बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) के नए सीजन का आगाज 26 दिसंबर से हुआ। बांग्लादेश की यह टी20 लीग अपने 12वें सीजन में प्रवेश कर गई है लेकिन अभी भी गांव के टूर्नामेंट की तरह ड्रामे देखने को मिल रहे हैं।
पिछले सीजन सैलरी नहीं मिलने पर विदेशी खिलाड़ी बगावत पर उतर आए थे, तो इस सीजन के शुरू होने से पहले चटोग्राम रॉयल्स फ्रेंचाइजी ने फंड की कमी के कारण अपना नाम वापस ले लिया। फ्रेंचाइजी के मालिक ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स के कारण स्पॉन्सर्स नहीं मिले।
चटोग्राम रॉयल्स का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी ट्रायंगल सर्विसेट लिमिटेड के पीछे हटने से BCB को फ्रेंचाइजी का नियंत्रण अपने हाथ में लेना पड़ा। यह विवाद शांत भी नहीं हुआ था कि नोआखाली एक्सप्रेस फ्रेंचाइजी के हेड कोच खालिद महमूद ट्रेनिंग में सुविधाओं की कमी कारण सड़क पर उतर आए। खालिद महमूद ने यहां तक कह दिया कि मैं इन परिस्थितियों में BPL में काम नहीं करूंगा।
यह भी पढ़ें: विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में विकेट लेने में सबसे आगे कौन है? देखिए टॉप-5 की लिस्ट
'BPL में कभी ऐसा नहीं देखा'
खालिद महमूद टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल में बांग्लादेश की कप्तानी कर चुके हैं। अब वह BPL की नई फ्रेंचाइजियों में से एक नोआखाली एक्सप्रेस के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। नोआखाली एक्सप्रेस की टीम BPL में अपना पहला मैच खेलने से पहले गुरुवार (24 दिंसबर) को सिलहट इंटरनेशनल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने गई लेकिन वहां सुविधाओं की भारी कमी थी। प्रैक्टिस के लिए भी पर्याप्त गेंद नहीं थे, जिस पर खालिद महमूद भड़क गए।
वह और टीम के असिस्टेंट कोच तलहा जुबैर गुस्से में स्टेडियम से निकले और एक ऑटो रिक्शा में बैठ गए। खालिद महमूद ने ऑटो रिक्शा में बैठते हुए मीडिया से कहा, 'मैंने BPL में ऐसा पहले कभी नहीं देखा।' बाद में उन्होंने ये भी कहा कि वह नोआखाली फ्रेंचाइजी के साथ काम नहीं करेंगे।
यह भी पढ़ें: कौन हैं गुजरात के विशाल जायसवाल, जिन्होंने विराट कोहली को शतक बनाने से रोक दिया?
खिलाड़ी स्टेडियम में ही रहे
खालिद महमूद और तलहा जुबैर जहां सड़क पर उतरकर बवाल कर रहे थे वहीं नोआखाली फ्रेंचाइजी के खिलाड़ी सिलहट स्टेडियम में ही रहे और ट्रेनिंग जारी रखी। नोआखाली की टीम में वेस्टइंडीज के जॉनसन चार्ल्स, श्रीलंका के कुसल मेंडिस और अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी जैसे विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। इतने बड़े विदेशी खिलाड़ियों के सामने प्रैक्टिस गेंद की उपलब्धता जैसी बुनियादी चीजें नहीं होने से बांग्लादेश क्रिकेट और उसकी टी20 लीग पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
पैसे नहीं मिलने पर खेलने नहीं उतरे थे विदेशी खिलाड़ी
BPL के पिछले सीजन में पैसे नहीं मिलने पर दरबार राजशाही के विदेशी खिलाड़ियों ने मैच का बायकॉट कर दिया था। दरबार राजशाही 26 जनवरी 2025 को सिर्फ लोकल खिलाड़ियों के साथ खेलने उतरी। BPL में नियम है कि हर टीम अपनी प्लेइंग-XI में कम से कम 2 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करेगी लेकिन दरबार राजशाही के पास विदेशी प्लेयर्स चयन के लिए ही उपलब्ध नहीं थे। इधर मैच चल रहा था और उधर विदेशी खिलाड़ी होटल में थे।
