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100 से अधिक आतंकी, 40 जवान ढेर; PAK को बड़ा नुकसान

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और उनके पनाहगारों व आतंकी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से किया गया था।

Press conference on Operation Sindoor.

आपरेशन सिंदूर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस। Photo Credit: PIB

ऑपरेशन सिंदूर पर रविवार को रक्षा मंत्रालय ने एक ब्रीफिंग में पाकिस्तान में मची भारी तबाही के सबूत दुनिया को दिखाए। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि भारत की कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकियों और लगभग 40 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है। पाकिस्तान की एयरफोर्स को भारी नुकसान पहुंचा है। भारतीय वायुसेना ने अपने घातक हमले में कई एयरबेस और सैन्य ठिकानों को तबाह किया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत से संपर्क साधा और संघर्ष रोकने का प्रस्ताव रखा। 

 

 

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और उनके पनाहगारों व आतंकी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से किया गया था। बेहद ही सूक्ष्मता से आतंकी शिविरों की पहचान की गई। कुछ जगहों को भारत के हमले के डर से पहले ही खाली कर दिया गया था। मगर भारत ने नौ आतंकी शिविरों को चुनकर निशाना बनाया। इन ठिकानों की जानकारी खुफिया एजेंसियों से मिली थी। इनमें से कुछ पीओजेके में थे, जबकि कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित थे। मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का केंद्र था। यहां अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे कुख्यात आतंकी पनपे।

 

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इन आतंकियों की मौत

सेना ने बताया कि इन नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे कुख्यात आतंकियों को भी ढेर किया गया। मोहम्मद यूसुफ अजहर आईसी 814 विमान के हाईजैक और पुलवामा हमले में भी शामिल था। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में नागरिकों, गांव और गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थल को निशाना बनाया। इसमें कई लोगों की जान भी गई। 

 

 

पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने तबाह

एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि 8 और 9 की मई की रात को साढ़े 10 बजे हमारे शहरों पर पाकिस्तान से बड़े स्तर पर हमला किया गया। ये हमले श्रीनगर से नलिया तक किए गए। हम तैयार थे। हमारे एयर डिफेंस तैयारियों ने सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान हमें कोई नुकसान न पहुंचा सके। इसके बाद एक संतुलित प्रतिक्रिया में हमने लाहौर और गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, सर्विलांस रडार साइटों को नष्ट किया।  लाहौर के पास से पाकिस्तान ड्रोन हमला करने में जुटा था। इसी दौरान उसने अपने नागरिक विमानों को भी उड़ाना जारी रखा। भारतीय एयरफोर्स ने बेहद सावधानी से हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।

 

पाक को खोने पड़े 40 जवान

7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में पाकिस्तान के लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं। एयर मार्शल ने आगे कहा कि 8 मई को रात 8 बजे से कई पाकिस्तानी मानवरहित एरियल सिस्टम, ड्रोन और लड़ाकू विमानों ने भारतीय एयरफोर्स के ठिकानों पर हमला किया। इनमें जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, अमृतसर, बठिंडा, डलहौजी और जैसलमेर शामिल थे। ये हमले एक साथ किए गए थे। हमारी सभी एयर डिफेंस गन और अन्य सिस्टम उनके इंतजार में थे। इन सभी हमलों को प्रशिक्षित चालक दल ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। कुछ को पिकोरा और SAMAR ने नष्ट किया। पाकिस्तान एयरफोर्स के हमले से जमीन पर कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। 

 

 

 

कई एयरबेस भी नष्ट

एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि जहां चोट पहुंचेगी, वहां हमला करने का फैसला लिया गया था। इसके बाद एक तेज, समन्वित और सुनियोजित हमले में हमने पूरे पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान के एयरबेस, कमांड सेंटर, सैन्य बुनियादी ढांचे और एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने चकलाला, रफीक, रहीम यार खान पर हमला किया और स्पष्ट संदेश दिया कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद सरगोधा, भुलरी और जैकोबाबाद में स्थित सैन्य ठिकानों को तबाह किया। भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तान के एयरबेस में मची तबाही की फोटो भी सार्वजनिक की। इसमें रनवे समेत कई बड़ी इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा दिख रहा है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना ने इन हमलों में प्रमुख भूमिका निभाई। सटीक हथियारों को नौसेना ने उपलब्ध कराया था। 

 

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'PAK बोला- लड़ाई रोक दो'

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कल 3 बजकर 35 मिनट पर पाकिस्तान के डीजीएमओ के साथ मेरी बातचीत हुई। पाकिस्तान ने ही संघर्ष को रोकने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद 10 मई को शाम 5 बजे से दोनों पक्षों ने सीजफायर पर सहमति जताई। हमने 12 मई को दोपहर 12:00 बजे आगे बात करने का भी फैसला किया है, ताकि इस समझ को लंबे समय तक बनाए रखने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके।

 

उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने सीमा पार और नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी करके कल रात और आज तड़के न केवल ड्रोन भेजे बल्कि सीजफायर का कुछ ही घंटों में उल्लंघन किया। इन उल्लंघनों का मजबूती से जवाब दिया गया। हमने आज पहले अपने समकक्ष को एक और हॉटलाइन संदेश भेजा है और कहा कि अगर आज रात या बाद में उल्लंघन हुआ तो हम इनका कड़ा जवाब देंगे। हमारी सेना पूरी तरह से तैयार हैं। 

 

 

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