भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार में महीने भर चले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद शुक्रवार को ड्रॉफ्ट मतदाता सूची जारी कर दी है। मतदाता चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर अपना नाम देख सकते हैं। आयोग ने ड्रॉफ्ट मतदाता सूची की कॉपी विभिन्न राजनीतिक दलों को भी उपलब्ध करा दी है। अब आयोग एक सितंबर तक वोटर्स से दावे और आपत्तियां आमंत्रित कर रहा है। अगर किसी व्यक्ति का नाम गलत तरीके से मतदाता सूची से हटाया गया है तो वह 1 सितंबर तक अपनी शिकायत चुनाव अधिकारियों से समक्ष कर सकता है। 

 

चुनाव आयोग के मुताबिक जून महीने में SIR शुरू होने से पहले बिहार में कुल 7.93 करोड़ मतदाता थे। हालांकि ड्रॉफ्ट मसौदा सूची में कितने मतदाता हैं, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक शिवहर, दरभंगा, नवादा, सुपौल, गयाजी, लखीसराय, गयाजी और जमुई जिले में ड्रॉफ्ट मतदाता सूची सियासी दलों को उपलब्ध करा दी गई है। आइये जानते हैं अपने नाम जांच करने की पूरी प्रक्रिया।

 

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  • सबसे पहले आप भारत निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या यहां क्लिक करें। 
  • सबसे ऊपर तीन लाइन के साथ मेन्यू बटन दिया है। उस पर क्लिक करें।
  • यहां आपको 'Search Electoral Roll' ऑप्शन मिलेगा। इस पर क्लिक करें।
  • क्लिक करने पर आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
  • यहां नाम खोजने के तीन ऑप्शन हैं।

 

  • पहला:  ईपीआईसी द्वारा खोजें
  • दूसरा: विवरण द्वारा खोजें
  • तीसरा: मोबाइल द्वारा खोजें

 

पहले ऑप्शन से कैसे खोजें: इस ऑप्शन में सबसे पहले अपने मतदाता वोटर कार्ड में दर्ज EPIC Number दर्ज करें। फिर राज्य का विकल्प चुनें। कैप्चा कोड दर्ज करने के बाद सर्च ऑप्शन पर क्लिक करें। 

 

दूसरा विकल्प: सबसे पहले राज्य का चुनाव करें। भाषा वाले कॉलम में अपनी भाषा चुनें। बाद में अपना नाम लिखें और रिश्तेदार वाले ऑप्शन में पिता या पति का नाम टाइप करें। इसके बाद जन्मतिथि वाला कॉलम है। यहां सही तरीके से अपनी जन्मतिथि दर्ज करें और उम्र अंकों में लिखें। लिंग वाले कॉलम में अपने लिंग का चयन करें। बाद में जिला और विधानसभा सेलेक्ट करें और कैप्चा कोड लिखने के बाद सर्च बटन दबाएं। 

 

तीसरा विकल्प: तीसरा विकल्प सबसे सरल है। सबसे पहले राज्य और भाषा सेलेक्ट करें। इसके बाद अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करें। कैप्चा भरने के बाद SEND OTP बटन पर क्लिक करें। ओटीपी आने पर बॉक्स में दर्ज करें और सर्च बटन पर क्लिक करें।  

 

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दूसरी जगह पर दर्ज मिले 7 लाख लोगों के नाम

SIR के पहले चरण में वोटर्स को बीएलओ और राजनीतिक दलों से नामित बूथ-स्तरीय एजेंटों ने गणना प्रपत्र सौंपे। चुनाव आयोग ने फॉर्म को ऑनलाइन डाउनलोड करने और अपलोड करने की भी सुविधा दी थी। मतदाताओं ने अपने साइन और पहचान के दस्तावेजों के साथ इन फॉर्म को जमा करवाया। चुनाव आयोग के मुताबिक 25 जुलाई तक चली इस प्रक्रिया में 7.23 करोड़ वोटर्स ने अपने पत्र जमा करवाए।

 

36 लाख मतदाताओं ने या तो पलायन कर लिया या उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। 7 लाख लोगों के नाम अन्य स्थानों पर दर्ज मिले। 33 लाख लोगों के निधन की सूचना मिली। 1.2 लाख ऐसे भी मतदाता थे, जिन्होंने आयोग के पास गणना प्रपत्र जमा ही नहीं करवाया। आयोग के मुताबिक पूरे बिहार में SIR का काम कुल 77895 मतदान केंद्रों में हुआ।