महाराष्ट्र के यवतमाल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 1,500 लोगों के गांव में तीन महीने में 27 हजार बच्चों के जन्म से हड़कंप मच गया। मामला यवतमाल जिले के अरनी तालुका के शेंदुरसानी ग्राम पंचायत का है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर से नवंबर के बीच इस गांव में 27,397 बच्चों के जन्म रिकॉर्ड किए गए। मगर यह रिकॉर्ड नागरिक पंजीकरण सिस्टम (CRS) में किया गया है।
अब आशंका जताई जा रही है कि यह पूरा मामला साइबर धोखाधड़ी से जुड़ा, क्योंकि इस गांव की सीआरएस आईडी मुंबई में मैप पाई गई है। मामला सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने यवतमाल थाने में शिकायत दर्ज करा दी है।
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सरकारी आदेश के बाद लंबित जन्म और मृत्यु पंजीकरण मामलों से जुड़ा सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। इसी सत्यापन अभियान के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों को तीन महीने में 27,397 बच्चों के जन्म और सात लोगों की मौत का मामला सामने आया है। हालांकि यह आंकड़ा गांव की जनसंख्या अनुपात से काफी ज्यादा है।
मामले का खुलासा होने के बाद तुरंत पंचायत विभाग के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अगुवाई में एक जांच समिति का गठन किया। जब जांच टीम गांव पहुंची तो पता चला कि सभी जन्म और मृत्यु रिकॉर्ड ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र के बाहर के थे।
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तकनीकी जांच में पता चला है कि ग्राम पंचायत की सीआरएस आईडी मुंबई से जुड़ी पाई गई। आगे की जांच राष्ट्रीय सूचना केंद्र (NIC) ने की। इसमें पता चला कि जन्म रिकॉर्ड को साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से दर्ज किया गया था। पुलिस ने बीएनएस और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने एक दिन पहले यानी बुधवार को ग्राम पंचायत का दौरा किया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि किसी ने पंचायत कंप्यूटर ऑपरेटर के दस्तावेज का गलत इस्तेमाल किया है। अभिलेख में मिले 99.99 फीसद नाम यूपी, पश्चिम बंगाल और अन्य स्थानों के लोगों के हैं। सीएम से बात करके इन सभी इंट्री को कैंसिल करने की मांग की है।
