नवी मुंबई के डीवाई पाटिल क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साल 1978 में पहली बार विश्व कप में हिस्सा लिया था। टीम 2005 और 2017 में दो बार फाइनल तक पहुंची, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।

 

आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारतीय टीम तीसरी बार फाइनल में पहुंची तो पूरे देश की उम्मीदें बढ़ गईं। अब पहली बार विश्व विजेता बनकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम की जीत पर पूरे देश में जश्न का माहौल है।

 

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भारत के 298 रनों का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही। जहां भारत को 104 रनों के स्कोर पर पहला झटका लगा तो वहीं 114 रन के स्कोर पर अफ्रीका के तीन विकेट गिर चुके थे। 148 के स्कोर पर पांचवां, 209 पर छठा और 220 के स्कोर पर सातवां झटका लगा। एक रन बाद यानी 221 के स्कोर पर क्लो ट्रायोन के रूप में आठवां झटका लगा। नतीजा यह हुआ कि 45.3 ओवर पर पूरी अफ्रीकी टीम 246 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। भारतीय टीम ने 4.3 ओवर रहते हुए 52 रनों से शानदार जीत हासिल की।  

कप्तान का शतक भी काम नहीं आया

दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लोरा वोल्वार्ड्ट ने 98 गेंदों में 101 रन की शतकीय पारी खेली। मगर यह शतक टीम के कोई काम नहीं आया। उनके बाद सबसे अधिक 35 रनों की पारी एनेरी डर्कसेन के नाम रही। ताजमिन ब्रिट्स को 23 रन के स्कोर पर अमनजोत कौर ने रन आउट कर दिया। सुने लुस ने 31 गेंदों का सामना किया और 25 रन बनाकर शेफाली वर्मा का शिकार बनी। इन चार बल्लेबाजों के अलावा दक्षिण अफ्रीका की कोई भी महिला खिलाड़ी 20 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सकी। 

 

दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा ने बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी गेंदबाजी से तहलका मचा दिया। दीप्ति ने 5 अहम विकेट झटककर अफ्रीका को उबरने का मौका नहीं दिया। वहीं शेफाली वर्मा ने भी दो विकेट चटका कर अफ्रीका को गहरा जख्म दिया।  

कैसी रही भारतीय पारी?

टॉस जीकर भारत ने पहले बल्लेबाजी की। शेफाली वर्मा के 87 और दीप्ति शर्मा की अर्धशतकीय पारी की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर दक्षिण अफ्रीका के सामने 299 रनों का लक्ष्य रखा। स्मृति और शेफाली के बीच हुई 104 रनों की पारी ने टीम को मजबूत शुरुआत दी। शेफाली वर्मा ने दो छक्के और 7 चौकों की मदद से 78 गेंदों में 87 रन की उम्दा पारी खेली। हालांकि वह शतक जड़ने से चूक गईं।

 

स्मृति मंधाना ने भी 45 रनों का योगदान दिया। सेमीफाइनल में शतक जड़ने वालीं जेमिमा रोड्रिग्स ने 24 रनों की पारी खेली। कैप्टन हरमनप्रीत कौर को 20 रन बनाकर ही पवेलियन लौटना पड़ा। बीच में जब टीम इंडिया लड़खड़ाई तो दीप्ति शर्मा ने ऋचा घोष के साथ 47 रनों की साझेदारी करके टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। दीप्ति ने 58 गेंदों में 58 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। ऋचा घोष ने 34, अमनजोत कौर ने 12 और राधा यादव ने नाबाद 3 रनों का योगदान दिया। 

अयाबोंगा खाका ने झटके तीन विकेट

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 9 ओवर में 58 रन देकर सबसे अधिक तीन विकेट अयाबोंगा खाका ने झटके। इसके अलावा नॉनकुलुलेको म्लाबा, नादिन डी क्लर्क और क्लो ट्रायोन ने एक-एक विकेट झटके। हालांकि भारत के खिलाफ अफ्रीका की गेंदबाजी प्रभावी नहीं रही। टीम इंडिया को बड़ा स्कोर बनाने से नहीं रोक सकी। 

 

  • पहला विकेट: 17.4 ओवर पर भारत को 104 रन के स्कोर पर स्मृति मंधाना के तौर पर पहला झटका लगा।
  • दूसरा विकेट: 27.5 ओवर पर शेफाली वर्मा का विकेट गिरा। उस वक्त टीम का स्कोर 166 रन हो चुका था।
  • तीसरा विकेट: 29.4 ओवर पर जेमिमा रोड्रिग्स को 24 रन बनाकर पवेलियन लौटना पड़ा। 
  • चौथा विकेट: 223 रन के स्कोर पर भारत को चौथा विकेट लगा। हरमनप्रीत कौर ने 20 रन की पारी खेली।
  • पांचवां विकेट: 245 स्कोर पर अमनजोत कौर के रूप में एक और विकेट गिरा। उन्होंने महज 12 रनों का योगदान दिया।
  • छठा विकेट: 292 के स्कोर पर 34 रन बनाकर ऋचा घोष को भी पवेलियन लौटना पड़ा।
  • सातवां विकेट: 298 के स्कोर पर भारत को सातवां झटका लगा। दीप्ति शर्मा ने 58 रनों की बेहतरीन पारी खेली।