महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में एक बार फिर दल-बदल की चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, चर्चा है कि उद्धव ठाकरे शिवसेना (यूबीटी) के 9 में से 6 लोकसभा सांसद एकनाश शिंदे की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे की पार्टी की नौ सीटें और शिंदे की पार्टी को 7 सीटें मिली थीं।

 

शिवसेना एनडीए का हिस्सा है। पार्टी केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार को समर्थन दे रही है। वहीं, एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं। 

 

'हम आपका सिर तोड़ देंगे'

 

इस घटनाक्रम के बाद शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उद्धव ने अपनी पार्टी के सांसदों के एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने की खबरों पर कहा, 'यदि आप (एकनाथ शिंदे और बीजेपी) मर्द की औलाद हैं तो ईडी, सीबीआई, आयकर और पुलिस को एक तरफ रख दें और हमारे साथ लड़ें। हम आपको दिखाएंगे कि असली शिवसेना कौन सी है। अगर आप अब हमें तोड़ने की कोशिश करेंगे, तो हम आपका सिर तोड़ देंगे।'

 

वहीं, शिंदे की पार्टी में शामिल होने की खबरों के बीच शिवसेना यूबीटी के सभी लोकसभा सांसदों ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें सभी ने शिंदे गुट में शामिल होने की अफवाहों का खंडन करते हुए पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में निष्ठा दिखाई।

 

क्या बोले एकनाथ शिंदे?

 

इस पूरे घटना को महाराष्ट्र में 'ऑपरेशन टाइगर' नाम दिया गया है। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इन आरोपों का खंडन नहीं किया, बल्कि उन्होंने कहा कि शेर की खाल पहनकर कोई शेर नहीं हो सकता, उसके लिए शेर का कलेजा होना चाहिए। मेरे काम से प्रभावित होकर सभी पार्टियों के लोग मुझसे मिलते रहते हैं। इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। शिंदे ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री था, तब भी मेरे आवास 'वर्षा' के दरवाजे सभी के लिए खुले रहते थे। आज भी हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। उन्होंने कहा कि ये तो ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है।    

 

राहुल गांधी के आरोपों पर विपक्ष पर हमला

 

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र की मतदाता सूची में गड़बड़ियों के आरोपों पर शिंदे ने विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा, 'विधानसभा में महाविकास अघाड़ी की जो हार हुई है, उस सदमे से वे बाहर नहीं निकल पाए हैं। उनको 440 वोल्ट झटका लगा है। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि उनकी इतनी बड़ी हार कैसे हुई। हमने 2.5 साल में जो काम किया ये उसी का नतीजा था।'

 

यह भी पढ़ें: गुजरात में दलित दूल्हे की 'घुड़चढ़ी' के लिए 145 पुलिसकर्मी बने बाराती

 

उन्होंने आगे कहा, 'लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने फेक नेरेटिव फैलाया लेकिन विधानसभा में यह नहीं चला। हार को स्वीकार करना चाहिए। जब हम हारते हैं तो हम कहते हैं कि ये जनादेश है लेकिन जब वे हारते हैं तो वे ईवीएम को गाली देते हैं। उन्हें पता चल गया है कि वे दिल्ली में भी चुनाव हारने वाले हैं इसलिए अब वे ईवीएम और वोटर लिस्ट पर कई आरोप लगा रहे हैं।'

 

शुक्रवार को ही शिंदे ने बताया कि भिवंडी, कल्याण और ठाणे जिलों से उद्धव ठाकरे शिवसेना के कई पदाधिकारी शिवसेना में शामिल हुए हैं। लोगों को शिवसेना पर भरोसा है। हम सुनिश्चित करेंगे कि जो लोग घर पर बैठे हैं वे घर पर ही रहें। जब वे हारते हैं, तो वे ईवीएम को दोष देते हैं।