यह साल (2025) खत्म होने वाला है और नया साल (2026) हमारे जीवन में दस्तक देने को तैयार है। वर्ष 2025 लोगों के व्यक्तिगत जीवन में कई उतार-चढ़ाव लेकर आया। साथ ही इस साल ने भारत को भी उतार-चढ़ाव का अहसास करवाया। सियासी तौर पर इस साल कई ऐसी घटनाएं घटीं, जिन्होंने लोगों के जीवन को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया। मगर, इस सियसत को करने वाले नेता थे। यह ऐसे नेता हैं, जो इस पूरे साल किसी ना किसी वजह से चर्चा में बने रहे।

 

यह साल जाने वाला है और नया साल आने वाला है। ऐसे में हम 2025 के कुछ ऐसे नेताओं की बात करेंगे, जिन्होंने देश और अपने-अपने राज्यों में खूब सूर्खियां बटोरी। साथ ही राजनीति को प्रभावित किया है। इन नामों में बिहार, दिल्ली और तमिलनाडु तक के नेता शुमार हैं। आइए 2025 के चर्चित नेताओं की कहानी जानते हैं...

 

प्रशांत किशोर 

 

साल 2025 के सबसे चर्चित नेताओं की बात की जाएगी तो, इसमें सबसे पहला नाम जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का आएगाप्रशांत किशोर इस साल मुख्य रूप से बिहार विधानसभा चुनाव की वजह से चर्चा का केंद्र बने रहेउन्होंने अपनी नई नवेली पार्टी जन सुराज के साथ चुनाव में उतरकर काफी सुर्खियां बटोरीं, लेकिन परिणाम उनके अनुकूल नहीं रहे। मगर, उन्होंने बिहार जैसे प्रमुख राज्य की राजनीति और चुनाव को जरूर प्रभावित किया।

 

 

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बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 238 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, मगर एक भी सीट नहीं जीती। किशोर ने आरजेडी, जेडीयू और बीजेपी को सीधी चुनौती दी। पूरे चुनाव में उन्होंने जाति की बजाय शिक्षा, रोजगार, पलायन और सुशासन जैसे मुद्दों पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया, जिससे युवाओं और प्रवासी बिहारियों में उनकी खासी चर्चा हुई।

 

तेज प्रताप यादव 

 

तेज प्रताप यादव 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चर्चा में रहे। वह मीडिया से लेकर सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफॉर्म पर छाए रहे। उनकी रील्स लाखों-लाख लोगों द्वारा देखी गई। तेज प्रताप आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे हैं लेकिन उनके पिता ने उन्हें चुनाव से पहले पार्टी और घर से 6 साल के लिए निकाल दिया। दरअसल, तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अपने पुराने रिलेशनशिप को लेकर पोस्ट किया था।

 

 

इसके बाद तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाई और बिहार चुनाव में महुआ सीट से खुद चुनाव लड़ा। वह 52,000 वोटों से चुनाव बुरी तरह से हार गए और वह तीसरे स्थान पर रहे। उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। बिहार चुनाव के बाद दिसंबर में उन्होंने पार्टी का विस्तार करने का ऐलान किया है। हाल ही में उन्होंने 15 लाख की Kawasaki Ninja सुपरबाइक खरीदकर पटना की सड़कों पर राइडिंग का वीडियो पोस्ट किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

 

तेज प्रताप यादव के लिए साल 2025 राजनीतिक लिहाज से उतार-चढ़ाव भरा रहा। ना तो उनको प्यार मिला, ना परिवार और ना ही चुनावी जीत।

 

अनंत सिंह 

 

बिहार के बाहुबली अनंत सिंह 2025 के बिहार चुनाव के दौरान सबसे चर्चित नेताओं में से एक रहे। वह मोकामा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार थे। उनके सामने आरजेडी ने पूर्व सांसद और बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को उतारा, जिसकी वजह से मोकामा सीट दो बाहुबलियों के बीच सीधी टक्कर बन गई। चुनाव प्रचार के दौरान यह सीट पूरे बिहार की सबसे हॉट सीट्स में से एक थी।

 

 

मगर, चुनाव के बीच ही चुनाव प्रचार के दौरान जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या हो गई। दुलारचंद की हत्या का आरोप अनंत सिंह पर लगा, जिसमें कहा गया कि सिंह ने दुलारचंद को गोली मारने और गाड़ी से कुचलवाया है। बिहार पुलिस ने हत्या के आरोप में अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना चुनावी हिंसा के रूप में बड़ी खबर बनी और मोकामा में तनाव बढ़ा दिया।

 

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इसके बाद चुनाव आगे बढ़ता गया। अनंत सिंह जेल से ही चुनाव लड़े और भारी वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने वीणा देवी को 28,206 वोटों के बड़े मार्जिन से हराया। इसके अलावा चुनाव के दौरान अनंत सिंह के घर मीडिया वालों का इंटरव्यू लेने के लिए तांता लगा रहा। उनके इंटरव्यू के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए।

 

थलापति विजय 

 

थलापति विजय यानी जोसेफ विजय तमिल फिल्मों के सुपरस्टार हैं। वह अभी तक अपनी फिल्मों और उनकी सफलता की वजह से चर्चा में रहे। मगर, 2025 विजय अपनी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) की वजह से चर्चा में रहे। विजय ने 2024 में TVK पार्टी लॉन्च की थी, लेकिन इसकी विस्तार 2025 में किया। उन्होंने तमिलनाडु के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए तमिलनाडु में बड़ी-बड़ी रैलियां कीं। विजय ने अपनी रैलियों में लाखों की मौजूदगी में डीएमके सरकार पर भ्रष्टाचार, महिलाओं की सुरक्षा न होने, अधूरे वादों को लेकर तीखे हमले किए।

 

 

इसी बीच विजय की करूर में 27 सितंबर को हुई रैली और भगदड़ मच गई। यह तमिलनाडु में उनकी पहली जनसभा थी। करूर रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की जान चली गई। रैली में इतनी बड़ी मात्रा में लोगों की जान जाने के बाद विजय सरकार और विपक्षियों के निशाने पर आ गए थे। उन्होंने बाद में वीडियो जारी करके तमिलनाडु की जनता से माफी मांगी थी।

 

तमिलगा वेत्री कझगम ने विजय को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। विजय का पूरा ध्यान आगामी विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी राज्य की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।

 

भाई वीरेंद्र 

 

भाई वीरेंद्र राष्ट्रीय जनता दल के नेता हैं। वह बिहार विधानसभा चुनाव में मनेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बने। भाई वीरेंद्र ने इस बार मनेर सीट से लगातार चौथी बार जीत हासिल की है। उन्होंने LJP (रामविलास) के जितेंद्र यादव को तकरीबन 20,000 वोटों के मार्जिन से हराया। वह आरजेडी जीते 25 विधायको में से एक हैं।

 

भाई वीरेंद्र अपने बोल्ड अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। इसी साल जुलाई 2025 में एक वायरल क्लिप में वह मनेर के पंचायत सचिव से बहस करने हुए वायरल हुए थे। भाई वीरेंद्र पंचायत सचिव को धमकाने और जाति सूचक शब्द कहने के साथ जूता मारने की बात कहने का आरोप लगा। हालांकि, इस वीडियो में पंचायत सचिव भी विधायक से गलत तरीके से बात करने हुए सुने गए थे। भाई वीरेंद्र का यह क्लिप सोशल मीडिया खूब वायरल हुआ, जिसे लोगों ने शेयर किया।

 

शशि थरूर 

 

कांग्रेस नेता शशि थरूर पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं। थरूर अपनी इंग्लिश, बोलने के स्टाइल और कई बार वायरल फोटो के कारण चर्चा में रहते हैं। मगर, 2025 में कांग्रेस सांसद 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर मुख्य रूप से चर्चा में रहे। दरअसल, अपनी पार्टी कांग्रेस की मुख्य पार्टी लाईन से इतर जाकर उन्होंने इस सैन्य कार्रवाई का खुलकर समर्थन किया।

 

 

ऑपरेशन सिंदूर की सटीकता, इसके नाम और सरकार की कार्रवाई की उन्होंने सार्वजनिक तौर पर तारीफ की। इससे कांग्रेस पार्टी में विवाद हुआ। कई कांग्रेसी नेताओं ने इसे लक्ष्मण रेखा पार करना कहा, क्योंकि पार्टी की आधिकारिक लाइन सरकार की आलोचना वाली थी। थरूर ने स्पष्ट किया कि वे भारतीय होने के नाते ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बोल रहे थे, न कि पार्टी प्रवक्ता के रूप में। उन्होंने बीजेपी की लाईन अपनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा पर एकजुटता की वकालत की। बाद में संसद में इस ऑपरेशन पर बहस में उन्होंने बोलने से इनकार कर दिया, क्योंकि वे सरकार की आलोचना नहीं करना चाहते थे।

 

रेखा गुप्ता 

 

इस साल सबसे चर्चित नेताओं में रेखा गुप्ता का नाम शुमार है। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली तक सीमित रहीं रेखा गुप्ता एकाएक पूरे देश में चर्चित हो गईं। दरअसल, चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत हुई और आम आदमी पार्टी की हार हुई। बीजेपी ने राजधानी में 27 साल बाद सत्ता में वापसी की। बीजेपी की जीत के बाद पार्टी हाईकमान ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने 20 फरवरी 2025 को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

 

 

रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक बनीं और मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंची। हालांकि, वह विवादों में भी रहीं। एक सरकारी मीटिंग में उनके पति कथित तौर से मौजूदग रहे, जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने उनपर निशाना साधा। इस तरह से वह 2025 की चर्चित नेताओं में से एक हैं।

 

नितिन नबीन 

 

साल 2025 जाते-जाते एक और नाम अपनी लिस्ट में शामिल करवाता जा रहा है। यह नाम नितिन नबीन है। नितिन नबीन वो नाम है, जिसे बिहार के बाहर शायद ही लोग जानते होंगे। मगर, भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड ने उन्हें इस महीने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। नितिन बीजेपी के सबसे युवा कार्यकारी अध्यक्ष हैं और नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे। नितिन नबीन को बीजेपी ने सभी सीनियर नेताओं को दरकिनार करके राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया है।

 

 

नितिन नबीन को मेहनती, संगठनात्मक रूप से मजबूत और युवा नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है। नितिन 2006 में मात्र 26 साल की उम्र में अपने पिता के निधन के बाद उपचुनाव लड़कर पटना की बांकीपुर सीट से पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने 2010, 2015, 2020 और 2025 में लगातार जीत हासिल की। वह कुल पांच बार के विधायक हैं। वर्तमान समय में वह बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री थे।