महाकुंभ 2025 में आज तीसरा अमृत स्नान किया जा रहा है। इस स्नान में देश-विदेश के श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए संगम और अन्य घाटों पर आए हैं। इसी बीच किन्नर अखाड़े ने भी अमृत स्नान किया। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि ममता कुलकर्णी अखाड़े की महामंडलेश्वर हैं और रहेंगी।

 

उनका यह बयान तब आया है, जब कई साधु-संत और खुद इस अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने आचार्य महामंडलेश्वर के पद से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को निष्कासित करने की घोषणा की थी।

 

मीडिया से बात करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया, "आज बसंत पंचमी है और हम भगवान सूर्य नारायण के सुंदर रूप के दर्शन करते हैं। होली का पर्व देवी सरस्वती की पूजा के साथ शुरू हो रहा है।" साथ ही ममता कुलकर्णी पर चल रहे विवाद पर एक बयान जारी कर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि जो भी मेरे बोर्ड और सिस्टम में होगा, वही मुझे बाहर निकाल सकता है। ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर हैं और बनी रहेंगी। उनके ऊपर कोई आरोप नहीं हैं और सारे मामले रद्द हो चुके हैं।

 

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यह है पूरा मामला

बीते महीने, 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े में आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य साधु-संत व महामंडलेश्वरों की उपस्थिति में पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक किया गया था। इस बीच ममता कुलकर्णी को नया नाम यमाई ममता नंद गिरी दिया गया, जिसके बाद कई साधु-संत और यहाँ तक कि शंकराचार्य ने भी इस पर आपत्ति जताई थी।

 

इस विवाद के बीच, किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी को पदमुक्त करने की घोषणा की थी, जिसके बाद यह विवाद और बढ़ गया।

 

ऋषि अजय दास ने आचार्य महामंडलेश्वर पर बिना अनुमति के कार्य करने का आरोप लगाया और कहा कि वे अपने कर्तव्यों से भटक चुकी हैं। साथ ही यह भी बताया कि आचार्य महामंडलेश्वर ने न केवल असंवैधानिक कार्य किए हैं, बल्कि सनातन धर्म और देश हित को भी छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि ममता कुलकर्णी देशद्रोह के मामले में लिप्त रही हैं, इस वजह से उन्हें पद से मुक्त किया जा रहा है।