पुणे के एक बिजनेस ने बुधवार को एक महिला और उसके पति के खिलाफ 14.49 करोड़ की ठगी की एक एफआईआर दर्ज की है। उनका आरोप था कि महिला ने पीएम का नेशनल एडवाइज़र बनकर सरकारी टेंडर दिलाने की बात कहकर यह ठगी की है।

 

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 20 नवंबर को सतारा शहर पुलिस स्टेशन में दर्ज नवीनतम शिकायत के बाद, कश्मीरा पवार द्वारा किए गए कथित घोटालों की संख्या बढ़ गई है, क्योंकि पुलिस को संदेह है कि पवार और उनके सहयोगियों ने और अधिक लोगों को ठगा है।

 

पति के नाम भी एफआईआर

इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि पवार के खिलाफ़ ताज़ा शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए, सतारा सिटी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आर बी मस्के ने कहा, "कश्मीरा और तीन अन्य के खिलाफ़ एक और एफ़आईआर दर्ज की गई है, जो सभी वर्तमान में जेल में बंद हैं। हम नए अपराध में उनकी संलिप्तता की जांच के लिए उन्हें फिर से गिरफ़्तार करेंगे।"


पुणे के इस उद्योगपति ने एफआईआर में पवार के पति गणेश गायकवाड़ और दो अन्य साथियों का भी नाम दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने एफआईआर में कहा है कि 2017 में पवार से उनकी मुलाकात तब हुई थी, जब मीडिया रिपोर्ट्स में उनका इंटरव्यू छपा था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें पीएमओ का राष्ट्रीय सलाहकार नियुक्त किया गया है। पवार ने कथित तौर पर उन्हें यह भी बताया कि उनका राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से सीधा संपर्क है।

 

टेंडर दिलाने का किया था वादा

पवार ने व्यवसायी को एक कंपनी से लगभग 2 करोड़ रुपये का बकाया वापस दिलाने में मदद की, जिसके बाद वह उस पर भरोसा करने लगे। 2021 और 2023 के बीच, उसने कथित तौर पर शिकायतकर्ता और उनके साथी से 14 करोड़ से ज्यादा रुपये और सोना लिया, यह आश्वासन देकर कि वह उन्हें रक्षा मंत्रालय (MoD) की रसद सप्लाई करने का 215 करोड़ रुपये का, भारतीय खाद्य निगम (FCI) व जम्मू और कश्मीर को 197 करोड़ रुपये का अनाज आपूर्ति करने के लिए सरकारी टेंडर दिलाएगी।

 

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पुलिस ने कहा कि जब शिकायतकर्ता को कोई टेंडर नहीं मिला। पिछले महीने जब पता चला कि पवार को धोखाधड़ी के मामले में सतारा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, तो पुणे के व्यापारी ने एफआईआर दर्ज कराई।