हर साल की तरह इस साल भी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी जोरों पर है। हर साल अयोध्या दीपोत्सव में एक नया वर्ल्ड रिकार्ड बनता है। इस साल 19 अक्टूबर 2025 में अयोध्या दीपोत्सव के दौरान 26 लाख 11 हजार 101 दीयों को एक साथ जलाकर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। सरयू घाट से लेकर राम की पैड़ी, चौधरी चरण सिंह घाट और लक्ष्मण किला तक हर घाट और हर कोना दीयों की रोशनी से जगमगाएगा। पिछेल साल यानी की साल 2024 में 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाकर एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था। वहीं,  साल 2023 में अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान 22 लाख 23 हजार से ज्यादा दिए जलाए गए थे, जिससे उस समय एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था। यह रिकार्ड साल 2022 के 15 लाख 76 हजार दिये के रिकॉर्ड को तोड़कर स्थापित हुआ था। 

 

दीपोत्सव में इस बार जन सहभागिता पर विशेष जोर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस साल करीब 33,000 वालंटियर दीपोत्सव में काम करेंगे, जिनमें छात्र, शिक्षक और सामाजिक संगठन शामिल हैं। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या इस आयोजन का समन्वय कर रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर और छात्र संगठन मिलकर इस भव्य उत्सव को सफल बना रहे हैं।

 

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कहां तक पहुंची हैं तैयारियां

17 अक्टूबर तक राम की पैड़ी के घाट नंबर 8, 9, 10 और 11 पर सजावट का काम लगभग आधा पूरा हो चुका था। लगभग 7-8 लाख दिये घाटों पर सज चुके थे। नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्रा ने बताया कि बच्चों और छात्रों का उत्साह देखकर लगता है कि आने वाली पीढ़ी राम काज के प्रति कितनी समर्पित है।

 

प्रो. संत शरण मिश्रा के मुताबिक, दीपोत्सव के लिए  26 लाख दीयों में से 16 लाख दिये अयोध्या और आसपास के गांवों जैसे जयसिंहपुर, पुरा बाजार, गोसाईगंज के लगभग 40 कुम्हार परिवारों ने अपने हाथों से बनाए हैं। यह न केवल धार्मिक आयोजन है बल्कि ग्रामीण आजीविका से भी जुड़ा हुआ है। बाकी 10 लाख दिये औद्योगिक इकाइयों, महिला स्वयं सहायता समूहों और जन सहयोग से जुटाए गए हैं। इन दीयों को जलाने के लिए 55 लाख बत्तियां और 73,000 लीटर तेल की व्यवस्था की गई है।

 

 

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किस घाट पर कितने दिये लगेंगे?

  • राम की पैड़ी: 16 लाख दिये
  • विस्तारित राम की पैड़ी: 4.25 लाख दिये
  • चौधरी चरण सिंह घाट: 4.75 लाख दिये
  • भजन संध्या घाट: 5.25 लाख दिये
  • लक्ष्मण किला घाट और आसपास: 1.25 लाख दिये
  • हर घाट पर दीयों से भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान और पुष्पक विमान की आकृतियां बनाई जाएंगी, जो रात के अंधेरे में स्वर्णिम दृश्य पेश करेंगी।