ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेवियर बार्टलेट का नाम भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए अब किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा। गुरुवार, 23 अक्टूबर को एडिलेड में खेले गए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में उन्होंने अपने पहले ही ओवर में भारतीय टीम को दो बड़े झटके दिए। उन्होंने पहली गेंद पर भारतीय कप्तान शुभमन गिल और फिर पांचवीं गेंद पर विराट कोहली को पवेलियन भेजा। बार्टलेट ने कोहली को खाता भी नहीं खोलने दिया।

 

गोल्ड कोस्ट के रहने वाले बार्टलेट की सबसे बड़ी ताकत उनकी स्विंग बॉलिंग है। वह गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग कराने में माहिर हैं और अच्छी रफ्तार से गेंद फेंकते हैं। इसी वजह से शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजों को परेशान करने में वह बेहद खतरनाक साबित होते हैं।

 

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जेवियर बार्टलेट का क्रिकेट सफर

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अनुसार, बार्टलेट का जन्म 17 दिसंबर 1998 को एडिलेड में हुआ था। बचपन में ही उनका परिवार क्वींसलैंड चला गया, जहां से उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई। केवल 17 साल की उम्र में उन्होंने गोल्ड कोस्ट डॉल्फिन्स के लिए खेलना शुरू कर दिया।

 

उन्होंने 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेला और उसके बाद घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। साल 2019-20 में उन्होंने शेफील्ड शील्ड ट्रॉफी में भी हिस्सा लिया। इसके अलावा, वह आईपीएल टीम पंजाब किंग्स का हिस्सा रह चुके हैं।

 

बार्टलेट ने फरवरी 2024 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मेलबर्न में अपना वनडे डेब्यू किया था और अपनी तीसरी ही गेंद पर विकेट हासिल किया था।

 

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जेवियर बार्टलेट करियर

26 वर्षीय बार्टलेट अब तक 4 वनडे और 11 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। जेवियर बार्टलेट के नाम वनडे में 12 विकेट और टी20 में 15 विकेट दर्ज हैं। 2023-24 के BBL सीजन में उन्होंने ब्रिस्बेन हीट की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेकर सबको प्रभावित किया था। इसके बाद उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिला।

 

शुरुआत में चोटों की वजह से उनका करियर थोड़ा धीमा रहा क्योंकि उन्हें स्ट्रेस फ्रैक्चर की समस्या हुई थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और वापसी करते हुए मेलबर्न रेनगेड्स के खिलाफ नॉकआउट मैच में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया A टीम में भी चुना गया।

 

दिलचस्प बात यह है कि उनके पिता किम बार्टलेट साउथ ऑस्ट्रेलिया की स्टेट लीग में ऑस्ट्रेलियन रूल्स फुटबॉल खेला करते थे। जेवियर बचपन में एक अच्छे तैराक भी रहे हैं और बैकस्ट्रोक में राज्य स्तर पर कई पदक जीते हैं।