रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत के अपने दो दिवसीय दौरे के लिए दिल्ली पहुंच गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर खुद पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने कहा है कि अमेरिका ने भारत को रूस के साथ तेल व्यापार करने के लिए ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी दी लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी के भी दबाव में नहीं झुकते हैं।
पुतिन दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरे, जहां पीएम मोदी ने खुद उनका स्वागत किया। दोनों नेता इस दौरान एक दूसरे के गले लगे और एक ही कार में एयरपोर्ट से रवाना हुए। दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'भारत एक बड़ी ताकत है। भारत कोई इंग्लिश या ब्रिटिश कॉलोनी नहीं है।'
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व्यापार रिश्तों पर दिया जोर
पुतिन ने भारत-रूस के ऐतिहासिक डिफेंस और व्यापार रिश्तों पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बीच 90% से ज्यादा लेनदेन अब उनकी नेशनल करेंसी में होते हैं। इसका मतलब है कि अमेरिकी डॉलर का दबाव आने वाले समय में कम होगा।
भारत एक बड़ी ताकत- पुतिन
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जब अमेरिका और पश्चिमी देशों के भारत-रूस तेल व्यापार को रोकने के लिए सेंक्शन का इस्तेमाल करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने आज के मजबूत भारत के बारे में बात की। उन्होंने 1947 में ब्रिटिश राज से भारत को मिली आजादी का जिक्र करते हुए कहा, 'दुनिया ने देखा है कि वह भारत से उस तरह बात नहीं कर सकता जैसे 77 साल पहले करता था। भारत एक बड़ी ताकत है। कोई इंग्लिश या ब्रिटिश कॉलोनी नहीं, और सभी को यह बात ध्यान में रखनी होगी।'
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उन्होंने खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। पुतिन ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ऐसे इंसान नहीं हैं जो आसानी से दबाव में आ जाएं। भारत के लोग निश्चित रूप से अपने लीडर पर गर्व कर सकते हैं। यह बिल्कुल साफ है। उनका रुख बिना किसी टकराव के, अटल और सीधा है। हमारा मकसद झगड़ा भड़काना नहीं है, बल्कि हमारा मकसद अपने कानूनी अधिकारों की रक्षा करना है। भारत भी यही करता है।'
