दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक 27 दिसंबर 2025 को हुई। इस बैठक में पार्टी ने संगठन से लेकर मनरेगा और अन्य विषयों पर चर्चा की। इस बड़ी बैठक से ठीक पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) और आरएसएस की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दिया था। इस पोस्ट ने पार्टी को असहद स्थित में डाल दिया। अब इस पोस्ट को शेयर करने के एक दिन बाद दिग्विजय सिंह ने अपना स्टैंड बदला और बीजेपी और आरएसएस को संविधान विरोधी बता दिया है।
दिग्विजय सिंह ने अपने पोस्ट में संगठन की शक्ति के बहाने यह बताने की कोशिश की कि कैसे आरएसएस और बीजेपी में एक जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता उच्च पदों तक पहुंच जाता है। अपने बयान के आखिर में उन्होंने जय सिया राम भी लिखा। इस पोस्ट के बाद से ही सवाल यह उठ रहा है कि क्या वह बीजेपी से नजदीकियां बढ़ाना चाहते हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि सिंह अपनी ही पार्टी को संदेश देना चाहते थे और सीनियर नेताओं पर सवाल उठा रहे थे। वजह जो भी हो एक बात तो साफ है कि दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट ने कांग्रेस पार्टी को असहज स्थिति में डाल दिया।
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क्या लिखा था?
दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'Quora site पर मुझे यह फोटो मिला है। बहुत ही प्रभावशाली है। किस तरह आरएसएस का जमीनी स्वयंसेवक और जनसंघ का कार्यकर्ता नेताओं की चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बना। यह संघटन की शक्ति है। जय सिया राम।' इस पोस्ट पर कल खूब बवाल हुआ लेकिन अब दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला है।
एक दिन में बदला स्टैंड
दिग्विजय सिंह ने आज कहा, 'मैं तो शुरू से इस बात को कहता रहा हूं कि संघ की विचारधारा का मैं विरोधी हूं। संघ ना तो देश के संविधान को मानते हैं और ना ही देश के कानून को। संघ रजिस्टर्ड संस्था भी नहीं है और ना देश का कोई कानून इन पर लागू होता है।' हालांकि, दिग्विजय सिंह ने संघ के संगठन की शक्ति की तारीफ आज भी की। उन्होंने कहा, 'उनकी संगठन क्षमता की तारीफ मैं इसलिए करता हूं क्योंकि एक ऐसी संस्था जो रजिस्टर्ड भी नहीं है, देश में इतनी शक्तिशाली हो गई है कि देश के पीएम लाल किले से कहते हैं कि यह विश्व का सबसे बड़ा एनजीओ है।'
कांग्रेस पर क्या बोले?
दिग्विजय सिंह से जब सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस को संगठन कमजोर है? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि कांग्रेस के संगठन में सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी एक आंदोलन की पार्टी है। हर एक विषय को एक आंदोलन बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी होशियार है लेकिन उस मूवमेंट को वोट में बदलने में हम कमजोर हैं।' केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े सवाल पर दिग्विजय ने कहा, 'कांग्रेस नेतृत्व तक मेरी बात पहुंच रही है। यही कारण है कि आप मुझसे सवाल कर रहे हैं।' दिग्विजय सिंह ने बूथ लेवल तक संगठन को पहुंचाने की जरूरत है। हालांकि, उन्होंने CWC की मीटिंग में क्या कहा इस प्रश्न का उन्होंने जवाब नहीं दिया।
