बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा से पहले नीतीश सरकार में बड़ा फेरबदल हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार करने का फैसला किया है। इसमें बीजेपी कोटे 7 नए चेहरों को मौका मिल रहा है। बिहार मंत्रिमंडल में होने वाले विस्तार में जिन 7 विधायकों के नाम सामने आए हैं, उससे संकेत मिल रहे हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरण का खास तौर से ध्यान रखा गया है।

 

बुधवार की शाम को नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण होगा। जिन नए चेहरों को मंत्री बनाया जा रहा है उनके नाम हैं- कृष्ण कुमार मंटू (छपरा, अमनौर), विजय मंडल (अररिया, सिकटी), राजू सिंह (साहेबगंज), संजय सारावगी (दरभंगा), जीवेश मिश्रा (जाले), सुनील कुमार (बिहारशरीफ) और मोती लाल प्रसाद (रीगा)।

 

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विधायकों का अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव 

 

बता दें कि इन सभी बीजेपी विधायकों का अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव माना जाता है। अब इनकी नियुक्ति से बीजेपी को अलग-अलग जिलों में स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलेगी। सीमांचल के सिकटी से बीजेपी विधायक विजय कुमार मंडल को मंत्री बनाकर बीजेपी अति पिछड़ा वर्ग, खासकर केवट जाति के वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है। मंडल का राजनीतिक सफर आनंद मोहन की पार्टी से शुरू होकर राजद, लोजपा, जदयू होते हुए बीजेपी तक पहुंचा है। 

 

वे पांच बार विधायक और एक बार राज्य मंत्री रह चुके हैं। मंडल केवट जाति से आते हैं, सीमांचल में अति पिछड़ा वर्ग के बड़े वोट बैंक का प्रतिनिधित्व करते हैं।