मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राह पर निकल पड़े हैं। सीएम यादव ने अपने राज्य में बिहार की तर्ज पर शराबबंदी को लेकर कड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, उन्होंने 23 जनवरी 2025 से मध्य प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी का ऐलान कर दिया है। नरसिंहपुर जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि 17 अलग-अलग धार्मिक नगरों में शराबबंदी करेंगे।

 

सीएम मोहन यादव ने कहा कि समाज में नशाखोरी की आदत, खासकर शराब से परिवार के परिवार बर्बाद हो जाते हैं। इससे सामाजिक बुराई आती है। यह बहुत बड़ा कष्ट है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि संकल्प लिया है कि 17 अलग-अलग धार्मिक नगरों में शराबबंदी करने की घोषणा कर रहे हैं।

  

 

हर तरह की शराब पर होगी पाबंदी

 

उन्होंने मंच से ही कहा कि सभी धार्मिक शहरों में कोई देशी नहीं कोई विदेशी नहीं, हर तरह की शराब पर शराब की दुकानों पर ताले लगाए जाएंगे। यह फैसला हमारे उस संकल्प की पूर्ति करते हैं, जिसके आधार पर हमने अपनी सरकार को चलाने के लिए निर्णय किए हैं।

 

सीएम ने कहा कि भगवान राम अयोध्या में मुस्करा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अनुष्ठान का पर्व चल रहा है। मां नर्मदा के किनारे महेश्वर भी आता है। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा वासियों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

 

इन नगरों में शराब की दुकानों पर ताला

  • उज्जैन (महाकालेश्वर मंदिर)
  • ओरछा (भगवान रामराजा सरकार की नगरी)
  • मंडला (नर्मदा के प्रसिद्ध घाट)
  • ओंकारेश्वर (12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान ममलेश्वर का मंदिर)
  • मुलताई (प्रसिद्ध धार्मिक ताप्ती नदी का उद्गम स्थल)
  • जबलपुर (नर्मदा के किनारे बसा शहर, भेड़ाघाट)
  • नलखेड़ा (मां बगलामुखी माता का प्रसिद्ध मंदिर)
  • मंदसौर (भगवान पशुपतिनाथ का प्रसिद्ध मंदिर)
  • मैहर (मां शारदा का प्रसिद्ध मंदिर)
  • बरमान घाट और मंडेलश्वर (दोनों ही मां नर्मदा के प्रसिद्ध घाट हैं)
  • पन्ना (जुगल किशोर भगवान का प्राचीन मंदिर)
  • महेश्वर (पर्यटन नगरी, नर्मदा किनारे कई प्राचीन मंदिर)
  • दतिया (प्रसिद्ध पीतांबरा माई का मंदिर)
  • सलकनपुर (प्रसिद्ध देवी मंदिर)
  • चित्रकूट (धार्मिक नगरी, भगवान राम ने वनवास का समय यहां बिताया था)
  • सांची को भी इसमे शामिल किया जा सकता है, क्योंकि यह बेहद प्राचीन जगह
  • अमरकंटक (नर्मदा उद्गम स्थल, नर्मदा मंदिर)