देश से नक्सलवाद के खात्मे के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 की डेडलाइन तय की है। जैसे-जैसे यह डेडलाइन पास आ रही है, वैसे-वैसे नक्सलवादी या तो सरेंडर कर रहे हैं या फिर वे एनकाउंटर में मारे जा रहे हैं। अब ऐसे ही एक और खूंखार नक्सलवादी गणेश उइके को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। गणेश उइके के अलावा पांच और नक्सली एनकाउंटर में ढेर हो गए हैं, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, गणेश उइके प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की केंद्रयी समिति का सदस्य था और उस पर 1.1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
ओडिशा के कंधमाल में हुए एक एनकाउंटर में दो नक्सलियों को मार गिराया गया। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, यह एनकाउंटर बुधवार रात को बेलघर थाना क्षेत्र के गुम्मा जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों का सामना हुआ। जिन दो नक्सलियों का मारा गया है। उनमें एक का नाम बारी उर्फ राकेश और दूसरे की पहचान अमृत के रूप में हुआ है। ये दोनों छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे और कुल मिलाकर दोनों पर 23.65 लाख रुपये का इनाम था।
दूसरे एनकाउंटर में गणेश उइके समेत 4 नक्सलियों को मार गिराया गया। जिस एनकाउंटर में गणेश उइके को मारा गया, वह गंजाम जिले के बॉर्डर के पास हुआ। इस एनकाउंटर के बाद ओडिशा के डीजीपी का कहना है कि इससे नक्सलवादियों के ऑपरेशन की रीढ़ टूट गई है।
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लगातार जारी है सरेंडर
मारे गए नक्सलियों के पास से INSAS और .303 राइफलें, रिवॉल्वर और कम्युनिकेशन डिवाइस बरामद की गई हैं। अच्छी बात रही कि सुरक्षाबलों के किसी जवान को कोई चोट नहीं लगी है। एनकाउंटर के बाद आसपास के इलाकों में भी सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, ओडिशा पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम को सूचना मिली थी कि आसपास कुछ नक्सली घूम रहे हैं। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया और SOG, CRPF और BSF के जवानों की कुल 23 टीमें लगाई गई थीं। इन टीमों को कंधमाल के अलावा पास से गंजम जिले में उतारा गया था। बता दें कि हाल ही में कुल 22 नक्सलियों ने ओडिशा के डीजीपी के सामने सरेंडर कर दिया था। यह सरेंडर ओडिशा के मल्कानगिरी जिले में हुआ था।
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इस एनकाउंटर के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा है, 'ओडिशा अब नक्सलवाद से मुक्त होने की कगार पर खड़ा है। हमना निश्चय है कि 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद खत्म हो जाएगा।'
ओडिशा के डीजीपी योगेश बहादुर खुरानिया ने कहा है, 'मेरा मानना है कि आज के एनकाउंटर से माओवादियों की रीढ़ की हड्डी टूट गई है और इससे ओडिशा में बहुत बड़ा बदलाव आएगा। मार्च 2026 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ओडिशा पुलिस जी-जान से लगी हुई है। मैं माओवादियों से अपील करता हूं कि वे हथियार छोड़ दें और मुख्यधारा में लौट आएं।'
