फिडे विश्व कप 2025 में भारत ने जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की। शनिवार को शुरुआती दौर के पहले मैच में विश्व जूनियर चैंपियन ग्रैंडमास्टर प्रणव वी, ग्रैंडमास्टर प्रणेश एम और अनुभवी ग्रैंडमास्टर सूर्य शेखर गांगुली ने आसान जीत दर्ज करके अपने अभियान का आगाज किया। उधर, महिला विश्व कप विजेता दिव्या देशमुख को अपने पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा।
स्थानीय प्रबल दावेदार लियोन ल्यूक मेंडोंका अपने मौकों का फायदा नहीं उठा सके लेकिन इसके बावजूद वह चीन के शिक्सू बी वांग के खिलाफ 50 चालों के बाद अंक बांटने में सफल रहे। प्रतियोगिता के पहले दिन सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय खिलाड़ी प्रणव ने अल्जीरिया के आईएम अला एडिन बौलरेंस को हराया। गांगुली ने अजरबैजान के ग्रैंडमास्टर अहमद अहमदजादा को शिकस्त दी। प्रणेश ने कजाकिस्तान के आईएम सतबेक अखमेदिनोव को 48 चालों में हराया।
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प्रणव ने स्लाव डिफेंस का सामना किया और पूरे मुकाबले पर नियंत्रण रखते हुए एक अंक हासिल किया। गांगुली ने अहमदजादा के खिलाफ रुय लोपेज का इस्तेमाल किया और केवल 37 चालों में अंक हासिल कर लिया।
दबाव में आ गईं दिव्या
प्रतियोगिता के शीर्ष 50 खिलाड़ियों को शुरुआती दौर में बाई मिलने के बाद सभी की निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि भारतीय खिलाड़ियों का अगला समूह अपने अभियान की शुरुआत कैसे करेगा और क्या दिव्या उच्च श्रेणी की ग्रैंडमास्टर स्टैमाटिस कौरकुलोस-अर्डिटिस के खिलाफ कोई आश्चर्यजनक प्रदर्शन कर पाएंगी। दिव्या दबाव में आ गईं, क्योंकि स्टैमाटिस ने उन्हें मिड गेम में मात दे दी। एक बार जब उन्होंने 17वीं चाल में प्यादों की अदला-बदली में गलती की तो आधा अंक बचाना हमेशा मुश्किल होता।
उनकी तारीफ की जानी चाहिए कि 19 वर्षीय खिलाड़ी ने समय के दबाव के बावजूद हार नहीं मानी और रूक-प्यादा के बीच मैच को समाप्त होने पर मजबूर कर दिया, लेकिन स्टैमाटिस ने हमेशा बी-फाइल पर आगे बढ़ते प्यादों के साथ बढ़त बनाए रखी और अंततः 41 चालों के बाद भारतीय खिलाड़ी को हार मानने पर मजबूर कर दिया। दिव्या ने हार मान ली, जबकि ग्रैंडमास्टर रौनक साधवानी दक्षिण अफ्रीकी एफएम डैनियल बैरिश के खिलाफ एक गलती से बच गए और 56 चालों में ड्रॉ पर समझौता कर लिया।
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टूर्नांमेंट में 82 देशों के 206 खिलाड़ी शामिल
फिडे विश्व कप 2025 एक एकल-एलिमिनेशन नॉक-आउट टूर्नामेंट के रूप में खेला जा रहा है। इसमें 82 देशों के 206 खिलाड़ी प्रतिष्ठित 'विश्वनाथन आनंद कप' के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इस कप का नाम भारतीय दिग्गज विश्वनाथन आनंद के नाम पर रखा गया है।
तुर्की के उभरते सितारे की चर्चा क्यों?
सबसे युवा प्रतियोगी अर्जेंटीना के फॉस्टिनो ओरो ने काले मोहरों से ब्रिकिक एंटे को रोके रखा, जबकि तुर्की के उभरते हुए ग्रैंडमास्टर यागीज कान एर्दोगमस ने नागी अबुगेंडा के खिलाफ अपने शुरुआती मैच में 10वीं चाल में ही नियंत्रण हासिल करके और फिर सात चाल बाद उन्हें हार मानने पर मजबूर करके दिखा दिया कि उनकी इतनी चर्चा क्यों हो रही है?
भारतीय परिणाम (Round 1-Game 1)
- जीएम प्रणव वी 1:0 अला एडिन बौलरेन्स (अल्जीरिया)
- जीएम रौनक साधवानी 0.5: 0.5 एफएम डेनियल बैरिश (दक्षिण अफ्रीका)
- जीएम प्राणेश एम 1:0 आईएम सातबेक अखमेदीनोव (कजाकिस्तान)
- जीएम लियोन ल्यूक मेंडोंका 0.5: 0.5 आईएम शिक्सू बी वांग (चीन)
- जीएम नारायणन एसएल 0.5: 0.5 आईएम स्टीवन रोजास (पेरू)
- जीएम इनियान पा 1:0 जीएम डायलन बर्डेएस (क्यूबा)
- जीएम कार्तिक वेंकटरमन 0.5: 0.5 जीएम रॉबर्टो गार्सिया पैंटोजा (क्यूबा)
- जीएम सूर्य शेखर गांगुली 1:0 जीएम अहमद अहमदजादा (अजरबैजान)
- आईएम अरोन्याक घोष 0:1 जीएम माटुस्ज बार्टेल (पोलैंड)
- जीएम दिव्या देशमुख 0:1 जीएम स्टैमाटिस कौरकुलोस-अर्डिटिस (ग्रीस)
- आईएम हिमाल गुसाईं 0:1 जीएम एंडी वुडवर्ड (अमेरिका)
- आईएम नीलाश साहा 0:1 जीएम जॉर्ज मेयर (उरुग्वे)
