दिल्ली की हवा दमघोंटू होती जा रही है। शनिवार सुबह दिल्ली में AQI का स्तर 'गंभीर' की श्रेणी के करीब पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शनिवार सुबह 8 बजे दिल्ली में AQI का स्तर 393 रहा, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। राजधानी दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं AQI का स्तर 400 के पार जा चुका है।

 

डेटा बताता है कि दिल्ली की हवा और जहरीली हो गई है। शुक्रवार शाम 4 बजे दिल्ली में AQI का स्तर 349 था, जबकि शनिवार सुबह 8 बजे यह 393 पर पहुंच गया। शनिवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में जहरीली धुंध छाई रही, जिससे विजिबिलिटी पर भी असर पड़ा।

 

दिल्ली के अलावा एनसीआर में भी हवा जहरीली बनी हुई है। गाजियाबाद और नोएडा में AQI का स्तर 422 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' माना जाता है। गुरुग्राम में 295 और फरीदाबाद में 208 दर्ज किया गया।

 

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कितनी जहरीली है दिल्ली की हवा?

दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में AQI का स्तर 'गंभीर' की श्रेणी में है। CPCB के डेटा के मुताबिक, आनंद विहार में AQI का स्तर 436 रहा और यह जहरीली धुंध की मोटी चादर से ढका हुआ है।

 

 

आनंद विहार के अलावा अशोक विहार में AQI का स्तर 435, आईटीओ में 425, डीटीयू में 426 और नेहरू नगर में 427 दर्ज किया गया।

 

इसी तरह, AQI का स्तर नजफगढ़ में 312, शादीपुर में 375, ओखला फेज 2 में 400 और द्वारका सेक्टर 8 में 394 रिकॉर्ड किया गया।

 

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दिल्ली एयरपोर्ट ने जारी की एडवाइजरी

ठंड के कोहरे और प्रदूषण की वजह से धुंध बनी हुई है। इसका असर विजिबिलिटी पर पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।

 

 

एयरपोर्ट ने एडवाइजरी जारी कर कहा है, 'दिल्ली एयरपोर्ट पर लो विजिबिलिटी है। सभी उड़ान फिलहाल सामान्य हैं। यात्रियों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपडेटेड फ्लाइट इन्फोर्मेशन के लिए एयरलाइन के संपर्क में रहें।'

 

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वॉल-टू-वॉल सड़कें बनाई जाएंगी

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए सड़कों से उड़ने वाली धूल को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार राजधानी में प्रदूषण को प्रभावी और स्थायी रूप से नियंत्रित करने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। 

 

उन्होंने कहा कि धूल प्रदूषण को खत्म करना सरकार की टॉप प्रायोरिटी में से एक है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, दिल्ली में वॉल-टू-वॉल सड़के बनाई जा रही हैं।

 

सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में उड़ती धूल प्रदूषण की एक बड़ी वजह है, इसलिए वॉल-टू-वॉल सड़कें बनाना इसका प्रभावी समाधान है। उन्होंने बताया कि सड़कों के लिए विधायकों को बजट दे दिया गया है।