केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर जबरदस्त चर्चाओं में हैं। भारत सरकार की ओर से अलग-अलग देशों में भेजे गए डेलिगेशन में से एक की अगुवाई शशि थरूर कर रहे हैं। रोचक बात है कि कांग्रेस ने अपने चार सांसदों का नाम दिया था और केंद्र सरकार ने उन चार के अलावा शशि थरूर को भी डेलिगेशन का हिस्सा बनाया। अब शशि थरूर अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर हैं। कांग्रेस नेता और प्रवक्ता उदित राज ने सार्वजनिक तौर पर यह कह दिया कि शशि थरूर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 'सुपर प्रवक्ता' हैं। उदित राज के अलावा जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी सवाल उठाए कि इन डेलिगेशन में बीजेपी सरकार से पहले की गई सर्जिकल स्ट्राइक्स का जिक्र नहीं किया जा रहा है। अब शशि थरूर ने किसी का नाम लिए बिना ही इस पर जवाब दिया है। शशि थरूर ने अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा कि वह खासतौर पर आतंकी हमलों के जवाब में हुई कार्रवाई का जिक्र कर रहे थे, पूर्व में हुए युद्धों का नहीं। थरूर ने यह भी कहा कि उनके पास करने को बहुत काम है और आलोचकों और ट्रोल्स का स्वागत है कि वे अपने-अपने हिसाब से उनके बयानों को तोड़ मरोड़कर पेश करते रहें।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था, जिसमें पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके बाद भारत ने राजनयिक स्तर पर भी अपनी बात रखने के लिए दुनिया के कई देशों में कुल 7 डेलिगेशन भेजे हैं। इन डेलिगेशन में सत्ताधारी NDA गठबंधन के अलावा, विपक्षी पार्टियों के नेता भी शामिल किए गए हैं। AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के शशि थरूर, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, समाजवादी पार्टी के राजीव राय और डीएमके की के. कनमोई प्रमुख विपक्षी नेताओं में से हैं।
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कहां से शुरू हुआ विवाद?
भारत के प्रतिनिधित्व करते हुए शशि थरूर पनामा सिटी पहुंचे थे। वहां मीडिया को संबोधित करते हुए शशि थरूर ने कहा, 'पिछले कुछ साल में जो बदला है, वह यह है कि आतंकियों को भी एहसास हो गया है कि उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। इस पर हमें कोई संदेह नहीं है। उरी स्ट्राइक यानी सितंबर 2015 में जब भारत ने LoC को पार किया और एक आतंकी लॉन्चपैड पर एयर स्ट्राइक की तो वह ऐसी पहली घटना थी। हमने ऐसा पहले कभी नहीं किया था। यहां तक कि कारगिल युद्ध में भी हमने LoC पार नहीं की थी लेकिन उरी स्ट्राइक में हमने ऐसा किया। इसके बाद 2019 में पुलवामा का हमला हुआ तो हमने न सिर्फ LoC को पार किया बल्कि हमने अंतरराष्ट्रीय सीमा भी पार की और हमने बालाकोट में स्थित आतंकी हेडक्वार्टर पर हमला किया। इस बार हम उससे भी आगे गए। हमने पाकिस्तान के पंजाबी हॉटलैंड में कुल 9 जगहों पर आतंकी बेस, ट्रेनिंग सेंटर और आतंकी हेडक्वार्टर को तबाह किया।'
इसी के बाद कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद उदित राज ने कुछ ऐसा कहा जो चर्चा का विषय बन गया। उदित राज ने एक बयान जारी करके कहा, 'शशि थरूर बीजेपी के सुपर प्रवक्ता हैं। जो बीजेपी के लोग नहीं कह पा रहे हैं, मोदी जी की चमचागीरी और गुणगान जितना बीजेपी के लोग नहीं कर पा रहे हैं, उतना शशि थरूर कर रहे हैं। पहले की सरकारें ढोल नहीं पीटती थीं। शशि थरूर को अपने ये शब्द वापस लेने चाहिए कि ऐसा पहले नहीं हुआ है। तब मोदीजी जैसा नहीं था कि करेंगे नहीं और प्रचार खूब करेंगे।'
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उदित राज यहीं नहीं रुके। उन्होंने शशि थरूर को X पर टैग करके एक ट्वीट किया है। उदित राज ने लिखा:-
मेरे प्रिय शशि थरूर, काश! मैं प्रधानमंत्री मोदी को मना लेता कि वह आपको BJP का सुपर प्रवक्ता घोषित कर दें, यहां तक कि भारत आने से पहले ही विदेश मंत्री घोषित कर दें। आप कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को यह कहकर कैसे बदनाम कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले भारत ने कभी LOC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार नहीं की। 1965 में भारतीय सेना ने कई जगहों पर पाकिस्तान में प्रवेश किया, जिससे लाहौर सेक्टर में पाकिस्तानियों को पूरी तरह से आश्चर्य हुआ। 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और UPA सरकार के दौरान कई सर्जिकल स्ट्राइक की गईं लेकिन राजनीतिक रूप से इसका ढोल नहीं पीटा गया। जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?
यह मामला उदित राज और शशि थरूर तक भी सीमित नहीं रहा। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने भी शशि थरूर को याद दिलाने की कोशिश की। जयराम रमेश ने उदित राज के उस जवाब को रीट्वीट भी किया, जो उदित ने शशि थरूर के वीडियो पर दिया था। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी थशि थरूर और बीजेपी को आड़े हाथ लिया। पवन खेड़ा ने भी X पर ही शशि थरूर को आईना दिखाया। पवन खेड़ा ने शशि थरूर को एक ट्वीट करके बताया कि पाकिस्तान के लाहौर के बुड़की पुलिस थाने पर भारतीय सेना की 4 सिख रेजीमेंट ने कब्जा कर लिया था।
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पवन खेड़ा ने अक्तूबर 2016 में विदेश मंत्री जयशंकर का एक बयान भी शेयर किया। इस बयान में जयशंकर ने कहा था, 'LoC के पार पूर्व में भी टारगेट स्पेसिफिक और सीमित कैलीबर वाले आंतक विरोधी अभियान किए गए हैं लेकिन यह पहली बार है जब सरकार ने इसे सार्वजनिक किया है।'
गुरुवार को पवन खेड़ा ने एक ट्वीट और किया। इस किताब में उन्होंने शशि थरूर की लिखी किताब 'द पैराडॉक्सियल प्राइम मिनिस्टर' के पेज की तस्वीर भी लगाई है। पवन खेड़ा ने यह फोटो शेयर करते हुए लिखा है, 'मैं डॉ. शशि थरूर से इस पर सहमत हूं जो उन्होंने साल 2018 में सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में लिखा था।'
अपनी इस किताब में शशि थरूर ने लिखा था, 'पहले की कांग्रेस सरकार में कई बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई लेकिन इस तरह कभी ऐसी घटनाओं का फायदा उठाने की कोशिश नहीं की।'
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यह सब जारी रहने के दौरान ही शशि थरूर ने भी एक ट्वीट किया। हालांकि, उदित राय या पवन खेड़ा की तरह शशि थरूर ने किसी का नाम नहीं लिखा। शशि थरूर ने अपने इस X पोस्ट में लिखा, 'पनामा में एक सफल और लंबे दिन के बाद मैं बोगोटा, कोलंबिया के निकल रहा हूं। मेरे पास सच में इस सबके लिए वक्त नहीं है। फिर भी, मैं उन कट्टरपंथियों को जवाब देना चाहूंगा जो पूर्व में LoC के पार भारत के वीरों द्वारा किए गए ऑपरेशन को मेरी ओर से इग्नोर किए जाने का सवाल उठा रहे हैं।'
शशि थरूर ने आगे लिखा है, 'मैं स्पष्ट रूप से सिर्फ आतंकी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाई का जिक्र कर रहा था, पूर्व में हुए युद्धों का नहीं। मेरे बयान में मैंने पिछले कुछ साल में हुए हमलों का ही जिक्र किया। इन हमलों के बाद हमने संयमित कार्रवाई की क्योंकि हमने LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा का सम्मान किया। हालांकि, हमेशा की तरह आलोचकों और ट्रोल्स का स्वागत है कि वे अपने हिसाब से मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करते रहें। मेरे पास सच में बहुत काम है। गुडनाइट।'
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यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस में आवाज उठने लगी है कि शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उदित राज ने अपने बयान पर कहा है, 'आप मेरे और पार्टी के स्टैंड में कोई फर्क आप क्यों कर रहे हैं। मैंने जो कल कहा, उसे जयराम रमेश ने भी रीपोस्ट किया है। पवन खेड़ा ने किया ही है। पार्टी को अगर हम डिफेंड करेंगे तो क्या पार्टी अपने आप को डिफेंड नहीं करना चाहेगी?'
शशि थरूर पर ऐक्शन लिए जाने के सवाल पर उदित राज ने कहा, 'यह पार्टी की वर्किंग कमेटी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे और राहुल गांधी को तय करना है। अगर वह (शशि थरूर) गलत बात करेंगे, कांग्रेस का इतिहास मिटाने की कोशिश करेंगे तो मैं तो कांग्रेस में हूं भाई, मुझे व्यक्तिगत लाभ की चिंता नहीं है। मैं अपना सैक्रिफाइस करने के लिए तैयार हूं। जिस पार्टी में मैं हूं, आप उसको लहूलुहान करने की कोशिश कर रहे हैं। शशि थरूर कह रहे हैं कि सुरक्षा में चूक तो हर जगह होती है, यह अपराध है।'
दरअसल, पिछले कुछ साल से शशि थरूर पार्टी में हाशिए जाते दिखे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में भी सिर्फ शशि थरूर ही खड़े हुए थे जबकि कोई और नेता चुनाव नहीं लड़ा। पिछले कुछ समय से सुगबुगाहट भी है कि वह बीजेपी के करीब जा रहे हैं। कुछ समय पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरुवनंतपुरम गए थे, तब शशि थरूर उनका स्वागत करने एयरपोर्ट पहुंच गए थे। इसी के बाद पीएम मोदी ने भी तंज कसा था कि यह देखकर कुछ लोगों की नींद हराम हो जाएगी।