छत्तीसगढ़ के बीजापुर में टीवी पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव सेप्टिक टैंक में बरामद किए जाने के एक दिन बाद मध्य प्रदेश के सिंगरौली में शनिवार (4 जनवरी) को एक घर के सेप्टिक टैंक से 4 शव मिला। पत्रकार का शव 3 जनवरी को बरामद किया गया था। इसके एक दिन बाद सिंगरौली में एक घर के सेप्टिक टैंक से चार शव मिले।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस को संदेह है कि यह सामूहिक हत्याओं का मामला है। एक अधिकारी ने बताया कि यह घर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर बरगवान पुलिस थाने की सीमा में आता है।
सेप्टिक टैंक से दुर्गंध आने के बाद मिले शव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया कि एक स्थानीय निवासी ने सेप्टिक टैंक से दुर्गंध आती देखी और पुलिस को सूचित किया। उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और टैंक में चार शव मिले। चारों में से केवल दो की पहचान 30 वर्षीय सुरेश प्रजापति के रूप में हुई है जबकि दूसरे की पहचान करण हलवाई के रूप में हुई है। अन्य दो शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
1 जनवरी को पार्टी करने आए थे दोस्त
रिपोर्ट के अनुसार, सुरेश और करण 1 जनवरी को पार्टी करने के लिए घर आए थे। अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार उनकी हत्या कर दी गई और उनके शवों को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। इस बीच, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुकेश का शव बीजापुर शहर के चट्टनपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक में मिला था।
पत्रकार की हत्या में क्या कर रही छत्तीसगढ़ सरकार?
पत्रकार की हत्या के सिलसिले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें ठेकेदार के रिश्तेदार रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर के साथ-साथ सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने उनकी हत्या की जांच के लिए बीजापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस अधिकारी मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है।