केरल की राजनीति में अपने लिए जगह बनाने में लगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हाल ही में हुए निकाय चुनाव में अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए सभी को हैरान कर दिया। इन चुनावी नतीजों के बाद अब केरल में बीजेपी का पहला मेयर बन गया। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी ने 101 में से 50 सीटें जीतकर विपक्ष को पछाड़ दिया। इसके साथ ही अब बीजेपी के वी.वी. राजेश को मेयर चुन लिया गया है। केरल की राजनीति के लिए इस घटनाक्रम को बहुत अहम माना जा रहा है, क्योंकि बीजेपी धीरे-धीरे केरल में पैर जमा रही है। 

 

राजधानी तिरुवनंतपुर में आयोजित सभी विजेता पार्षदों की बैठक के दौरान पार्टी ने वी.वी. राजेश को मेयर पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया था। इस घोषणा पर पार्टी के महासचिव एस. सुरेश ने कहा कि बीजेपी के सभी विजयी उम्मीदवार मेयर और डिप्टी मेयर बनने में सक्षम हैं। पार्टी ने वी.वी. राजेश को मेयर पद का उम्मीदवार चुना है। उन्होंने कहा, 'राजेश हमारे मेयर पद के उम्मीदवार होंगे। उनका राजनीतिक करियर 1996 में शुरू हुआ था। वहीं, आशा नाथ को उप-मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है, जो मौजूदा असेंबली के लिए तीसरी बार पार्षद चुनी गई हैं।' शुक्रवार को दोनों को मेयर और डिप्टी मेयर चुनने की औपचारिकताएं पूरी की गईं।

 

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50 सीटों पर मिली जीत

मेयर चुनाव में बीजेपी को जीत मिलना तय था और इस पर आज औपचारिक मुहर लग गई है। तिरुवनंतपुरम नगर निगम में पार्टी को 101 में से 50 सीटों पर जीत मिली है। इन चुनावों में एलडीएफ को 29 सीटें और कांग्रेस के नेतृत्व में यूडीएफ को 19 सीटें मिली हैं। दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजेता रहे। चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी में मेयर और डिप्टी मेयर के पद को लेकर लंबे समय तक चर्चा चली। उम्मीदवारों की घोषणा से पहले बीजेपी के केरल अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितीन नबीन से मुलाकात कर केरल इकाई से जुड़े संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की थी। 

 

निर्दलीय का मिला साथ

भारतीय जनता पार्टी को तिरुवनंतपुरम में 50 सीटों पर जीत तो मिल गई थी लेकिन बहुमत के लिए उसे एक और पार्षद के समर्थन की जरूरत थी। निर्दलीय पार्षद एम. राधाकृष्णन ने बीजेपी नेता और केरल अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर से मुलाकात कर उन्हें अपना समर्थन पत्र दे दिया। इसके साथ ही बीजेपी को बहुमत मिल गया और राज्य के पहले बीजेपी मेयर का रास्ता साफ हो गया। बता दें कि तिरुवनंतपुरम के अलावा बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने दो नगर पालिकाओं और 26 ग्राम पंचायतों में जीत दर्ज की है।

 

कौन हैं वी.वी. राजेश?

बीजेपी ने जिन वी.वी. राजेश को तिरुवनंतपुरम के मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है वह केरल बीजेपी का सक्रिय चेहरा हैं। करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से वह सक्रिय राजनीति में हैं और बीजेपी के एक प्रमुख चेहरे के रूप में उभरे हैं। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जरिए राजनीति में प्रवेश किया और बीजेपी तिरुवनंतपुरम के जिला अध्यक्ष बने। वह एक वकील और 2021 के विधानसभा चुनावों में  उन्होंने तिरुवनंतपुरम की वट्टियूरकावु विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। पूर्व डीजीपी श्रीलेखा और वी.वी. राजेश के बीच मेयर पद के लिए मुकाबला माना जा रहा था लेकिन बीजेपी के कुछ पार्षदों ने श्रीलेखा का विरोध किया था। इसके बाद वी.वी. राजेश के नाम पर मुहर लगी। अपने नाम की घोषणा होने के बाद वी.वी. राजेश ने कहा कि वह सभी 101 वार्डों में विकास कार्य करेंगे। 

 

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दलित नेता बनेंगी डिप्टी मेयर

बीजेपी ने आशआ नाथ जीएस को तिरुवनंतपुरम के डिप्टी मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। आशा नाथ तिरुवनंतपुरम में तीन बार बीजेपी की पार्षद रह चुकी हैं और वह दलित समुदाय से संबंध रखती हैं। उन्होंने 2021 में चिरायिनकीझु से विधानसभा चुनाव लड़ा और पार्टी के वोट शेयर में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। नगर निगम में पार्षद के रूप में आशा ने कई विरोध प्रदर्शनों को नेतृत्व किया। उन्होंने केरल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और बीएससी केमिस्ट्री की डिग्री भी हासिल की है। आशा सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं और बीजेपी के युवा नेताओं में प्रमुख चेहरा हैं।