प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के बाद ओडिशा के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने राजधानी भुवनेश्वर में रोड शो किया। इस दौरान कनाडा में हुए G7 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए खुलासा किया कि उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में आमंत्रित किया था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अभी दो दिन पहले, मैं G7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा में था और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे फोन किया। उन्होंने कहा, चूंकि आप कनाडा आए हैं इसलिए वाशिंगटन होते हुए जाइए, हम साथ में डिनर करेंगे और बात करेंगे।'
'महाप्रभु की भक्ति मुझे इस धरती पर खींचकर लाई'
पीएम ने आगे बताया, 'उन्होंने बहुत आग्रह के साथ निमंत्रण दिया। मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा, निमंत्रण के लिए धन्यवाद। महाप्रभु की भूमि पर जाना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए मैंने विनम्रता से उनके निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया और आप लोगों का प्रेम और महाप्रभु की भक्ति मुझे इस धरती पर खींचकर ले आई है।'
असम और त्रिपुरा का किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने आगे अपने संबोधन में असम और त्रिपुरा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि असम में एक दशक पहले तक हालत बेहद खराब थे। अस्थिरता, अलगाव, हिंसा यही असम में नजर आता था लेकिन आज असम विकास के नए रास्ते पर दौड़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आपको असम का उदाहरण देता हूं। एक दशक पहले तक असम के हालात बहुत खराब थे। अस्थिरता, हिंसा, ये सब असम में दिखाई देता था लेकिन आज असम विकास के नए रास्ते पर दौड़ रहा है। इसी तरह मैं एक और राज्य का जिक्र करूंगा। त्रिपुरा में भी कई दशकों के वामपंथी शासन के बाद लोगों ने पहली बार बीजेपी को मौका दिया। त्रिपुरा भी विकास के हर पैमाने पर पिछड़ रहा था, इंफ्रास्ट्रक्चर की हालत खराब थी। आज त्रिपुरा शांति और प्रगति की मिसाल बन रहा है।'
ओडिशा में बीजेपी सरकार के एक साल पूरे
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा में बीजेपी सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर भुवनेश्वर पहुंचे हैं। इस दौरान वह राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
उन्होंने रैली में कहा, 'जब ओडिशा में बीजेपी सरकार अपना पहला साल पूरा कर रही है, तो आप सभी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी में व्यस्त हैं। महाप्रभु हमारे आदर्श और प्रेरणा हैं और महाप्रभु के आशीर्वाद से, श्री मंदिर से संबंधित मुद्दों को भी हल किया गया है। मैं सीएम मोहन और उनकी सरकार को करोड़ों भक्तों के अनुरोध का सम्मान करने के लिए बधाई देता हूं। जैसे ही यहां सरकार बनी, श्री मंदिर के सभी चार दरवाजे खोल दिए गए। श्री मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है और यह राजनीतिक जीत या हार का मामला नहीं है। यह करोड़ों भक्तों की आस्था का सम्मान करने के लिए किया गया है।'