इसे चेस की दीवानगी ही कहेंगे कि पूरा गोवा नवंबर के महीने में चेस के रंग में रंगा रहा। शतरंज के इस खेल में भारत का नाम बुलंदियों पर पहुंचाने वाले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने जो कहा उसे सुनकर गोवा झूम उठा। उन्होंने कहा कि शतरंज की उनकी यात्रा गोवा की धरती से शुरू हुई थी और उनके लिए सौभाग्य की बात है कि ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के अध्यक्ष नितिन नारंग ने वर्ल्ड कप की ट्रॉफी का नाम उनके नाम पर रखा है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए नितिन नारंग का धन्यवाद किया और कहा कि ऐसे युवा कंधों पर चेस की जिम्मेदारी दी गई है तो निश्चित ही फेडरेशन विश्वपटल पर अपनी पहचान बनाएगी।
विश्वनाथन आनंद ने आगे कहा कि यह नितिन नारंग की दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि आज यह कार्यक्रम यहां हो रहा है। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने भी नारंग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, 'जब इस इवेंट के विषय में नितिन ने मुझे जानकारी दी की वो यह इवेंट गोवा में करवाना चाहते हैं तो मैंने एक पल भी नहीं सोचा और हामी भर दी।'
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गोवा में आयोजित चेस वर्ल्ड कप 26 नवंबर को संपन्न हो गया। उज्बेकिस्तान के सिंदारोव जाविखोर ने चीन के वेई यी को हराकर FIDE वर्ल्ड कप 2025 की ट्रॉफी अपने नाम की। सिंदारोव को विजेता ट्रॉफी देने के लिए भारत के दिग्गज ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौजूद रहे। इस मौके पर दोनों दिग्गजों ने ऑल इंडिया चेस फेडरेशन और उसके अध्यक्ष नितिन नारंग की जमकर तारीफ की। प्रमोद सावंत ने चेस वर्ल्ड कप के सफल आयोजन के लिए AICF और नितिन नारंग को बधाई दी। विश्वनाथन आनंद ने 1998 में अपने ग्रैंड मास्टर के दिनों को याद करते हुए कहा कि आज भारत में चेस पसंद किया जा रहा है और तेजी से आगे भी बढ़ रहा है।
वर्ल्ड कप की क्लोजिंग सेरेमनी में पहुंचे गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा, 'फिडे वर्ल्ड कप की क्लोजिंग सेरेमनी में मैं यहां आया। मेरे साथ में नितिन नारंग जी, विश्वनाथन आनंद जी समेत तमाम लोग थे। मैं सबसे पहले वर्ल्ड कप विजेता का अभिनंदन करता हूं। फिडे वर्ल्ड कप 2025 बहुत अच्छा और शानदार टूर्नामेंट आयोजित हुआ। जितने भी लोग यहां आए थे, मुझे लगता है कि उनके मन में गोवा की यादें हमेशा रहेंगी। भविष्य में गोवा को स्पोर्ट्स हब के रूप में डेवलप किया जाएगा।'
विश्वनाथन आनंद कप के नाम से जानी जाएगी ट्रॉफी
टूर्नामेंट खत्म होने के बाद AICF के अध्यक्ष नितिन नारंग ने अपने X पोस्ट में लिखा है, 'FIDE वर्ल्ड कप गोवा 2025 अब आधिकारिक रूप से समाप्त हो चुका है और हम एक इतिहास दर्ज कर रहे हैं। 26 नवंबर 2025 से वर्ल्ड कप विनिंग ट्रॉफी को विश्वनाथन आनंद कप के नाम से जाना जाएगा।'
गोवा में FIDE वर्ल्ड कप आयोजित होने के बारे में AICF के अध्यक्ष नितिन नारंग ने एक रोचक किस्सा सुनाते हुए कहा, 'एक युवा खिलाड़ी था जो इतनी बार हार चुका था कि वह अपनी हर गलती को एक छोटी सी नोटबुक में लिखता था। एक दिन किसी ने उससे पूछा कि तुम इतनी हार के बावजूद खुद को मोटिवेटेड कैसे रखते हो? वह मुस्कुराया और बोला- मैं हारता नहीं हूं, मैं डेटा इकट्ठा कर रहा हूं कि जीत कैसी होती है।'
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AICF की जमकर हुई तारीफ
FIDE के डिप्टी प्रेसिडेंट और भारत के मशहूर ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद ने वर्ल्ड कप के शानदार आयोजन के लिए AICF और गोवा सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'यहां वर्ल्ड कप का आयोजन होना मेरे लिए बहुत खास है। मुझे याद है कि जब 1988 में मैं देश का पहला ग्रैंड मास्टर बना तो यह बहुत बड़ी घटना थी। अब हम देश को देखते हैं तो पता चलता है कि यह अब बड़ा खेल बन चुका है और तेजी से आगे बढ़ रहा है।'
लगभग एक महीने चले इस टूर्नामेंट में 80 देशों के 206 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इस साल के वर्ल्ड कप में भारत को मायूस होना पड़ा क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों के बाहर होने का सिलसिला पहले ही राउंड से शुरू हो गया था। इस टूर्नामेंट में कुल 24 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था लेकिन ज्यादातर का सफर शुरुआती राउंड्स में ही खत्म हो गया।
