तमिलनाडु में अभी विधानसभा चुनाव दूर हैं लेकिन देश की सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) के बीच अभी से तलवारे खिंच गई हैं। रविवार को गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु दौरे पर रहे जहां उन्होंने राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के लिए बैठकें की और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनेने का दावा किया। इस दौरान उन्होंने तमिलनाडु की वर्तमान सरकार पर घौटालों में शामिल होने का भी आरोप लगाया। उनके इन आरोपों का जवाब DMK के वरिष्ठ नेता ए राजा ने सोमवार को दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसे साधारण लोगों से नहीं डरती और उनकी पार्टी की विचारधारा बीजेपी को तमिलनाडु में पैर नहीं जमाने देगी।
रविवार को अमित शाह ने सत्तारूढ़ DMK की आलोचना की थी। आलोचना के जवाब में DMK नेता ए राजा ने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर बीजेपी नेताओं की हाल में की गई टिप्पणियां सरासर झूठ और विभाजनकारी हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली और महाराष्ट्र की तरह पैर नहीं जमा सकतीं क्योंकि द्रविड़ विचारधारा भगवा विचारधारा की विरोधी है।
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अमित शाह ने क्या आरोप लगाए थे?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मदुरै में आयोजित सभा में तमिलनाडु की वर्तमान सरकार और DMK पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि DMK सरकार ने पिछले 4 साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। अमित शाह ने केंद्र की योजनाओं को सही से लागू ना करने का आरोप लगाया। उन्होंने DMK सरकार पर 4600 करोड़ रुपये के अवैध रेत खनन घोटाले का आरोप भी लगाया। इस सभा में अमित शाह ने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तमिलनाडु में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनेगी।
केजरीवाल का उदाहरण क्यों देने लगे राजा?
ए राजा ने कहा कि द्रविड़ विचारधारा कभी बीजेपी तो तमिलनाडु में पैर नहीं पसारने देगी। उन्होंने द्रविड़ दर्शन का हवाला देते हुए कहा, 'AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सत्ता में कैसे आए- उन्होंने केवल भ्रष्टाचार का विरोध किया। क्या उनके पास कोई विचारधारा थी, क्या उनके पीछे कोई नेता थे?'
उन्होंने कहा, 'हमारे पास एक मजबूत विचारधारा और नेता है। हम अमित शाह और मोदी से नहीं डरते। आखिरकार, वे साधारण लोग हैं। उनके पीछे की राजनीतिक विचारधारा हर जगह आक्रमण कर रही है और जीत रही है लेकिन वह यहां क्यों नहीं जीत पा रही है क्योंकि हमारे पास उस विचारधारा का विकल्प है।जब तक द्रविड़ विचारधारा है तब तक बीजेपी तमिलनाडु में पैर नहीं जमा सकते। हम दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा नहीं हैं। हम तमिलनाडु हैं, हम द्रविड़ हैं, बीजेपी यहां नहीं आ सकती।'
ए राजा ने अमित शाह को झूठा कहा
ए राजा ने दावा किया, 'अमित शाह की टिप्पणियां केंद्रीय गृह मंत्री के पद को शोभा नहीं देतीं, संक्षेप में कहें तो उन्होंने जो कुछ भी कहा, वह सरासर झूठ, घृणित और विभाजनकारी था।' ए राजा ने अमित शाह के सभी आरोपों को निराधार बताया।
उन्होंने कहा, 'तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कानून-व्यवस्था कायम रखी है और कई मौकों पर केंद्रीय सहायता उपलब्ध नहीं होने के बावजूद, राज्य निधि से विकास योजनाओं को बिना रूके लागू किया है। इस बात को पचा नहीं पाने के कारण केंद्र सरकार और बीजेपी अमित शाह को तमिलनाडु ले आए।' ए राजा ने प्रस्तावित जातिगत जनगणना और परिसीमन सहित कई मुद्दों पर बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
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चुनावों की तैयारी में लगी बीजेपी
देश की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी के दिल में एक कसक है कि वह दक्षिण के राज्यों में अपने पैर नहीं जमा पा रही है। तमिलनाडु में बीजेपी के पास एक भी सांसद नहीं है। अमित शाह इस राज्य में लगातार ऐक्टिव हैं और अपने पिछले दौरे में उन्होंने बीजेपी और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (AIADMK) के बीच आगामी विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन का ऐलान किया था। 8 जून को पार्टी के अभियान को मजबूती देने के लिए अमित शाह तमिलनाडु पहुंचे थे। यहां अमित शाह ने 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के बीजेपी की राज्य कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की और राज्य, जिला और मंडल स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की। अमित शाह ने यहां अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर भी मंथन किया।