्प्स ने कहा कि 15 मई को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से विशिष्ट खुफिया इनपुट मिलने के बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने नादेर में एक कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी। अपने आपको घिरता देख आतंकवादियों ने जवानों पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग शुरू की। 

 

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में न्यूक्लियर लीक हुआ या नहीं? IAEA ने असलियत बता दी

 

  • सेना ने मंगलवार को सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में तीन आतंकियों को ढेर किया था। इसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट का स्थानीय कमांडर था। सुरक्षाबलों को बड़ी संख्या में गोला-बारूद, हथियार और एके सीरीज की राइफले मिली थीं।

 

  • द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठन है। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली थी। आतंकी हमले के खिलाफ भारत ने पाकिस्तान में स्थित लश्कर और जैश के नौ ठिकानों पर बमबारी की थी। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकियों की जान गई है। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की आतंकियों ने हत्या की थी।