दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के नेताओं के साथ बैठक की। इस मीटिंग में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, मंत्री और विधायक मौजूद थे। दिल्ली के कपूरथला भवन में हुई मीटिंग के बाद भगवंत मान ने बताया कि हम दो साल में पंजाब में ऐसा मॉडल बनाएंगे, जिसे पूरा देश देखेगा।


केजरीवाल और पंजाब के नेताओं की बैठक ऐसे वक्त हुई है जब दिल्ली में हार के बाद पार्टी में असंतोष की चर्चाएं हैं। कांग्रेस का दावा है कि पंजाब के तीन दर्जन विधायक उसके संपर्क में है। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने किसी भी तरह के असंतोष को खारिज किया है।

मीटिंग के बाद क्या बोले भगवंत मान?

अरविंद केजरीवाल के साथ मीटिंग के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि दिल्ली चुनाव में पंजाब के नेताओं ने बहुत मेहनत की थी, अरविंद केजरीवाल ने उन सभी का शुक्रिया अदा किया।


उन्होंने कहा, 'पंजाब में हमारी सरकार लोगों के हित में बहुत काम कर रही है। चाहे वो बिजली के क्षेत्र में हों, शिक्षा के क्षेत्र में हों, इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हों, अस्पतालों का काम हो। हम लोग ऑलरेडी काम कर रहे हैं और इसको और ज्यादा तेज करना है। दिल्ली के लोग यही कहते हैं कि ऐसे काम हमने 75 साल में कभी नहीं देखे, जितने आम आदमी पार्टी ने 10 साल में किए।'

 

'हार-जीत चलती रहती है'

भगवंत मान ने कहा, 'हार जीत चलती रहती है। हमारी पार्टी काम के नाम पर जानी जाती है। धर्म की, गुंडागर्दी की या पैसे बांटने की राजनीति नहीं करते। दिल्ली के लोगों का फैसला सिर माथे पर है।'

 

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'पंजाब को मॉडल स्टेट बनाएंगे'

उन्होंने कहा कि पंजाब को एक ऐसा मॉडल बनाएंगे कि पूरा देश देखेगा। उन्होंने कहा, 'हम दो साल में पंजाब को एक ऐसा मॉडल बना देंगे कि पूरा देश देखेगा। चाहे वो शहरों की तरक्की हो या गांव की। पंजाब को एक मॉडल स्टेट बनाकर पूरे देश को दिखाएंगे। हमें उम्मीद है कि हमारे जो वॉलंटियर हैं, वो डेडिकेटेड हैं। पंजाब पहले भी हर लड़ाई में अपना योगदान सबसे आगे होकर देता रहा है।'

बाजवा के दावे पर क्या बोले मान?

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा दावा कर रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के 30 विधायक उनके संपर्क में हैं। इस पर जब सवाल किया तो जवाब देते हुए भगवंत मान ने कहा, 'प्रताप बाजवा पौने तीन साल से यही कह रहे हैं। उनको बोलो कि हमारे विधायकों की गिनती छोड़ो, अपने गिन लो दिल्ली में कितने हैं।'

 


भगवंत मान ने कहा कि हम जमीन से आए लोग हैं। हम ऐसे घर से नहीं हैं कि पिता-दादा बड़े ओहदों पर रहे हों। हम इसी पर काम कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिल कैसे जीतें।

 

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कांग्रेस का दावा- जल्द टूटेगी AAP

दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद पंजाब में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा बार-बार आम आदमी पार्टी के 30 विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर रहे हैं। 

 

कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, '8 को नतीजे आए और दो दिन में ही हलचल मच गई। ये कहीं न कहीं उनके लिए खतरे की घंटी तो है। इतनी जल्दी मीटिंग बुलानी पड़ी तो मुझे लगता है कि बहुत जल्दी पार्टी टूट जाएगी। जब पार्टी हारती तो मंथन तो होता है लेकिन वहां के राज्य का होता है। दूसरे राज्य का नहीं होता। उन्हें लग रहा है कि जो दिल्ली में हुआ है, वो पंजाब में न हो जाए।'


उन्होंने कहा, 'पंजाब के हालात बहुत खराब हैं। खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। खालिस्तान का झंडा बनाया गया। मुख्यमंत्री इतने डरपोक हैं कि वो वहां से झंडा फहराने से ही भाग गए। उनको कहना चाहिए था कि मैं झंडा फहरा रहा हूं, अगर खालिस्तानियों में दम है तो आओ। ऐसे डरपोकों को पंजाब की धरती पसंद नहीं करती।'

'AAP और BJP ड्रामेबाज हैं'

रंधावा ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी को ड्रामेबाज बताया। उन्होंने कहा, 'केजरीवाल बोल रहे हैं कि हरियाणा यमुना में जहर मिलाकर पानी भेज रहा है। वही पानी मैं पी रहा हूं। वही पानी वो पी रहे हैं। अगर इतना ही था तो उन्हें हरियाणा सरकार के खिलाफ एफआईआर करवानी थी। सैंपल भेजना था।'

 


उन्होंने 'ऑपरेशन लोटस' पर कहा, 'ये कह रहे हैं कि 15 करोड़ के लिए फोन आया था। कोई फोन करेगा तो उसका नाम भी आएगा। इनको उसके खिलाफ एफआईआर करनी चाहिए थी। न तो ये एफआईआर कर रहे हैं और न ही बीजेपी कर रही है कि ये झूठ बोल रहे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो को भेज दिया। वो वहां जाकर बयान दर्ज कर रहे हैं। ये दोनों ड्रामेबाज हैं।'

क्या पंजाब से चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल?

दिल्ली में पिछले दो चुनाव 60 से ज्यादा सीटें जीतने के बाद आम आदमी पार्टी इस बार 22 सीटों पर ही सिमट गई। दिल्ली में हार के बाद ऐसी अटकलें हैं कि अरविंद केजरीवाल अब पंजाब की सियासत में बड़ी भूमिका में आ सकते हैं। उनके लुधियाना सीट से चुनाव लड़ने की भी अटकलें हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने इन सभी अटकलों को खारिज किया है। दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद अब पंजाब ही एकमात्र राज्य है, जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में है।