असम की राजनीति इस समय मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा बनाम कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के इर्द-गिर्द घूम रही है। दरअसल, राज्य में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति चल रही है। सीएम सरमा एक के बाद एक गोगोई और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं। गौरव गोगोई और सीएम हिमंत सरमा की यह लड़ाई सार्वजनिक तौर से सोशल मीडिया पर आ पहुंची है।   

 

ताजा मामले में हिमंत सरमा ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच 18 मई को लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई पर गंभीर आरोप लगाए। सरमा ने कहा, 'कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के निमंत्रण पर पाकिस्तान गए थे।' सरमा ने गोगोई पर लगाए गए आरोपों को लेकर कहा कि उनके पास इस दावे के समर्थन में दस्तावेज मौजूद हैं।

 

आरोप-प्रत्यारोप

वहीं, हिमंत बिस्वा सरमा के लगाए गए संगीन आरोपों पर गौरव गोगोई ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा है कि वह असम के मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर परेशान हैं। गोगोई ने कहा कि उनके राज्य की राजनीति में सक्रिय होने के बाद से मुख्यमंत्री परेशान हो गए हैं और इसलिए वह मेरे ऊपर निशाना साध रहे हैं। गोगोई ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल उठाए, और कहा, 'मुख्यमंत्री जिस स्क्रिप्ट पर चल रहे हैं, वह बी ग्रेड फिल्म से भी बदतर है।'

 

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हिमंत बिस्वा सरमा ने क्या कहा?

 

हिमंत बिस्वा सरमा ने गोगोई को लेकर कहा, 'मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कहता हूं कि असम के सांसद गौरव गोगोई ने पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के निमंत्रण पर वहां कई दिन बिताए। हम इस यात्रा और इससे जुड़ी गतिविधियों की विस्तृत जांच कर रहे हैं। हमारे पास इस बात का दस्तावेजी सबूत भी है।'

 

असम सीएम ने कहा, 'सबूत 10 सितंबर तक जनता के सामने पेश किए जाएंगे। गौरव गोगोई ने पर्यटन की वजह से नहीं, बल्कि ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान का दौरा किया। यह महत्वपूर्ण और खतरनाक बात है।' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के गृह मंत्रालय से सीधे निमंत्रण मिलना इस बात का सबूत है कि गौरव गोगोई पाकिस्तान के साथ करीब से जुड़े हुए थे।

 

उन्होंने कहा, 'अगर यह जासूसी नहीं है, तो क्या है? फिर आप (गौरव गोगोई) आते हैं और राफेल का विरोध करते हैं। आप संसद में सवाल पूछते हैं कि तटीय मार्ग में सुरक्षा परत कहां बनाई गई है? भारत का परमाणु हथियार कहां रखा गया है? ये सवाल आपके लिए किसने लिखे हैं? आपने उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीखा है। अगर मैंने एक भी बात गलत कही है तो मैं सीएम नहीं रहूंगा। अगर मैंने एक भी बात गलत कही है तो मैं अपने घर भी नहीं जाऊंगा।'

 

मुख्यमंत्री सरमा ने आगे कहा, 'मैं कांग्रेस के सांसद से अनुरोध करता हूं कि अगर कोई बीजेपी सांसद बिना सरकार को सूचित किए व्यक्तिगत कारणों से पाकिस्तान गया हो, तो कृपया हमें इसकी जानकारी दें। हम यह जानकारी जरूर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी नड्डा) तक पहुंचाएंगे।'

 

गौरव गोगोई की क्या है प्रतिक्रिया?

 

वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने हिमंत बिस्वा सरमा के दावों को लेकर कहा, 'मुख्यमंत्री जिस स्क्रिप्ट को पढ़ रहे हैं, वह किसी बी-ग्रेड फिल्म से भी बदतर है। कहा जाता है कि एक झूठ को छुपाने के लिए इंसान को अनगिनत झूठ बोलने पड़ते हैं और मुख्यमंत्री भी यही काम कर रहे हैं। उन्होंने अभी तक अपने दावों को लेकर कोई सबूत नहीं दिखाया है और एक आईटी सेल ट्रोल की तरह बर्ताव कर रहे हैं। एक मुख्यमंत्री को ट्रोल नहीं बनना चाहिए।'

 

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गोगोई ने कहा, 'अगर उनके पास उनके आरोपों को साबित करने वाले सबूत हैं तो वो उन्हें सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं? यह तमाशा और ज्यादा दिनों तक परदे के पीछे नहीं छुप सकता है।'

 

गौरव गोगोई ने कहा कि मुख्यमंत्री जो बातें कह रहे हैं, उनमें से 99 फीसदी बातें झूठी और बेतुकी हैं। उन्हें एक इमेजनरी सितंबर की डेडलाइन की पीछे नहीं छिपना चाहिए और सभी सबूतों को जनता के बीच चाहिए। मुझे इस बात पर शक है कि मुख्यमंत्री सितंबर तक कोई ठोस सबूत पेश करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि असम में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने राहुल गांधी के एक कथित बॉडी डबल (डुप्लीकेट बॉडी) के बारे में कैसी अफवाफें उड़ाई थीं।

 

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, 'मुख्यमंत्री मेरे प्रति चाहे जितने भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जैसे कि वो पिछले 13 सालों से रहते आए हैं। कांग्रेस पार्टी असम की भयानक आर्थिक स्थिति और राजनीतिक सुरक्षा में चल रहे कोयले और ड्रग माफिया पर अपना ध्यान बनाए हुई है।'

 

गौरव गोगोई की पत्नी पर भी लगाए थे आरोप 

 

इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसी साल फरवरी महीने में गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए थे। सरमा ने एलिजाबेथ कोलबर्न पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े होने के आरोप लगाए थे। इसके अलावा एलिजाबेथ के ऊपर युवाओं को पाकिस्तान दूतावास ले जाकर उनके विचार बदलने और कट्टरता बढ़ाने की कोशिश, पिछले 12 सालों से भारतीय नागरिकता न लेने के आरोप भी लगाए। साथ ही एलिजाबेथ पर धर्म परिवर्तन के गिरोह में शामिल होना और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने के लिए बाहरी स्रोतों से धन प्राप्त करना भी बड़े आरोप लगाए गए हैं।

 

असम की राजनीति है निशाने पर

 

हालांकि, राजनीति के जानकार हिमंत बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई के बीच चल रही जुबानी जंग को असम की राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल, असम में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। कुछ महीनों पहले तक मुख्यमंत्री हिमंत सरमा के सामने राज्य में कोई नेता चुनौती पेश करता हुआ नहीं दिखाई दे रहा था। मुख्यमंत्री ने गौरव गोगोई पर पाकिस्तान जाने का आरोप लगाकर राजनीतिक रूप से इस बयान ने गौरव की पूरे प्रदेश में चर्चा कराई। 

 

वहीं, गौरव गोगोई असम में सक्रिय होकर अपने पिता तरूण गोगोई की कोई हुई राजनीति को वापस पाने की जुगत कर रहे हैं।