लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने अब चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके पास ऐसे सबूत हैं जो 'एटम बम' की तरह हैं जिसके फटने पर चुनाव आयोग को छिपने की जगह नहीं मिली है। राहुल गांधी का आरोप है कि चुनाव आयोग 'वोट चोरी'में शामिल है। उन्होंने चुनाव आयोग के कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे ऐसे काम में शामिल हैं तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। राहुल गांधी का कहना है कि ऐसा काम राजद्रोह की तरह है और ऐसे लोग भले ही रिटायर हो जाएं लेकिन उन्हें ढूंढकर निकाला जाएगा। उनके इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने कहा है कि राहुल गांधी को ईमेल और चिट्ठी भेजी गई लेकिन वह आए ही नहीं। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि राहुल गांधी ने खुद भी कभी किसी मुद्दे पर कोई चिट्ठी नहीं भेजी है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाए हैं कि चुनाव आयोग आयोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए ‘वोट चोरी’ करा रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ‘वोट चोरी’ में जो भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। राहुल गांधी ने ये आरोप तब लगाए हैं, जब चुनाव आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया पूरी करने के बाद बिहार के लिए ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पब्लिश की है।
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राहुल गांधी के इस बयान पर अब चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। चुनाव आयोग ने अपना जवाब पांच बिंदुओं में दिया है।
ये पांच बिंदु हैं:-
1- चुनाव आयोग ने 12 जून 2025 को उन्हें एक ईमेल भेजा लेकिन वह नहीं आए।
2. चुनाव आयोग ने 12 जून 2025 को एक चिट्ठी भेजी लेकिन वह नहीं आए।
3. उन्होंने किसी भी मुद्दे पर कभी भी चुनाव आयोग को कोई चिट्ठी नहीं भेजी।
4. यह बहुत अजीब है कि वह ऐसे आरोप लगाते जा रहे हैं और अब चुनाव आयोग के कर्मचारियों को धमकी भी दे रहे हैं।
5. चुनाव आयोग ऐसे सभी गैरजिम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करता है और अपने कर्मचारियों से कहता है कि वे पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ काम जारी रखें।
चुनाव आयोग पर भड़के राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'मैंने बोला है कि वोट चोरी हो रही है। अब हमारे पास एकदम पुख्ता सबूत हैं कि निर्वाचन आयोग वोट चोरी में शामिल है। मैं हल्के-फुल्के अंदाज में नहीं बोल रहा हूं, मैं 100 प्रतिशत सबूत के साथ बोल रहा हूं। हम जैसे ही इसे जारी करेंगे, पूरे देश को पता लग लग जाएगा कि आयोग वोट चोरी करा रहा है और यह बीजेपी के लिए करा रहा है। हमें मध्य प्रदेश (विधानसभा चुनाव) में संदेह था, लोकसभा चुनाव में संदेह था, बाद के विधानसभा चुनावों में वोटर जोड़े गए। इसके बाद हमने अपनी जांच शुरू की। इसमें छह महीने लगे। जो हमें मिला है वह एटम बम है, जब फटेगा तो निर्वाचन आयोग आपको कहीं नहीं दिखेगा।'
राहुल गांधी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'मैं बड़ी गंभीरता से बोल रहा हूं कि निर्वाचन आयोग में जो भी यह काम कर रहे हैं, आपको हम छोड़ेंगे नहीं। आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं, यह राष्ट्रदोह है। आप रिटायर हो गए हों या कहीं भी हों, आपको ढूंढकर निकालेंगे।’
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दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ हफ्तों से लगातार यह दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उनकी पार्टी ने मतदाता सूचियों की जांच करवाई है जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता मिली है और जल्द ही इसका विवरण सार्वजनिक किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने बीते 24 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावे पर कड़ी आपत्ति जताई थी। आयोग ने कहा था कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने न केवल बेबुनियाद आरोप लगाए, बल्कि एक संवैधानिक संस्था को धमकाने का भी प्रयास किया।