पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी में 'मुस्लिम विधायकों' वाले बयान पर ठन गई है। सुवेंदु अधिकारी ने कहा था कि बीजेपी सत्ता में आएगी और मुस्लिम विधायकों को बाहर निकाल देगी। ममता बनर्जी ने उनके इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

ममता बनर्जी ने कहा है कि रमजान के महीने में मुस्लिमों को बीजेपी निशाना बना रही है, जिससे जरूरी बातों से लोगों का ध्यान हट जाए। उन्होंने सुवेंदु अधिकारी के बयानों पर नाराजगी जाहिर की है।

'रोजा के महीनों में मुसलमानों पर निशाना'
ममता बनर्जी ने कहा, 'लोकतंत्र स्थाई है, लेकिन कुर्सी नहीं है। कुर्सी का सम्मान करें। आप मुस्लिम विधायकों को बाहर निकालने के बारे में कैसे सोच सकते हैं? वे मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं क्योंकि यह रोज़ा का महीना है, और उन्हें यह पसंद नहीं है।'

ममता बनर्जी ने कहा, 'वे सांप्रदायिक बयान देकर देश का ध्यान आर्थिक और व्यापारिक नुकसान से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं एक हिंदू हूं और मुझे बीजेपी से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है।'

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हिंदुओं की सुरक्षा पर क्या बोलीं ममता?
ममता बनर्जी ने कहा, 'हमें एक संकल्प लेना चाहिए और एक धर्म को नीचा दिखाने वाले बयान की निंदा करनी चाहिए। हिंदुओं की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है, केवल आपकी नहीं। यह इस कुर्सी की जिम्मेदारी है।' पश्चिम बंगाल में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच मनमुटाव सदन में भी देखने को मिल रहा है। बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी धार्मिक तुष्टीकरण करती हैं।

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सुवेंदु के किस बयान पर है बवाल?
सुवेंदु अधिकारी ने कहा था, 'मैं सबसे पहले बिमान बंधोपाध्याय को हराऊंगा, फिर ममता बनर्जी को। उसके बाद जब भाजपा सरकार आएगी तो टीएमसी के उन मुस्लिम विधायकों को इस सड़क पर फेंक दिया जाएगा।'

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सुवेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को कहा, 'ममता ने समाज को विभाजित किया है। राम मंदिर उद्घाटन के दिन, ममता ने बंगाल में एक मार्च निकाला। टीएमसी एक हिंदू विरोधी सरकार है। मैं हिंदू हितों के लिए जो भी आवश्यक होगा, करूंगा। यदि एक शुभेंदु मर जाता है, तो एक करोड़ शुभेंदु पैदा होंगे। ममता हटाओ।'