पश्चिम बंगाल के बांकुरा के सोनामुखी ग्रामीण अस्पताल से एक भयावह घटना सामने आई है। यहां अस्पताल आई एक महिला ने समय से पहले बाथरूम में ही बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन इसके बाद जो हुआ उसको सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। 18 नवंबर को कोचडीही गांव की प्रिया रॉय को अचानक पेट में दर्द महसूस हुआ जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। 

 

यूरिन सैंपल देने के लिए 6 महीने की गर्भवती पीड़िता बाथरूम गई जहां उसने नवजात को जन्म दे दिया। महिला तुरंत मदद के लिए डॉक्टर के पास गई, लेकिन उसी दौरान नवजात शिशु को परिसर में घूम रहे एक आवारा कुत्ते ने उठा लिया। कुत्ते को भगाने के बावजूद नवजात को वापस नहीं लाया जा सका। 

अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप

परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि नवजात के जन्म के तुरंत बाद उन्होंने मदद के लिए अस्पताल के कर्मचारियों से संपर्क किया, लेकिन कर्मचारियों ने कोई मदद नहीं दी। अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, परिवार ने कहा कि सहायता के लिए बार-बार अनुरोध करने के बावजूद किसी ने प्रिया की देखभाल नहीं की और बच्चे को शौचालय में अकेला ही छोड़ दिया गया। जब तक परिवार के सदस्य वापस लौटे, उन्होंने पाया कि बच्चा गायब है। इसके तुरंत बाद, उन्होंने एक आवारा कुत्ते को बच्चे को ले जाते हुए देखा। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के बाद भी अस्पताल परिसर में आवारा कुत्ते घूम रहे थे। 

अस्पताल के अधिकारियों ने जांच शुरू की

घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल के अधिकारी हरकत में आए। बिष्णुपुर स्वास्थ्य जिले की डिप्टी सीएमओएच मीनाक्षी मैती ने एक बयान में दावा किया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि परिवार के आरोपों में विसंगतियां हैं। हालांकि, प्रिया ने जोर देकर कहा कि वह छह महीने की गर्भवती थी।

पुलिस ने जांच शुरू की

परिवार और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद सोनामुखी पुलिस स्टेशन की पुलिस मामले की जांच करने के लिए पहुंची। बिष्णुपुर स्वास्थ्य जिले के प्रतिनिधि और दो डिप्टी सीएमओएच ने कर्मचारियों से पूछताछ की।

भाजपा ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक पोस्ट शेयर की। इस घटना को भयावह और हृदय विदारक बताते हुए मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और कहा कि वह उचित चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने में विफल रहीं।

 

उन्होंने लिखा, 'पश्चिम बंगाल के सोनामुखी से एक भयावह घटना सामने आई है। स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी के तथाकथित ‘विश्व स्तरीय’ नेतृत्व में, एक गर्भवती महिला को बिना किसी चिकित्सा सुविधा के, लंबे समय तक प्रसव पीड़ा सहने के बाद शौचालय में बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। दुखद बात यह है कि प्रसव के बाद, एक कुत्ता- जो परिसर में खुलेआम घूम रहा था नवजात को उठाकर भाग गया। भयावह और हृदय विदारक।'