दिल्ली के डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज में बीते गुरुवार 18 अक्टूबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) की ज्वाइंट सेक्रेटरी और ABVP सदस्य दीपिका झा ने डिसीप्लिनरी कमिटी की बैठक के दौरान प्रोफेसर सुजीत कुमार को थप्पड़ मार दिया जिसके बाद बहुत बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इस पर दीपिका ने कहा है कि प्रोफेसर मुझसे गाली-गलौज करने के बाद मुस्कुरा रहे थे इसलिए उन्हें गुस्सा आ गया। गुस्से में आकर उन्होंने थप्पड़ मार दिया। दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में हुई इस घटना का टीचर और स्टूडेंट यूनियन ने कड़ी आलोचना की है। 

 

सीनियर पुलिस अधिकारी ने शिकायत मिलने की पुष्टि की और बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी ने कहा, 'हमें देर शाम शिकायत मिली है। जांच करने वालों ने वीडियो देखा है। सीसीटीवी से फुटेज निकाला जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है।'

 

यह भी पढ़ें- कभी 20 लाख, कभी 26 लाख, अयोध्या में दीपोत्सव के नाम कितने रिकॉर्ड हैं?

 

दीपिका झा ने प्रोफेसर को थप्पड़ मारने की बात मान ली है। साथ ही कहा की उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि सामने वाले ने उनके साथ गाली-गलौज और गलत बर्ताव किया था। उन्होंने कहा, 'बातचीत के दौरान, जब मैंने उन्हें बताया कि आपको स्मोकिंग करते देखने से बच्चों पर इसका अच्छा असर नहीं पड़ेगा। इस बात पर उन्होंने मुझे गालियां दी।' गाली देने के बाद भी प्रोफेसर उन्हें घूर रहे थे। जिससे उन्हें गुस्सा आया और उन्होंने टीचर को थप्पड़ मार दियाहालांकि उन्होंने ऐसा माना कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।

माफीनामा वीडियो

दीपिका ने घटना के अगले दिन एक माफीनामा वीडियो भी जारी किया। जिसमें दावा किया कि प्रोफेसर पुलिस के सामने उन्हें धमका और घूर रहे थे। वह उस समय नशे में थे। इस वीडियो में कहा, 'यह सब देखने के बाद, मुझे गुस्सा आया और मैंने अपना हाथ उठा दिया। मुझे इस घटना पर खेद है और मैं सभी टीचर से माफी मांगती हूं। मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।'

प्रोफेसर का बयान

प्रोफेसर सुजीत कुमार ने उनके बयान का खंडन करते हुए आरोप लगाया कि ABVP के मेंबर बिना बुलाए मीटिंग में घुस आए। उन्होंने कहा कि यह झड़प कॉलेज में ओथ सेरेमनी के बाद हुई। यहां कुछ छात्रों ने चुने हुए कॉलेज अध्यक्ष पर हमला किया था। उन्होंने कहा, 'हमारे कॉलेज के बच्चे डूसू को वोट नहीं देते। उनका कॉलेज स्टूडेंट काउंसिल है। उस काउंसिल के तीन पद निर्विरोध चुने गए और उन पर ABVP के सदस्यों का कब्जा था। NSUI के एक छात्र ने अध्यक्ष पद जीता था।'

 

यह भी पढ़ें- 42 प्रतिशत OBC आरक्षण पर तेलंगाना बंद, सड़कों पर लोग, वजह क्या है?

 

आगे उन्होंने कहा, 'करीब एक महीने पहले, NSUI के लड़के को ABVP छात्र संघ ने केवल इसलिए पीटा था क्योंकि वह इस पद के लिए चुनाव लड़ना चाहता था। हमें इसका एक वीडियो मिला और मैंने तीनों स्टूडेंट को 30 सितंबर तक सस्पेंड कर दिया। इसके बाद भी एक प्रोग्राम के दौरान सस्पेंड हुए छात्रों में से एक ने मेरे और कमेटी के अन्य सदस्यों के सामने NSUI लड़के की पिटाई कर दी।'

 

कॉमर्स प्रोफेसर ने दावा किया कि ABVP के सदस्यों ने हाथापाई में शामिल छात्रों का साथ दिया और बाद में उन पर रिजाइन करने का दबाव डाला गया। उन्होंने एएनआई को बताया, 'इसके बाद, दीपिका नाम की एक छात्रा आई और मुझे थप्पड़ मारा, जैसा कि वीडियो क्लिप में दिख रहा हैं।'

हाथापाई के बाद बैठक बुलाई गई

डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (DTF) के अनुसार, सुजीत कुमार ने बैठक बुलाई जो हाल में हुई घटना पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है। सीसीटीवी फुटेज से लिए गए 32 सेकंड के एक वीडियो में, प्रोफेसर दीपिका के बगल में एक सोफे पर बैठे दिखाई दे रहे हैं और उनके आसपास कई और लोग मौजूद हैं। चार पुलिसकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही बहस बढ़ती है, ज्वाइंट सेक्रेटरी खड़ी होकर उनको थप्पड़ मारते हुए दिखाई देती हैं। एक महिला पुलिसकर्मी रोकने की कोशिश करती है और उन्हें दूर बैठा देती है।

 

घटना के बाद डीयू ने इस हमले की जांच के लिए 6 सदस्यों वाली टीम बनाई है। इस समिति की अध्यक्षता प्रोफेसर नीता सहगल कर रही है। कुलपति योगेश सिंह के निर्देश पर यह समिति दो सप्ताह के भीतर तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपेगी।