शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) के पास लोकसभा में कुल 9 सांसद हैं। आज सुबह से ही ऐसी चर्चाएं शुरू हो गईं कि इसमें से 6 सांसद एकनाथ शिंदे की शिवसेना के संपर्क में हैं और वे शिवसेना में जाने वाले हैं। अब शिवसेना के इन सांसदों ने साथ आकर मीडिया को संबोधित किया है और एकजुटता साबित की है। शिवसेना (UBT) के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि सत्ता में आने के बावजूद इनकी सरकार काम नहीं कर पा रही है, उस पर सवाल उठ रहे हैं तो हमारे बारे में खबर फैला दी, हम तो सब के सब यहीं बैठे हैं। उन्होंने उन खबरों को खारिज किया है जिनमें कहा जा रहा था कि शिवसेना (UBT) के सांसद कहीं जा सकते हैं या बगावत कर सकते हैं।

 

यह बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में शिवसेना (UBT) के कुल 9 सांसद जीते थे। राज्यसभा में उसके दो सदस्य हैं। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव 2024 में महा विकास अघाड़ी की हार के बाद से ही इस तरह की खबरें कई बार चर्चा में आईं कि उद्धव गुट अब कमजोर हुआ है और उसके विधायक और सांसद पाला बदलने की फिराक में हैं। हालांकि, आज शिवसेना (UBT) ने अपने सभी सांसदों को साथ बिठाकर एकजुटता दिखाई है। इन नेताओं ने बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के नाम वाले नारे भी लगाए।

 

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शिवसेना UBT का जवाब

अरविंद सावंत ने कहा, 'आज पूरे देश के सभी चैनलों पर खबरें चल रही हैं, हम भी हैरान हो गए कि ये खबरें कहां से चलीं और कहां से आएं। आप जानते हैं कि संसद चालू है, जिनके पैरों तले जमीन हिल रही है। न यहां काम हो रहा है, न राज्य में हो रहा है। पालक मंत्रियों के लिए भी झगड़े हो रहे हैं। मंत्रियों पर भ्रष्टाचार, अनाचार के आरोप लग रहे हैं, इतनी बड़ी संख्या में सरकार आने के बावजूद वहां काम नहीं हो रहा है। इनको हवा चलाने दो। कल ही हमारी पार्टी को कार्यालय के लिए जगह मिली। हमने उसका उद्घाटन किया। हमारे 9 लोकसभा सांसद और 2 राज्यसभा सांसद वहां मौजूद थे। इन लोगों ने मामले को घुमाने के लिए खबर छोड़ दी। इसीलिए हम सभी यहां बैठे हैं। शिवसेना का एक भी सांसद कहीं गया नहीं।'

 

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शिवसेना (UBT) नेता अरविंद सावंत ने कहा, 'जिनके कारोबार में दरारें हो रही हैं, एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मंत्रियों के नाम घोटाले में आ रहे हैं। अभी तो 3 महीने नहीं हुए। सरकार पर इतने आरोप लग रहे हैं तो उन्होंने एक हवा छोड़ दी है। जानबूझकर इस तरह की खबरें फैलाते हैं। जनता के मन में संशय पैदा करना अच्छी बात नहीं है। हम लोग निष्ठा के साथ उद्धव ठाकरे के साथ खड़े थे और हमेशा खड़े रहेंगे।'