भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ट्रोल्स के निशाने पर आए गए हैं। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच विक्रम मिसरी दुनिया के सामने भारत का पक्ष रहे थे। विक्रम मिसरी, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की आवाज बनकर सामने आए थे। मगर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद विक्रम मिसरी की सोशल मीडिया पर काफी ट्रोलिंग हुई।
ऑनलाइन एब्यूज के कारण उन्हें अपना 'X' अकाउंट प्राइवेट करना पड़ा है। यूजर्स उनके पुराने पोस्ट्स पर कई तरह के कॉमेंट्स कर रहे थे। यहां तक कि लोग विक्रम मिसरी के परिवार तक को भी निशाना बना रहे थे। इसके बाद उन्हें अपना अकाउंट प्रोटेक्टेड मोड में डालना पड़ा। अब उनके पुराने फॉलोअर्स को छोड़कर किसी को भी उनका पोस्ट नहीं दिखेगा। विक्रम मिसरी की ट्रोलिंग पर कई लोगों ने हैरानी जताई है और उनके साथ खड़े नजर आए हैं।
यह भी पढ़ें: 100 से अधिक आतंकी, 40 जवान ढेर; PAK को बड़ा नुकसान
'बिना थके देश के लिए काम कर रहे'
AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने X पर पोस्ट कर कहा कि विक्रम मिसरी बिना थके देश के लिए काम कर रहे हैं और कार्यपालिका या राजनीतिक नेतृत्व के फैसलों के लिए उन्हें निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। ओवैसी ने लिखा है, 'विक्रम मिसरी शालीन और ईमानदार हैं। वह कठिन परिश्रम करने वाले डिप्लोमैट हैं, जो बिना थके देश के लिए काम कर रहे हैं। यह याद रखा जाना चाहिए कि हमारे सिविल सर्वेंट कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं और देश चलाने वाली कार्यपालिका या राजनीतिक नेतृत्व के फैसलों के लिए उन्हें निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।'
यह भी पढ़ें: भारत ने जिस एयरबेस को किया तबाह, वह अब एक हफ्ते रहेगा बंद
कौन हैं विक्रम मिसरी?
विक्रम मिसरी इंडियन फॉरेन सर्विसेज (IFS) के साल 1989 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने पिछले साल 15 जुलाई को देश के 35वें विदेश सचिव के रूम में कार्यभार संभाला था। इससे पहले विनय मोहन क्वातरा विदेश सचिव के रूप में काम कर रहे थे। कश्मीरी पंडितों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले विक्रम मिसरी का जन्म 7 नवंबर 1964 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ था। उन्होंने विदेश मंत्रालय में डिप्लोमैट के तौर पर कई पदों पर काम किया है, जिनमें यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में अलग-अलग भारतीय मिशन में सेवा शामिल है।
वह जनवरी 2022 से 2024 तक भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर यानी NSA के डिप्टी के तौर पर कार्यरत थे। विक्रम मिसरी 2019 से 2021 तक चीन में भारतीय एम्बैसडर रहे। इसके अलावा वह स्पेन और म्यांमार में भारत के एम्बैसडर रहे हैं। वह इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए प्राइवेट सेक्रेटरी रह चुके हैं।
विक्रम मिसरी की पढ़ाई
विक्रम मिसरी की शुरुआती पढ़ाई श्रीनगर के बर्न हॉल स्कूल और DAV स्कूल से हुई। इसके बाद वह ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से पढ़े। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदु कॉलेज से उन्होंने इतिहास में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने जमशेदपुर के जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट (XLRI) से MBA किया। सरकारी सेवा में शामिल होने से पहले उन्होंने विज्ञापन और एड फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी काम किया है।