कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बिहार में एक साथ मिलकर 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं। यह यात्रा 17 अगस्त 2025 को सासाराम से हुई थी, जिसका समापन 1 सितंबर को भोजपुर में होगा। यह यात्रा बिहार में S.I.R प्रक्रिया के तहत 65 लाख वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने को लेकर हो रही है। दोनों ही नेता बिहार की अपने रोड शो और रैलियों में जनता को यह बता रहे हैं कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चुनाव आयोग के साथ मिलकर वोट चोरी कर रहे हैं। यह बात राहुल गांधी लगभग अपनी हर सभा में लोगों के बीच बोल रहे हैं।

 

कांग्रेस सांसद राहुल ने अपनी एक सभा में कहा कि बीजेपी जो 40-50 साल सत्ता में बने रहने की बात करती है- यह और कुछ नहीं बल्कि वह वोट चोरी के बल पर ऐसा बोल रही है। न्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के संविधान ने जनता को वोट का अधिकार दिया है, लोकतंत्र की ताकत दी है लेकिन आज वोट चोरी किए जा रहे हैं, अधिकार छीना जा रहा है। ये देश के खिलाफ साजिश है, अपराध है- हम ये किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।

तेजस्वी यादव का हमला

वहीं, तेजस्वी यादव 65 लाख मतदाताओं के वोटर लिस्ट से नाम काटने के मुद्दे के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू पर हमले कर रहे हैं। उनका कहना है कि लोकतंत्र में इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि वोटर को अपना वोट बचाने की लड़ाई लड़नी पड़ रही है? उन्होंने एक सभा में कहा कि जो जनता के अधिकार छिनेंगे उनसे बिहार की जनता सत्ता छिनेगी

 

 

इन सबके बीच सत्तारुढ़ बीजेपी और जेडीयू, महागठबंधन के दोनों नेताओं के हमलों को काउंटर कर रही हैंराहुल-तेजस्वी मिलकर पीएम मोदी, चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और बीजेपी को घेर रहे हैं, तो एनडीए के दोनों दल मिलकर जवाबी हमले कर रहे हैंऐसे में आइए जानते हैं कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के हमलों का बीजेपी-जेडीयू किस तरह से काउंटर कर रहे हैं....

कमियों नोट करके हमला

वोटर अधिकार यात्रा के शुरू होने के बाद से ही बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के पासतो विचार है, न विजन, न ही कोई तथ्य... बस दोनों नेता झूठ और अफवाहों के सहारे बिहार में राजनीति कर रहे हैंबीजेपी, जेडीयू के साथ मिलकर पूरी वोटर अधिकार यात्रा पर नजर रख रही है, जिसके जरिए कांग्रेस-आरजेडी की कमियों नोट करके उन्हीं को सोशल मीडिया के जरिए जनता के बीच रख रही है। 

पप्पू वाली छवि को सामने रख रहा NDA

बीजेपी और जेडीयू दोनों मिलकर राहुल गांधी की 'पप्पू' वाली छवि को जनता के बीच रखने की कोशिश कर रही हैंइसमें बीजेपी राहुल गांधी के बयानों को काटकर उनके बयानों में विरोधाभास है, ऐसा दिखा रही हैदोनों दल मिलकर एक स्क्रिप्ट के तहत राहुल-तेजस्वी का AI से वीडियो बनाकर दोनों के बीच मतभेद दिखाने की कोशिश कर रही हैंबीजेपी-जेडीयू के एक्स हैंडल पर ऐसे कई वीडियो देखने को मिल जाएंगेइसके साथ ही दोनों पार्टियां मिलकर राहुल-तेजस्वी को चंगु-मंगु कहकर संबोधित कर रही हैंदोनों दल चंगु-मंगु का AI से वीडियो कैरेक्टर बनाकर दोनों नेताओं को बिहार की सड़कों पर बाईक चलाते हुए लड़ते हुए दिखा रही हैं

 

तेजस्वी को याद दिला रहे 90 वाला दौर

बीजेपी और जेडीयू के आधिकारिक एक्स हैंडल पर ऐसी कई वीडियो मिल जाएंगी, जिसमें तेजस्वी यादव को 90 के दौर वाली आरजेडी सरकार की याद दिलाई जा रही हैदरअसल, 1990 के दशक में तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रयाद की बिहार में सरकार थी, जिसको लेकर बीजेपी-जेडीयू आरोप लगाती हैं कि वह जंगलराज की सरकार थी

 

ऐसे ही जेडीयू ने अपने एक्स पर लिखा 'नब्बे का वो दौर, भुला नहीं है बिहार-जब खौफ ने मासूमियत को कैद कर दिया था' जेडीयू ने वोटर अधिकार यात्रा, राहुल गांधी और तेजस्वी पर हमला करते हुए एक और ट्वीट किया है- 'एक 9वीं फेल और दूसरा 90 बार चुनाव हारने का रिकॉर्डधारीअब दोनों मिलकर बिहार में लोगों को बरगलाने निकले हैं।' सीएम नीतीश की पार्टी ने तेजस्वी की शिक्षा को लेकर भी आरजेडी पर हमले कर रही हैपार्टी ने एक्स पर कहा है कि जो खुद एक चपरासी बनने की भी अहर्ता नहीं रखते, वो चले हैं बिहारवासियों की किस्मत संवारने

 

 

पार्टी ने आरजेडी और तेजस्वी पर हमला करते हुए एक्स पर लिखा, '90 के उस भयावह दौर को आज भी नहीं भूल पाई हैं महिलाएं, जब घर से निकलने से पहले दहशत में दुआ करनी पड़ती थी।'

बाहरियों से बिहारियों के अपमान का आरोप

वोटर अधिकार यात्रा को बिहार में जन-जन तक पहुंचाने के लिए महागठबंधन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को बिहार आने का न्यौता दिया। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री इस यात्रा में शामिल हुए और वोट चोरी के मुद्दे पर बीजेपी पर हमला बोला। लेकिन बीजेपी उल्टा स्टालिन और रेवंत रेड्डी को यात्रा में शामिल करने को लेकर बिहार की जनता का अपमान बताया है। दरअसल, बीजेपी एमके स्टालिन और रेवंत रेड्डी के उन पुराने बयानों को लेकर हमले कर रही है, जिसमें दोनों ने बिहार विरोधी बयान दिए थे।

 

 

बीजेपी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, 'तेजस्वी और राहुल ने बिहार के लोगों का अपमान करने वाले स्टालिन और रेवंत रेड्डी जैसे नेताओं को अपनी यात्रा में बुलाकर बिहारवासियों को अपमानित कराया है'

शहजादे का संबोधन से परिवारवाद का आरोप?

बीजेपी और जेडीयू दोनों ही मिलकर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को शहजादे कहकर संबोधित कर रही हैं। इसके पीछे दोनों पार्टियों की मंशा ये है कि शहजादा शब्द राजघराने के ताल्लुक रखता है। दोनों को शहजादा कहकर जनता के बीच परिवारवाद का आरोप आसानी से लगाया जा सकता है। साथ ही इस शब्द के जरिए बीजेपी-जेडीयू दोनों को AI वीडियो के जरिए नॉन-सीरियस दिखाने की कोशिश कर रही हैं। बीजेपी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करके कैप्शन में लिखा, 'जब बिहार की चमचमाती सड़कों पर फर्राटा भरते शहजादों में हो गई एक बात की टशन।'

 

 

जेडीयू ने लिखा, 'अब बिहार में परिवारवाद नहीं विकासवाद की फिर से वापसी होगी। परिवार की लिमिटेड कंपनी चलाने वाले लोगों को जनता फिर से वोट की ताकत से जवाब देगी।' जेडीयू ने इसमें आगे लिखा, 'राजनीति के दो ड्रामेबाज आजकल बिहार के सैर-सपाटे पर हैं। झूठ की बुनियाद और भ्रम के हथियार से वो बिहार की जनता को बेवकूफ बनाना चाहते हैं। लेकिन वो ये न भूलें कि बिहार की जागरूक जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली।'