प्रेस कॉन्फ्रेंस में अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि अभी तक 135 लोगों के डीएनए का मिलान हो गया है। 101 शवों को उनके परिवारों के हवाले कर दिया गया है। 101 मृतकों में 5 लोग यात्री नहीं थे, वे स्थानीय हैं। वहीं 12 शवों को लेने उनके परिवार जल्द ही आने वाले हैं। 5 अन्य लोगों का डीएनए जांचा जा रहा है। बाकी 17 शवों के डीएनए का मिलान परिवार के अन्य सदस्यों से किया जाना है।

 

सिविल अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि उदयपुर के दो, बड़ौदा के 13, खेड़ा के 10, अहमदाबाद के 30, मेहसाणा के 5, जोधपुर और बोटाद के एक-एक, अरवल्ली के 2, आनंद के 9, भरुच के 4, सूरत के 3, गांधीनगर के 5, महाराष्ट्र और दीव के चार-चार और जूनागढ़ अमरेली, गिर सोमनाथ, महीसागर, भावनगर, पटना, राजकोट और नडियाद के एक-एक शव हैं।

 

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मेडिकल कॉलेज के सिर्फ 4 डॉक्टरों की गई जान

अस्पताल अधीक्षक राकेश जोशी ने कहा कि बीजे मेडिकल कॉलेज के चार छात्रों की हादसे में जान गई है। इस आंकड़े में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मुझे भी मैसेज आया कि दो और डॉक्टरों की मौत हुई है। मगर यह सही नहीं है। मेडिकल कॉलेज के सिर्फ 4 डॉक्टरों की जान गई है। जिन दो डॉक्टरों की बात की जा रही है, उसमें से एक डॉक्टर सूरत के रहने वाले हैं। वे यहां पढ़ते नहीं हैं, लेकिन यहां अपनी बहन से मिलने आए थे। मुझे लगता है कि दूसरे डॉक्टर फ्लाइट में थे। वह भी हमारे छात्र नहीं हैं।    

 

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जिंदा बचे यात्री की हालत स्थिर

12 जून की दोपहर एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही हादसे का शिकार हो गया है। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया था। हादसे में चालक दल समेत कुल 241 यात्रियों की जान गई थी। सिर्फ एक यात्री जिंदा बचा था। अस्पताल अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि जिंदा बचे यात्री की हालत स्थिर है। धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हादसे में जमीन पर मौजूद 29 अन्य लोगों की भी जान गई थी।