कप्तानी से हटाए जाने के अटकलों के बीच रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। रोहित ने बुधवार (7 मई) को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरी शेयर कर रिटायरमेंट की जानकारी दी। टी20 इंटनरेशनल से संन्यास ले चुके रोहित वनडे क्रिकेट खेलते रहेंगे।

 

भारतीय टीम जून में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड जाने वाली है। इस दौरे को लेकर बुधवार शाम को ही खबरें आ रही थीं कि रोहित को कप्तानी से हटाया जा सकता है, जिसके बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर टीम इंडिया की टेस्ट कैप की तस्वीर के साथ लिखा, 'मैं आप सबको यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। इतने सालों में मिले प्यार और समर्थन के लिए आप सभी का शुक्रिया।'

 

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रोहित से छीनी जाने वाली थी टेस्ट टीम की कप्तानी

 

38 साल के रोहित के संन्यास से पहले अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट किया था कि भारतीय टीम के सेलेक्टर्स ने उन्हें कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की जीत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) रोहित को इंग्लैंड दौरे पर कप्तान बनाए रखना चाहता था लेकिन सेलेक्टर्स ने टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा करने से मना कर दिया।   

 

BCCI के एक सूत्र ने अखबार को बताया, 'सेलेक्टर्स की सोच साफ है। वे इंग्लैंड दौरे के लिए एक नया कप्तान चाहते हैं और रेड बॉल फॉर्म को देखते हुए रोहित कप्तान के तौर पर फिट नहीं बैठते। सेलेक्टर्स अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकल के लिए एक युवा लीडर तैयार करना चाहते हैं। सेलेक्शन कमिटी ने बीसीसीआई को सूचित किया है कि रोहित टीम की कमान नहीं संभालेंगे।'

 

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टेस्ट क्रिकेट में खराब फॉर्म से जूझ रहे थे रोहित

 

रोहित शर्मा पिछले 8 टेस्ट मैचों में सिर्फ एक बार 50 का आंकड़ा पार कर पाए थे। उनकी कप्तानी में पिछले साल भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में करारी हार झेलनी पड़ी। रोहित पैटरनिटी लीव पर होने के चलते BGT का पहला टेस्ट नहीं खेल पाए थे। उनकी जगह जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की कमान संभाली थी, जिसमें जीत मिली थी। रोहित शर्मा टीम में लौटने के बाद लोअर ऑर्डर में खेले थे, क्योंकि यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने ओपनिंग करते हुए अच्छी शुरुआत दी थी।

 

रोहित ने एडिलेड और ब्रिस्बेन में नीचे बैटिंग करने के बाद मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग-डे टेस्ट में बतौर ओपनर लौटे थे लेकिन उनके बल्ले से एक बार फिर रन नहीं आए। इस मुकाबले में हार के बाद उन्होंने सिडनी टेस्ट में खुद को ड्रॉप कर लिया था।


रोहित शर्मा का टेस्ट करियर

 

रोहित शर्मा ने 2013 में भारतीय टीम के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने पहले दो टेस्ट मैचों में दो शतक जड़े थे। इसके बाद उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही, जिसके चलते उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। साल 2021 में उनकी टेस्ट टीम में जगह पक्की हुई। इसके अगले साल उन्हें कप्तानी भी मिल गई। रोहित ने टीम इंडिया के लिए 67 टेस्ट मैचों में 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक निकले। टेस्ट क्रिकेट में उनका हाईएस्ट स्कोर 212 रहा।