हरियाणा के पंचकूला को राज्य की मिनी कैपिटल भी कहा जाता है। राज्य सरकार के बहुत सारे सरकारी ऑफिस पंचकूला में ही हैं और राज्य सरकार के बड़े अधिकारी भी इसी शहर में रहते हैं। पंचकूला के साफ पार्क और सड़कें देखकर लोग इस शहर की तरफ आकर्षित होते हैं लेकिन इस शहर का एक हिस्सा आज भी ऐसा है, जहां पर विकास के नाम पर सिर्फ वादे और सफाई के नाम पर आश्वासन ही है। पंचकूला का सेक्टर 14 शहर का सबसे गंदा इलाका है और हैरानी की बात यह है कि इसी सेक्टर में नगर निगम का ऑफिस है। 

 

पंचकूला नगर निगम ऑफिस के आसपास ही अतिक्रमण, जगह-जगह गंदगी, टूटी स्लिप रोड के अलावा खाली प्लाटों में उगे घास और उसमें डाले गए कचरे से स्थानीय लोग परेशान हैं। इस सेक्टर में रहने वाले लोगों को बदबू की वजह से नाक पर रुमाल रखकर चलना पड़ता है। इसी सेक्टर में शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी भी लगती है और इस मंडी में गंदगी का आलम ऐसा है कि यहां से सांस रोककर निकलना पड़े। 

 

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सेक्टर 14 की सड़क के किनारे उगी झाड़ियां

 

कई दिनों तक नहीं उठता कूड़ा

हर शनिवार सेक्टर 14 में सब्जी मंडी लगती है। हजारों लोग अपने घरों के लिए यहां से सब्जी खरीदने आते हैं। मंडी के लिए निर्धारित जगह होने के बावजूद वहां पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। कचरा प्रबंधन के नाम पर वहां कुछ भी नहीं किया गया है। शनिवार को मंडी लगने के बाद रविवार को पूरा दिन गंदगी पसरी रहती है। यहां पर सफाई वाले समय पर सफाई करने नहीं आते और गंदगी के कारण सड़क तक बदबू फैल जाती है। लोगों का कहना है कि तीन-चार दिनों तक मंडी से कचरा नहीं हटाया जाता। मंडी में पड़ी सड़ी-गली सब्जियों से बदबू आती है और बारिश में यह और भी ज्यादा बढ़ा जाती है जिससे स्थानीय लोगों को साफ हवा में सांस लेना भी नसीब नहीं होता है। 

 

सेक्टर 14 की सड़कों पर झाड़ियां रहती है। सड़कों के आस-पास लगे घास की समय पर कटाई नहीं की जाती, जिससे सड़क पर चलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

सेक्टर 21 भी बेहाल

पंचकूला का सेक्टर 21 का हाल भी सेक्टर 14 जैसा ही है। यहां सड़कों पर बारिश के कारण मलबा बहकर आ जाता है, जिससे लोगों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है।

 

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घर के सामने जमा हुआ कीचड़

 

सेक्टर 21 की कोठी नंबर 86 में रहने वाले नरेश शर्मा ने बताया, 'मेरे घर के पास सीवरेज और बरसाती पानी की निकासी के लिए बने नाले जाम हैं,  जिससे आस-पास का सारा कीचड़ हमारे घरों के सामने जमा हो जाता है। हम लोग घर से आ-जा नहीं सकते। कई बार सूचना देने के बाद भी अधिकिरियों ने कोई व्यवस्था नहीं की। हमें डर है कि पानी जमा होने से मलेरिया जैसी कोई बीमारी भी फैल सकती है।'

सड़क पर जमा हुआ पानी
सड़क पर जमा हुआ कीचड़

चिराग तले अंधेरा 

सेक्टर 14 कोई ऐसा सेक्टर नहीं है जहां पर कोई अधिकारी ना जाता हो या वहां तक नगर निगम की पहुंच ना हो। पंचकूला नगर निगम का ऑफिस भी सेक्टर 14 में ही है फिर भी अधिकारियों का ध्यान इस सेक्टर की स्थिति पर नहीं जाता। पूरे सेक्टर में झाड़ियां उगी हुई हैं और कूड़ा फैला हुआ है। हैरानी की बात यह है कि राज्य में सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सीनियर नेता ओमप्रकाश धनखड़ भी इसी सेक्टर में रहते हैं। इसके अलावा सेक्टर 14 में ही बड़े अफसर रहते हैं। इसी सेक्टर में पंचकूला के एसपी की कोठी है। 

 

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बडे़ नेता भी नहीं करवा पाए सफाई

पंचकूला हरियाणा का एक अहम शहर है। इस शहर में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के सीनियर नेता चुनाव लड़े और दोनों पार्टियों को मौका भी मिला लेकिन सेक्टर 14 का आलम वही रहा। पंचकूला विधानसभा से इस समय कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई विधायक हैं। वह भी शहर को साफ रखने के लिए कोई बड़ा कारनामा नहीं कर पाए। उनसे पहले बीजेपी के बड़े नेता ज्ञान चंद गुप्ता 2019 से 2024 तक विधायक रहे। उन्हें गठबंधन सरकार में विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली लेकिन इसके बावजूद वह अपने विधानसभा क्षेत्र के सबसे अहम इलाके में सफाई की व्यवस्था नहीं करवा पाए। नेता बदल गए लेकिन शहर का हालात आज भी वही है जो कई साल पहले था। लोग यही कह रहे हैं कि पंचकुला का कोई माई बाप नहीं है।