अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी दुखद मौत हो गई। उनके पारिवारिक मित्र बकुल नथवाणी के मुताबिक, रूपाणी की पत्नी अंजलीबेन पहले ही 19 मई को लंदन जा चुकी थीं। रूपाणी खुद लुधियाना उपचुनाव और पंजाब की जिम्मेदारी के चलते दो बार (5 और 10 जून) टिकट बुक करवा चुके थे लेकिन व्यस्तता के कारण दोनों बार यात्रा रद्द करनी पड़ी।

 

परिवार के करीबी लोगों ने बताया कि विजय रूपाणी को 1206 नंबर से खास लगाव था। उनका मानना था कि यह नंबर उनके लिए लकी है। यहां तक कि उन्होंने अपने स्कूटर का नंबर भी यही लिया था। दुर्भाग्य की बात है कि उनका निधन भी 12 जून (12/06) को ही हुआ। यह हादसा उनके परिवार और राज्य के लिए बेहद बड़ा सदमा है।

 

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विजय रुपाणी का '1206' कनेक्शन

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के लिए '1206' यानी 12 जून सिर्फ एक तारीख या नंबर नहीं था। यह नंबर उनके जीवन में कई सालों से एक खास जगह रखता था। चाहे स्कूटर हो या मुख्यमंत्री की सरकारी गाड़ी उनके हर वाहन की नंबर प्लेट पर यही नंबर होता था। उनके लिए यह नंबर शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता था लेकिन किस्मत ने 12 जून 2025 को एक ऐसा दर्दनाक मोड़ लिया, जिसने सब कुछ बदल दिया।

 

12/06 बना अनलकी

12 जून को विजय रूपाणी एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 से लंदन जा रहे थे, जहां उनकी पत्नी और बेटी पहले से मौजूद थीं लेकिन फ्लाइट ने अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही मेघानी नगर इलाके में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर क्रैश कर दी। हादसा इतना भयानक था कि आग लग गई और विमान पूरी तरह तबाह हो गया। फ्लाइट की लिस्ट में उनका नाम सीट नंबर 2D पर था।

 

बाद में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने पुष्टि की कि विजय रूपाणी इस हादसे में अपनी जान गंवा चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि यह हादसा 12वहं महीने के 6वहं दिन (12/06) को हुआ- वही नंबर जो दशकों से उनके साथ था। उनके परिवार, दोस्तों और पार्टी के लिए यह सिर्फ एक इत्तेफाक नहीं बल्कि एक गहरा निजी प्रतीक बन गया है, जो अब हमेशा एक दुखद याद के तौर पर जुड़ा रहेगा।

 

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घर का नंबर प्लेट भी 1206

राजकोट में विजय रूपाणी के घर के बाहर खड़ी कारों पर अभी भी वही 1206 नंबर प्लेट लगी है, जो उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में लंबे समय तक इस्तेमाल की थी। यह नजारा और भी भावुक कर देने वाला था। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल समेत कई पार्टी नेताओं ने इस दर्दनाक घटना पर शोक जताया। पाटिल ने कहा, 'हमारे नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी लंदन में अपने परिवार से मिलने जा रहे थे। इस हादसे में उनका भी निधन हो गया। यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।'

 

विजय रुपाणी की जर्नी

विजय रूपाणी ने अगस्त 2016 से सितंबर 2021 तक गुजरात के 16वहं मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाई। वह 1956 में बर्मा (अब म्यांमार) की राजधानी रंगून में पैदा हुए थे। 1960 के दशक में जब वहां राजनीतिक हालात बिगड़ने लगे, तो उनका परिवार राजकोट आ गया। यहीं से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वह सबसे पहले छात्र राजनीति से जुड़े और फिर 1987 में राजकोट नगर निगम के पार्षद बने।

 

अगले 30 सालों में उन्होंने राज्य सरकार में कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं जैसे परिवहन, जल आपूर्ति और श्रम मंत्रालय। 2021 में, विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के भीतर बदलाव की रणनीति के तहत उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भूपेंद्र पटेल के लिए जगह बनाई। हालांकि पद छोड़ने के बाद भी रूपाणी पार्टी से जुड़े रहे। वह गुजरात बीजेपी में सीनियर सलाहकार की भूमिका निभाते थें और चुनाव या नीति जैसे अहम मामलों में अब भी उनसे राय ली जाती थीं।