हरियाणा में भिवानी टीचर की संदिग्ध मौत का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां धिगावा गांव में इकट्ठा हो गई हैं जहां पर 19 साल की प्ले स्कूल टीचर के परिवार वाले पिछले तीन दिनों से विरोध कर रहे हैं। मनीषा 11 अगस्त को घर से स्कूल के लिए निकली थी और 13 अगस्त को उसकी लाश मिली थी। लाश मिलने के बाद परिवार वाले अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे क्योंंकि उनका कहना था कि प्रशासन ने ठीक तरीके से जांच नहीं की है। हालाकि, प्रशासन ने मनीषा के पिता को अंतिम संस्कार के लिए मनाने की पूरी कोशिश की।
परिवार वालों का कहना है कि मनीषा ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या हुई है। मनीषा को 13 अगस्त को सिंघानी गांव में मृत पाया गया था और उसका गला रेता हुआ था। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भिवानी और चरखी दादरी में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। दोनों जिलों में 19 अगस्त सुबह 11 बजे से 21 अगस्त की सुबह 11 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। प्रदेश गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देते हुए आदेश दिया कि ब्रॉडबैंड और लीजलाइन को छोड़ सभी तरह से इंटरनेट सर्विस और बल्क SMS बंद रहेंगे।
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गई थी नर्सिंग कॉलेज
मनीषा को अंतिम बार पास के ही एक नर्सिंग कॉलेज के पास देखा गया था जहां पर वह एडमिशन के लिए पूछताछ करने नहीं गई थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वह उस दिन दोपहर को कॉलेज के पास में थी। हालांकि, उसके बाद मनीषा के बारे में पता नहीं चला। दो दिन बाद उसकी लाश पड़ी हुई मिली।
मनीषा के पिता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि लोहारू पुलिस ने शुरुआत में 11 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया था। उनके मुताबिक पुलिस ने कहा कि वह कहीं चली गई होगी और कुछ दिन में घूम-फिर कर आ जाएगी। उसके बाद अगले दिन ही गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी गई।
क्या बोली सरकार?
इस मामले में हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा क्योंकि प्रदेश के लोगों को सुरक्षित माहौल देना हमारी सरकार का दायित्व है। किसी को भी कानून-व्यवस्था खराब करने का किसी को अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और भी कड़े निर्णय लिए जाएंगे। आने वाले समय में बुलडोजर भी चलेंगे। मकान तक गिरवाकर मिट्टी में मिलवा देंगे।
विपक्ष ने की घेरने की कोशिश
जननायक जनता पार्टी के युवा अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा, 'हमने सुना था कि हरियाणा पुलिस इतनी सक्षम है कि वह कब्रिस्तान से भी आरोपियों को खोज निकाल सकती है, लेकिन इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस आरोपियों की पहचान तक नहीं कर पाई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दिल्ली से प्रभावित हैं और पुलिस को कार्रवाई करने की पूरी छूट नहीं दे रहे हैं।'
इंडियन नेशनल लोकदल की नेता सुनैना चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार उस गरीब परिवार को न्याय दिलाने में विफल रही है जिसकी 19 वर्षीय लड़की की हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा, 'पुलिस को अपराधियों को पकड़ने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।'
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कांग्रेस नेता राजू मान ने हरियाणा के मौजूदा हालात को 'जंगल राज' बताया। उन्होंने कहा, 'लगता है अपराधी यहां समानांतर सरकार चला रहे हैं।' कांग्रेस नेता व पहलवान बजरंग पूनिया ने लिखा- पहले तो 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा दिया जाता है,लेकिन उसके बाद बेटियों को ही असुरक्षित छोड़ दिया जाता है। न जाने कब किसी मासूम की इज्जत लूट ली जाए,जान से मार दिया जाए और जब परिवार इंसाफ की गुहार लगाता है,तो पुलिस-प्रशासन उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं करता। फिर जब जनता आवाज उठाती है, तो सरकार इंटरनेट बंद कर देती है। लोकतंत्र के भीतर षडयंत्र चला रखा है।'
क्या कहती है पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट
- पुलिस के मुताबिक पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में सीमेन के कोई अंश नहीं मिले हैं।
- मनीषा के चेहरे पर किसी भी प्रकार का एसिड या केमिकल नहीं मिला।
- शरीर के कुछ अंग जैसे दोनों आंखें, खाने की नली, सांस की नली इत्यादि गायब थे। लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि चूंकि बॉडी कई दिनों तक खेतों में पड़ी थी इसलिए जंगली जानवरों ने उसे खा लिया होगा।
मिला था सुसाइड नोट
पुलिस के मुताबिक सोमवार को मनीषा के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था जिसमें मनीषा ने अपनी जान देने की बात लिखी थी। एसपी सुमित कुमार ने कहा था कि नोट में मनीषा की लिखावट है और उसके बैग में उसका आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए थे।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से और दुकानदार के रजिस्टर से यह साबित हुआ कि मनीषा ने खुद ही कीटनाशक खरीदा था और पोस्ट मॉर्टम की रिपोर्ट में भी यही पाया गया है।