आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का अंतिम लीग मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार (2 मार्च) को खेला जाएगा। दोनों ही टीमें पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में भारत-न्यूजीलैंड की टक्कर 25 साल बाद हो रही है। ऐसे में न सिर्फ फैंस के लिए, बल्कि दोनों ही टीमों के लिए यह मुकाबला खास होगा।
साल 2000 में न्यूजीलैंड ने तोड़ा सपना
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी और इकलौता मैच ढाई दशक पहले यानी साल 2000 में खेला गया था। तब दोनों टीमों का सामना टूर्नामेंट के दूसरे एडिशन के फाइनल में हुआ था। केन्या की राजधानी नैरोबी में में खेले गए खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड के कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग करने का न्योता दिया।
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भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 264 रन का स्कोर खड़ा किया। कप्तान सौरव गांगुली ने 130 गेंद में 9 चौके और 4 छक्कों की मदद से 117 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर ने 69 रन की पारी खेली। गांगुली-सचिन ने 26.3 ओवर में 141 रन की ओपनिंग साझेदारी की। इसके बाद कोई दूसरा बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका, जिससे टीम इंडिया बड़ा स्कोर खड़ा कर पाने में सफल नहीं हो पाई।
265 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम को तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने दूसरे ही ओवर में पहला झटका दे दिया। उन्होंने क्रेग स्पीयरमैन (3) को युवराज सिंह के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद वेंकटेश प्रसाद ने छठे ओवर में फ्लेमिंग (5) को पवेलियन भेजा। लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने अपनी फिरकी का कमाल दिखाते हुए नाथन एस्टल (37) और रोजर त्वोसे (31) का विकेट चटकाकर न्यूजीलैंड का स्कोर 109/4 कर दिया। 132 के स्कोर पर कीवी टीम की आधी पारी सिमट गई।
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कीवी ऑलराउंडर्स ने पलटी बाजी
भारतीय टीम खिताबी मुकाबले पर अच्छी पकड़ बना चुकी थी। हालांकि इसके बाद क्रिस केयर्न्स ने जाबांज पारी खेल पूरी बाजी पलट दी। इस दिग्गज ऑलराउंडर ने 113 गेंद में नाबाद 102 रन बनाकर न्यूजीलैंड को पहली आईसीसी ट्रॉफी दिला दी। केयर्न्स का साथ क्रिस हैरिस ने दिया। ऑलराउंडर हैरिस ने सातवें नंबर पर आकर 46 रन की पारी खेली। केयर्न्स और हैरिस ने छठे विकेट के लिए हुई 122 रन की साझेदारी की, जिसके बूते न्यूजीलैंड ने दो गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।