बिहार में एक के बाद एक लगातार तीन हत्याओं से राज्य दहल गया है। आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं। ताजा मामला सीतामढ़ी का है। बिहार में बीते 24 घंटें में हत्या की यह तीसरी वारदात है। बेखौफ अपराधियों ने राघव प्रसाद नाम के एक किसान की सरेआम गला रेतकर हत्या कर दी। इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब किसान अपने खेतों में पानी देने जा रहा था। पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। 

 

24 घंटे में हत्या की यह तीसरी वारदात है और इन घटनाओं से बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे। इससे पहले शनिवार को पटना में बीजेपी नेता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शनिवार को ही सीतामढ़ी में एक कारोबारी की सरेआम हत्या कर दी गई थी। इससे पहले राजधानी पटना में भी हत्या और गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। 

 

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7 दिन में 7 हत्याएं

बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। बीते सात दिनों में बिहार में हत्या की 17 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पटना में मशहूर बिजनेसमैन गोपाल खेमका के अलावा तीन अन्य लोगों की हत्या हुई है। इन घटनाओं में पूर्णिया में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या भी शामिल है। बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों से पहले राज्य में बढ़ रहे अपराध को लेकर सियासत तेज है। विपक्षी दल कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार और प्रशासन को घेर रहे हैं। बिहार में इस तरह के क्राइम की घटनाएं आम होती जा रही हैं। पुलिस भी अपराधियों के आगे बेबस दिख रहे हैं। 

NDA नेताओं ने भी उठाए सवाल

राज्य में NDA की सरकार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह मंत्रालय है। बढ़ते अपराध को लेकर NDA के घटक दल भी असहज दिखाई दे रहे हैं। राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए। विजय सिन्हा ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन की कमजोरी से अपराधियों के मनोबल बढ़ा है। उन्होंने बालू माफिया, जमीन माफिया और दारू माफिया के गठजोड़ का भी जिक्र किया। 

 

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी सरकार और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, 'बिहारी अब और कितनी हत्याओं की भेंट चढ़ेंगे ? समझ से परे है कि बिहार पुलिस की जिम्मेदारी क्या है?' बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में राज्य में बढ़ते अपराध के कारण  सत्तारूढ़ गठबंधन के दल ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। चिराग पासवान तो कई बार मंच से भी सराकर पर प्रश्न चिन्ह लगा चुके हैं। 

 

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विपक्ष हुआ हमलावर 

राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इन घटनाओं को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट कर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, 'इतने मर्डर हो रहे है कि कोई गिन भी नहीं सकता। बिहार में इंसानों का जीवन कीड़े मकौड़े से भी सस्ता। सीतामढ़ी में गोली मारकर व्यवसायी की हत्या। पटना में दुकानदार की हत्या। नालंदा में गोली मार नर्स की हत्या। खगड़िया में युवक की गोलीमार हत्या। गया और नालंदा में दो-दो की हत्या! चारों तरफ सरकारी गुंडों की गोलियां ही गोलियां। अपराधियों को संरक्षण दे रही सत्ताधारी नेताओं की बोलियां। अपराधियों के सांझेदार NDA नेता-अधिकारी जाति खोजने में व्यस्त।'

 

बिहार कांग्रेस ने भी सरकार पर कटाक्ष करते हुए एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की है। कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से की गई एक पोस्ट में लिखा है, 'आइए न हमरा बिहार में गुंडाराज की सरकार में, ठोक देंगे मंत्री जी....कपार में!' इसी तरह बिहार के सभी विपक्षी नेता सरकार पर हमलावर हो गए हैं।