अनाया बांगर ने ICC और BCCI से ट्रांसजेंडर क्रिकेटर्स को सपोर्ट करने की अपील की है। अनाया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कहा कि साइंस के अनुसार, वह महिला क्रिकेट खेलने के लिए एलिजिबल हैं। उन्होंने अपनी साइंटिफिक रिपोर्ट भी दिखाई और बताया कि उनकी शारीरिक ताकत महिला खिलाड़ियों जितनी हो गई है। 

 

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने ICC और BCCI से अपील की है कि ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिला क्रिकेट में शामिल करने पर खुली और वैज्ञानिक चर्चा की जाए। अनाया पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर की संतान हैं। उन्होंने अपना जेंडर चेंज करा लिया था। बता दें कि महिला क्रिकेट में ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के खेलने पर पाबंदी है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद ICC बोर्ड मीटिंग में यह फैसला लिया गया था।

 

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हार्मोन थेरेपी से कम हुई ताकत

अनाया ने अपनी पोस्ट में बताया कि उन्होंने जनवरी से मार्च 2025 तक यूके की मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी में 8 हफ्तों के एक रिसर्च प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया था। इसका मकसद यह जानना था कि हार्मोन थेरेपी के बाद उनकी ताकत, स्टैमिना, ब्लड शुगर, और बाकी खेल प्रदर्शन पर क्या असर पड़ा। इसके बाद उन्हें महिला खिलाड़ियों के मानकों से खुद का तुलना करना था। 

 

रिसर्च के नतीजे में सामने आया कि उनकी हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर और ताकत सामान्य महिला खिलाड़ियों के बराबर या उनसे कम थे। अनाया ने लिखा कि हार्मोन थेरेपी के बाद उनकी स्टैमिना और मसल पॉवर काफी कम हो गई है, जिससे ये साबित होता है कि हार्मोन ट्रीटमेंट से उनका शरीर महिला एथलीट्स की तुलना में संतुलित हो गया है।

 

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क्या मांग कर रही हैं अनाया?

अनाया का कहना है कि खिलाड़ियों की भागीदारी तय करने के लिए साइंटिफिक मानदंड अपनाए जाएं। जैसे - हीमोग्लोबिन, टेस्टोस्टेरोन लेवल और प्रदर्शन से जुड़ी जांच हों। एक्सपर्ट्स, खिलाड़ियों और कानूनी सलाहकारों के साथ मिलकर ऐसी नीतियां बनाई जाए जो खेल को निष्पक्ष और प्रतिस्पार्धात्मक बनाए रखे।